अभी संगीता मनराल का लेख पढ़ा नारी सशक्तिकरण का अर्थ पहले समझना होगा ----आर्थिक आजादी पहली सीढ़ी है --नारी का शिक्षित होना और भी जरुरी है तब ही सही मायने में सशक्त बना जा सकता है अन्य अनपढ़ स्त्रियों की मदद भी की जा सकती है---रूढियां तोड़नी होगीं सडी गली परम्पराएँ भी छोड़नी होगीं ---रास्ता भी नजर आएगा और मंजिल भी
प्रश्न : -- नारी सशक्तिकरण या वूमन एम्पोवेर्मेंट {woman empowerment } का क्या मतलब हैं ??
"नारी सशक्तिकरण या वूमन एम्पोवेर्मेंट " क्या "फेमिनिस्म" हैं या उससे फरक हैं ?
मुझे लगता है इसकी सबसे पहले पहल नारी को ही करनी होगी। उन तमाम परंपराओं, स्थापनाओं और आस्थाओं को तोड़कर जिसने उसे अब तक अपना गुलाम बनाए रखा है। नीलमजी इसको आगे और विस्तार दें।
ReplyDelete@मुझे लगता है इसकी सबसे पहले पहल नारी को ही करनी होगी।
ReplyDeleteशिक्षित नारियों के बारे में मेरा भी यही सोचना है. पर नारियों की संख्या का एक बहुत कम प्रतिशत ही शिक्षित हो पाया है. वह नारियां जो खेतो में, बिल्डिंग साइट्स पर और घरों में काम करती हैं अभी भी अशिक्षित हैं. इनकी संख्या काफ़ी ज्यादा है. इनका शिक्षित होना बहुत जरूरी है, तभी यह नारियां ख़ुद पहल कर पाएंगी. शुरू में तो शिक्षित नारियों को उनकी मदद करनी होगी.