
चिटठा चर्चा मंच की १००० पोस्ट आ चुकी हैं । इस मंच के सभी चर्चा कार अपना समय निकल कर जो काम कर रहे हैं उसके लिये जितनी भी प्रश्नासा की जाए कम हैं । जब तब उस मंच पर हम अपनी आपतियां दर्ज कराते रहे हैं कि वहाँ उन ब्लोग्स के बारे मे भी लिखा जाए जिन पर मुद्दों की बात होती हैं , चाहे वो सामजिक मुद्दे हो या सांप्रदायिक ।
पसंद चर्चा करने वालो की ही ना हो चर्चा करते समय , चर्चा हो उन मुद्दों की भी जिन पर ब्लॉगर बहस करना चाहते हैं । बहस को एक सार्थक बहस बनाने के लिये इस मंच को न्यूट्रल हो कर चर्चा करनी होगी और लोगो को आमन्त्रित करना होगा उस पोस्ट पर आ कर कमेन्ट मे चर्चा करने के लिये .
कमेन्ट वही प्रकाशित करना चाहिये जो चर्चा से सम्बंधित हो , किसी भी व्यक्तिगत दोषारोपण को यहाँ जगह नहीं दी जानी चाहिये ।
हिन्दी साहित्य के अलावा भी ब्लॉग पर बहुत कुछ हैं उसको भी उभार कर लाना जरुरी हैं और हिन्दी को आसान बना कर लिखने से ज्यादा नये पाठक { नयी पीढी जो नेट से ज्यादा परचित हैं हिन्दी से कम } मिलगे और हिन्दी आगे जायेगी ।
तकनीक के विषय मे भी इसी मंच से सार्वजनिक जानकारी कम से कम महीने मे एक दिन जरुर दी जाने चाहिये
इस मंच से हमे कोई शिकायत नहीं हैं जो भी असहमति हैं वो केवल इस लिये हैं क्युकी हम सब जो देर से हिन्दी ब्लोगिंग मे आए हैं वो इस मंच को " हिन्दी ब्लोगिंग की धरोहर " समझ कर आये हैं इस लिये उस पर अपना सतत अधिकार तो हम नहीं छोड़ने वाले ।
अनुज समीर के ब्लॉग से सूचना मिली की आज १००० पोस्ट आ रही हैं सो बधाई की केक हाजि़र हैं चर्चाकारो के लिये
आप सब का ये प्रयास हमेशा ब्लॉग जगत कि उचाईयों को छुए इसी कामना के साथ नारी ब्लॉग कि तरफ़ से बधाई स्वीकारे ।
1000वीं पोस्ट नारी द्वारा लिखी गई है. केक के लिए आभार, क्योंकि हम भी भूतपूर्व चर्चाकार है. :)
ReplyDelete1000 ....... वाह !!! यह सफ़र यूँ ही जारी रहे...बधाई !!!
ReplyDeleteहमारी दिली मुबारकबाद क़ुबूल करें...
ReplyDeletehriday se badhai..
ReplyDeletebadhak aur shubhkamnaye
ReplyDeleteसामूहिक चिट्ठाचर्चा की 1000वीं पोस्ट पर बधाई व शुभकामनाएँ।
ReplyDeleteयह सफ़र यूँ ही जारी रहे..
जारी रहे चिट्ठा चर्चा! हम तो उस दिन की प्रतीक्षा में हैं जब एक दिन आप चिट्ठा चर्चा कर रही हों।
ReplyDeleteकेक के लिए आभार :)
ReplyDeleteबधाई...बधाई
ReplyDelete1000 बार बधाई ,केक सहित चिट्रठा की चर्चा के लिए
ReplyDeleteवाह क्या शानदार केक है. चिट्ठा चर्चा तो है ही तारीफ़ के काबिल.
ReplyDeletewell...congratulations...
ReplyDeleteकेक का शुक्रिया। कल से कई बार खा चुके।
ReplyDeleteचर्चा पर आपकी टिप्पणीकार के रूप में उपस्थिति हमेशा से हमारे लिये उपलब्धि रही है। हमने लिखा भी था कि रचनाजी की उपस्थिति चर्चा मंच के लिये बहुत जरूरी है।
असहमति और शिकायत वाली बात मेरे लिये मायने नहीं रखती क्योंकि मेरी समझ में आपके मन में कोई खोट कभी नहीं रहा। जो बात सही लगी उसे पूरे मन से कहने का आपका प्रयास रहता है।
आपकी शुभकामनाओं का शुक्रिया।
वाह......बहुत बहुत बधाई
ReplyDeleteबधाई !!
ReplyDeleteइंतज़ार और उम्मीद करूंगा इस संख्या में एक शून्य और जुड़े . कम से कम .