प्रश्न : -- नारी सशक्तिकरण या वूमन एम्पोवेर्मेंट {woman empowerment } का क्या मतलब हैं ??
विचार आमन्त्रित हैं .
" जिसने घुटन से अपनी आज़ादी ख़ुद अर्जित की " "The Indian Woman Has Arrived " एक कोशिश नारी को "जगाने की " , एक आवाहन कि नारी और नर को समान अधिकार हैं और लिंगभेद / जेंडर के आधार पर किया हुआ अधिकारों का बंटवारा गलत हैं और अब गैर कानूनी और असंवैधानिक भी . बंटवारा केवल क्षमता आधारित सही होता है
प्रश्न : -- नारी सशक्तिकरण या वूमन एम्पोवेर्मेंट {woman empowerment } का क्या मतलब हैं ??
विचार आमन्त्रित हैं .
नारी सशक्तिकरण और वूमन एम्पावरमेंट क्या एक हैं?
ReplyDeleteवे सारे कार्य जो स्त्री को एक स्वतंत्र व्यक्तित्व की मालकिन बनाये एवं जो उसे सुरक्षा प्रदान करे वे सब इस परिभाषा के अंतर्गत आते हैं.
ReplyDeleteजब नारी की सोच और मानसिकता जागरूक हो,उन्नत हो तभी वो सशक्त मानी जाएगी.यह ज़रूरी नही कि वो आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर/सम्पन्न हो, उसके विचारों में स्वतन्त्रता होनी चाहिये और साथ ही उसे अपने बारे में/अपने अपनों के बारे में निर्णय लेने का हक हो तो वो यकीनन एम्पावर्ड या सशक्त कहलाएगी.
ReplyDeleteहम इला जी से पूरी तरह से सहमत
ReplyDeleteइला जी ने बिल्कुल ठीक कहा है।
ReplyDeleteइला जी ने बिल्कुल सही कहा. उनकी विचारों से
ReplyDeleteहम भी पूरी तरह से सहमत हैं.
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ReplyDeleteFirst of all we need to understand the meaning of the question! I think people are not able to understand the question exactly.
ReplyDeleteAnyway, let me put my view:
"The women empowerment advocates equal rights for the woman and man counter part!"
It is one of the central issues in the process of development of countries all over the world.
Our Indian Constitution has compared and guaranteed equality before law, universal previliges granted to adults and equal opportunities for men and women as fundamental rights. That is a view to improve and empower women socially, economically and in political frontiers and is some of the important developments for the betterment and prosperity of women.
Mind you, The women empowerment has nothing to do with motherhood, fatherhood or sisterhood etc.!
माफ़ कीजिएगा, यहाँ किसी के विरुध विद्रोह या बगावत करने की बात नही हो रही है.....प्रश्न बिल्कुल साफ है कि नारी सशक्तिकरण से हम क्या समझते हें!? और हमे विचार इस पर ही व्यक्त करनी है. देश ना तो सिर्फ़ पुरुष और ना ही सिर्फ़ नारियों से चल रहा है, और आने वाले समय में भी ऐसा नही चलेगा. इसलिए कुछ समय के लिए नारी और पुरुष के बीच के भेद को दिमाग़ से बाहर निकालकर सोचा जाए तो ज़्यादा अच्छा विचार आ सकता है!
Thanks Rachnaji for putting a nice topic!
Regards.
Rewa Smriti
www.rewa.wordpress.com
नारी सशक्तिकरण का मतलब मेरी नजर आर्थिक आजादी से है
ReplyDeleteमेरी विचार से नारी सशक्तिकरण का अर्थ यह है कि नारी को इतना सक्षम बनाया जाए कि वह स्वयं अपने बारे में, अपने घर-परिवार और बच्चों के बारे में निर्णय लेने में सक्षम हो। कई नारियाँ इनमें सक्षम हैं, उन्हें सशक्तिकरण की ज़रूरत नहीं है, पर आज भी बहुत सी नारियाँ इन सब में सक्षम नहीं हैं। इसीलिए उनके सशक्तिकरण की बात उठी है। हाँ सक्षम कौन बनाए? कैसे बनाए? यह प्रश्न विचारणीय है।
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