आज 15 अगस्त हैं , हमारी आजादी का दिन और अपनी आजादी का जश्न मनाने का दिन
क्या आप ने आज भी अपने यहाँ घर का काम करने वाली / वाले माई और नौकर को छुट्टी नहीं दी हैं
क्यूँ नहीं दी हैं , क्या उनको एक दिन की भी आजादी मनाने का हक़ नहीं हैं .
अगर आज नहीं दी हैं किसी भूल वश तो आग्रह हैं उनको आज के एवज में कल की छुट्टी दे और संभव हो तो उनसे कहे की आप से गलती हुई आप को 15 अगस्त की छुट्टी उनको देनी चाहिये थी क्युकी 15 अगस्त , 26 जनवरी और 2 अक्टूबर नेशनल होलीडे घोषित हैं .
केवल आजादी का जश्न मनाने से क्या होता हैं उसको समझिये और उसका सम्मान करना भी सीखिये . अपने घर से शुरू करिये और देश में सुधार खुद होगा .
सोच कर देखिये आज के दिन भी अगर आप के घर में कोई महज इस लिये काम करने को मजबूर हैं क्युकी वो आप से पैसा पाता हैं या वो अनभिज्ञ हैं की आज की छुट्टी उसका संवैधानिक और क़ानूनी अधिकार तो क्या आप का नैतिक कर्त्तव्य नहीं हैं की ना केवल आप उसको छुट्टी दे अपितु उसको ये भी बताये की ये उसका अधिकार हैं .
स्वतंत्रता दिवस की बधाई
Please give paid leave to all the domestic workers on 15th august , 26 january and 2nd october . This is a RIGHT they have . You can enjoy your independence by making others aware of their rights .
क्या आप ने आज भी अपने यहाँ घर का काम करने वाली / वाले माई और नौकर को छुट्टी नहीं दी हैं
क्यूँ नहीं दी हैं , क्या उनको एक दिन की भी आजादी मनाने का हक़ नहीं हैं .
अगर आज नहीं दी हैं किसी भूल वश तो आग्रह हैं उनको आज के एवज में कल की छुट्टी दे और संभव हो तो उनसे कहे की आप से गलती हुई आप को 15 अगस्त की छुट्टी उनको देनी चाहिये थी क्युकी 15 अगस्त , 26 जनवरी और 2 अक्टूबर नेशनल होलीडे घोषित हैं .
केवल आजादी का जश्न मनाने से क्या होता हैं उसको समझिये और उसका सम्मान करना भी सीखिये . अपने घर से शुरू करिये और देश में सुधार खुद होगा .
सोच कर देखिये आज के दिन भी अगर आप के घर में कोई महज इस लिये काम करने को मजबूर हैं क्युकी वो आप से पैसा पाता हैं या वो अनभिज्ञ हैं की आज की छुट्टी उसका संवैधानिक और क़ानूनी अधिकार तो क्या आप का नैतिक कर्त्तव्य नहीं हैं की ना केवल आप उसको छुट्टी दे अपितु उसको ये भी बताये की ये उसका अधिकार हैं .
स्वतंत्रता दिवस की बधाई
Please give paid leave to all the domestic workers on 15th august , 26 january and 2nd october . This is a RIGHT they have . You can enjoy your independence by making others aware of their rights .
साधारण सी बात तो लोग समझते ही नहीं ... इसे क्या समझेंगे !
ReplyDeleteऔर जश्न भी कैसा ? - शराब , डिस्को ... चारों तरफ गन्दगी ....
इतने ही स्वतंत्र हम रह गए हैं
और निःसंदेह इस स्वतंत्रता के लिए जान भी ले सकते हैं
भद्दी भद्दी गालियों से अपमानित कर सकते हैं
बोल के तो देखे कोई .... भारत तो महान ही है
भारतवासी बहक रहे हैं , पेग पर पेग .... नशा ही नशा
देश के लिए नशा - ? अमां तुम क्या बात करते हो !
रहने को अब घर ही घर है ... प्रकृति नहीं हमारी , जमीन और ज़मीर मर गई हमारी .... फिर भी , दिल है हिन्दुस्तानी !
होठों को गोल गोल करके जितनी अंग्रेजी बोल लो , अंग्रेज लिबास पहन लो - कहलाओगे हिन्दुस्तानी ...
इसी बात पर वन्दे मातरम
apki baat bilkul sach hai . apko hamari aazadi ki hardik shubhkamnaye
ReplyDeleteबहुत सुन्दर सार्थक चिंतन..
