नारी ब्लॉग की सदस्य आलोकीता अभी शायद महज १२ क्लास मे हैं । प्रतिभा की धनी हैं और उन्होने अपने बारे मे एक जानकारी भेजी हैं जिसको यहाँ प्रकाशित कर रही हूँ
उनकी कहानी"दरकती मान्यताए " माटी पत्रिका के मार्च अंक में छपी है और उन्हे जिला ब्यूरो (पटना) भी चुना गया है पत्रिका के लिए |
नारी ब्लॉग की नन्ही सदस्य को मेरी बधाई और मुझे आशा ही नहीं विश्वास हैं की उनके ये प्रयास निरंतर जारी रहेगे और वो बुलंदी को छुयेगी और समाज में बदलाव का दौर लायेगी ।
good wishes alokita
ReplyDeleteevery good work should be appreciated
कोशिशें नहीं थमनी चाहिए
दिए को जलाने की
तूफ़ान भी आया तो क्या
दिल का घरौंदा
ही तेरा कायनात है
रौशन कर ले उसे
वक़्त का क्या तकाज़ा
बस कुछ लम्हे हैं
रूहानी और बस
उन्ही की बात है
कारवां को छोड़ना तू नहीं कभी
खुदा खुद जो
तेरे इस सफ़र में
तेरे साथ है
bahut bahut shubhkaamnaayen..
ReplyDeleteaalokita ko bahut bahut badhai.
ReplyDeleteआलोकिता को ढेरों शुभकामनाएँ .
ReplyDeletegreat!...
ReplyDeleteआलोकिता जी को बधाई मेरी तरफ से भी...
ReplyDelete"होनहार बिरवान ने होत चीकने पात"
यहाँ थोड़ा मोडिफिकेशन के साथ कहता हूँ :
"होनहार ब्लोगारान की होत पोपुलर पोस्ट"
heartiest congratulation to alokita !!
ReplyDeleteमेरी ओर से भी,
ReplyDeleteMy heartiest congratulations and blessings to Aalokita.
ReplyDeleteआलोकिता को बधाई ...शुभकामनाएँ
ReplyDeleteमेरी भी बहुत बहुत बधाई
ReplyDeletealokita ji ko bahut bahut badhaai.
ReplyDeleteआलोकिता को ढेरों शुभकामनाएँ
ReplyDeleteआपको ये पोस्ट लगाने के लिए साधुवाद
जय हिन्द, जय बुन्देलखण्ड
आप सबके स्नेह के लिए बहुत आभारी हूँ
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