जयपुर --एक लड़की जो पासपोर्ट बनाने के लिए कोशिश कर रही थी .उसे अपने मंगेतर के साथ स्पेन जाना था.इसीलिए तत्काल पासपोर्ट के लिए कोशिश में थी . उसके सत्यापन के लिए थानेदार से मिलना पड़ता था लेकिन उसने उस लड़की को इतना प्रताड़ित क्या की उसने मौत को गले लगा लिया. अखबार में ये खबर थी .
पढ़ कर हर कोई सहम जायेगा .जिनके बेटिया है वो किस कदर खौफजदा होंगे ? एक लड़की के साथ कही भी इंसानों की तरह व्यव्हार नहीं किया जाता.उसे केवल लड़की की तरह ही देखा जाता है.
पढ़ कर हर कोई सहम जायेगा .जिनके बेटिया है वो किस कदर खौफजदा होंगे ? एक लड़की के साथ कही भी इंसानों की तरह व्यव्हार नहीं किया जाता.उसे केवल लड़की की तरह ही देखा जाता है.
थानेदार की मानसिकता का खामियाजा इक लड़की को भुगतना पड़ा .उसकी सोचो का शिकार इक लड़की ही क्यों हुई ?? आखिर कब तक ये होगा ?
विधानसभा तक ये चीख पहुची है . पर उससे क्या होगा?
हमें केवल आवाज़ ही नहीं उठानी है उसपर कायम रहकर एक लम्बी लड़ाई लड़नी है.
ऐसी कितनी लड़ाइयाँ चल रही हैं, चलती रहेंगी. क्या समाज से इन दरिंदों को मिटाया जा सकता है. फिर भी हार तो नहीं ही माननी है. बेनकाब करके उनकी असली तस्वीर को समाज के सामने लाना ही होगा. अभी राठौर का किस्सा सामने आया और ये दूसरे राठौर तैयार हो गए. पुलिस अपनी छवि क्यों नहीं सुधार सकती सिर्फ और सिर्फ ऐसे ही लोगों के कारण.
ReplyDeleteकहीं ये शांति और व्यवस्था के रखवाले दबंगों के हाथ बिके होते हैं और कभी खुद ही दुश्मन बन जाते हैं. कहाँ से नारी को सशक्त कहा जा सकता है. इस स्तर पर आकर वह खुद को ही खत्म करने का निर्णय ले पाती है. रोने के लिए रह जाते हैं उसके घरवाले. समाज में भी दो चार दिन चर्चा होने के बाद सब शांत हो जाता है. पुलिस अपनी वर्दी पर लगी धूल की तरह झाड़ कर फिर तैयार हो जाती है नए कारमानों को करने के लिए.
यही दुर्भाग्य है, रक्षक ही भक्षक हो गए हैं.
ReplyDeletenaari blog par aap ki pehli post haen aap kaa swaagat haen
ReplyDeleteyaun shoshan khatam hoane kaa naam nahin letaa jo jitna padhaa likha hotaa haen wo vyavharik star par utna hi jahil hota haen jahan bhi ladki ki baat hotee haen
ladki kae shareer sae upar kuch nahin dikhtaa inko
is ghtna ki jitni ninda ki jaye kam hai ,aise log jo aisi ghtnaon ke liye jimmedar hai goli mar deni chahiye..shameful act
ReplyDeleteजब हम नारी की समस्याओं के विषय में बात करते हैं तो लोग कहते हैं कि सब धीरे-धीरे अपने आप ठीक हो जायेगा...आखिर कैसे बदल जायेगा जब तक हम मिलकर आवाज़ नहीं उठायेंगे ? इस तरह की घटनाओं के विरोध में ज़ोर-शोर से आवाज़ उठानी चाहिये.
ReplyDeleteबेहद ही शर्मसार करने वाली घटना है, ऐसी घटनाओं को अंजाम देंने वाले लोगो को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए । साथ ही आपसे असहमत भी हूँ इसलिए कि मुझे बिल्कुल भी नहीं लगता कि ये कोई ऐसी घटना है जिसे आप नारी के साथ जुल्म कह सकें , ये घटना किसी के भी साथ हो गलत है , और ऐसा भी नहीं है कि ऐसी घटना पहली बार हुई है , ऐसी घटनाये पुलिस वाले निरन्तर अंजाम देते आये है और प्रक्रिया यथावत चल रही है, आपकी ही बात दोहराना चाहूंगा कि ऐसी घटनाओं को मात्र स्त्री से मत जोडियें, बल्कि ये तो पूरी मानवता के ही खिलाफ है ।
ReplyDeletekya thanedaar ki bibi aue beti use sharminda naheen kar sakteen? sabhee nariyan thanedar ke mahila swajanon se use galti ka ahsas kara saken to aage vah aisa n kar sakega.
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