
नीला को यह सम्मान आईएसएस के मिशनों एसटीएस -१२२ और एसटीएस - १२३ में टेकिनिक्ल अवरोधों को दूर करने के लिए दिया गया है। वह टेक्सास के जॉनसन स्पेस सेंटर में लाकहीड़ मार्टिन की इलेक्ट्रिकल इंजीनियर है । अन्तरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उनका यह योगदान बहुत अहम् स्थान रखता है । नीला जैसे इंजिनियर ही स्पेस स्टेशन से होने वाली उड़ानों में सब सिस्टम को परखते हैं ।
नासा से एस ऍफ़ ए और आयंगर के इस रोल के बारे में लिखा है कि ह्यूमन स्पेस प्रोग्राम से जुड़े सभी लोगों और अंतरिक्ष यात्रियों के जीवन के बीच एक अलिखित कांट्रेक्ट है । एसऍफ़ए का मकसद इसको पूरी तरह निभाना है । नासा ने कहा कि नीला एक मेहनती इंजीनियर है । वह मिशन की हर कामयाबी के लिए उत्सुक रहती है और अपने काम को पूरी मेहनत और लगन से करती है .। कभी एक कविता लिखी थी आज यह पढ़ कर वह याद आ गई की लडकियां आज कल किसी भी तरह से कम नही है ..
मुझे भी आँखो में एक सपना सजाने दो
कल्पना के पंख लगा के मुझे भी कुछ दूर उड़ जाने दो
मुझे भी बनाने दो अपना एक सुनहरा सा जहान
मेरे दिल की कोमलता को मत यूँ रस्मो में बंध जाने दो
मत छिनो मुझे से मेरा वजूद यूँ कट्टर रिवाज़ो से
एक अपनी पहचान अब मुझे भी अपनी बनाने दो
छूना है मुझे भी नभ में चमकते तारो को
एक चमकता सितारा अब मुझे भी इस दुनिया में बन जाने दो !!
और जानकारी के लिये लिंक देखे
और इसी को कहते हैं The Indian Woman Has Arrived
महिला सशक्ति करण की इन मिसालो को पढ़ कर मन को बड़ी शांती मिलती हैं क्योकि यही हैं असली बराबरी असली तरक्की
ReplyDeletebahut hi badhiya,sahi haimile avasar to aasman aur avakash mein bhi kadam rakhe nari,nila ko bahut badhai.ranju ji sath mein kavita bhi bahut hi achhi hai,badhai
ReplyDeletewow...great..
ReplyDeleteसहमति है.
ReplyDeleteऔर दिल से मानता हूँ कि भारतीय नारी ने अपने वजूद और महत्व का अहसास करना और कराना आरंभ कर दिया है.
बहुत-बहुत बधाई.
यदि ऐसी ख़बरे निरंतर मिलती रहे तो बढ़िया रहेगा.. बजाय नारी के शोषण के, उसकी उन्नति के बारे में लिखा जाए तो हो सकता है इस से कई लोग प्रेरणा ले.. आपको बधाई आपके लेख के लिए..
ReplyDeleteसहमति है.
ReplyDeleteआज की नारी ने अपने वजूद और महत्व का अहसास ख़ुद भी किया है और दूसरों को भी करवाया है.
बहुत बहुत बधाई.
सही लिखा है आपने। उपयुक्त अवसर मिलने से स्त्री, पुरुष, बच्चे सभी कुछ विशेष करके दिखा सकते हैं।
ReplyDeleteघुघूती बासूती
dil khush kar diya aapne...mehnati aor himaati log apna rasta dhundh hi lete hai....ab nari purush ka jamana gaya.jo kabil hai vo apni jagah banayega hi..
ReplyDeleteaapki kavita bahut sundar hai.
सिर्फ अवसर मिलते रहें।भारतीय महिलाए अपनी योग्यता साबित करती है।सलाम भारतीय नारी।
ReplyDeleteThis is a moral booster for all females who are really struggling hard to climb up the ladder of success.
ReplyDelete