ReplyDeleteआपको स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
हाँ आज़ादी का अहसास उन्हें कब हो पाया है? हमारी सोच अपनी छुट्टी को एन्जॉय करने ke लिए ही सोच पाती है. मेरी काम वाली भी इन सब चीजों से वाकिफ रहती है आज ही सुबह उसने मुझे कहा "आज १५ अगस्त है १५ अगस्त जिंदाबाद ." उसकी उम्र ६० साल होगी. हाँ मैंने भी उसको छुट्टी देने की बात नहीं सोची लेकिन अब शाम आने पर छुट्टी दे दूँगी.
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
पते की बात कही है …………स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !
ReplyDeletemain ne kabhi mayi rakhi nahin na koi servant hai...
ReplyDeleteapne ghar ka sara kaam khud hi karti hun...
lekin jinKE ghar mei servant hain unhen aisa sochna chaheeye.
bahut hi achchhi soch hai.
aisa sabhi sochen aur amal mei laayen to ek nayee shurUaat hogi.
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
बहुत सही. शुभकामनायें.
ReplyDeleteमेरी कामावाली तो छुट्टी पर थी आज ....
ReplyDeleteमेरी कामवाली अपनी सुविधा से छुट्टी लेती है. वो पहले ही हफ्ते में तीन दिन की छुट्टी ले चुकी है, इसलिए उसने आज छुट्टी नहीं ली.
ReplyDeleteहूँ...आपकी बात में दम है.कायदे से उन्हें भी छुट्टी मिलनी चाहिए पर हमारा ध्यान ऐसी बातों पर जाता ही नहीं.और ये दो अक्टूबर को राष्ट्रीय अवकाश रखने का मुझे कोई औचित्य नहीं नजर आता.
ReplyDeleteक्या घर पर जो कामवाली बाई और नौकर हम रखते है वो उस कानून के दायरे में आते है जिसकी बात आप कर रही है , संभव है की क़ानूनी भाषा में आते हो किन्तु उनकी नियुक्ति से लेकर उनके काम के घंटे , वेतन आदि में किसी भी प्रक्रिया का पालन नहीं किया जाता है तो फिर इस छुट्टी की बात ही कहा उठती है , यहाँ तो छुट्टी के दिन भी निर्धारित नहीं है उसका बच्चा बीमार हुआ तो ले ली १० दिन की छुट्टी क्या हम उसके पैसे काटते है की दो दिन से ज्यादा की छुट्टी ली तो पैसे कटेंगे , कितने है की पुरा वेतन महिना पुरा होने से पहले ही ले जाते है और बहुत सी बाते है जो घरेलु नौकरों पर हम लागु नहीं करते है तो फिर ये छुट्टी की बात कहा से लागु हो सकती है और यदि सब कानून लागु किया तो कोई काम वाली ही नहीं रखेगा और नुकशान कम्वालियो को ही होगा | वो हमारे घर ३०-४५ मिनट काम करती है मेरा परिवार और घर दोनों बहुत छोटा है और ना वो मेरे साथ फालतू बाते कारी है ना मै उसके साथ तो इससे ज्यादा समय तक वो मेरे घर में रहती ही नहीं है तो फिर सारे दिन की छुट्टी कहा बनती है | वैसे वो परसों दोपहर से नहीं आ रही है उसे मलेरिया हो गया है आज सुबह वो आई थी ३० मिनट में काम कर चली गई मैंने आराम की सलाह दी तो बोली दवा ले रही है बुखार नहीं है, बुखार होती तो ना आती छुट्टी दो दिन से ऊपर जाती तो क्या उसके पैसे काट लू वो भी इस बीमारी में :) नहीं ऐसा नहीं होता है | कम से कम घर में काम करने वालो के साथ अब भी हमारा रिस्ता क़ानूनी दायरे में नहीं आता है और इसमे उनका ही फायदा ज्यादा है , हा नौकरों पर ज्यादती करने वालो की कमी नहीं है ये भी मानती हूं |
ReplyDeleteक्षमा करें, यह काम मैं तो नहीं कर सकता। श्रीमती जी से कहने की हिम्मत मेरी तो नहीं है। वे सीधे कहेंगी, "तो आज क्या आप मांजेगे बरतन? वैसे भी महीने में 10 दिन नागा करती है। यह आइडिया ब्लॉग पढ़ने से आया है क्या?"
ReplyDeleteदेवेन्द्र जी
Deleteमेरे घर में ये ३ छुटिया अपने माई , नौकर को जरुर देती हूँ , बर्तन हो या सफाई सब काम उस दिन खुद ही करती हूँ , और ये भी नहीं हैं की क्युकी उसको आज छुट्टी दी हैं तो उसको महीने में मिलने वालो छुट्टी ना दूँ
ब्लॉग पर वो लिखती हूँ जो अपने जीवन में करती हूँ