जो भी नारी हिंदू हैं और गैर हिंदू से शादी करना चाहती हैं वो ध्यान रखे कि
हिंदू की किसी गैर हिंदू से की गई परंपरागत शादी हिंदू मैरिज एक्ट 1955 के तहत वैध नहीं मानी जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण फैसले में ये कहा हैं ।
ऐसे लोग स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत कोर्ट मैरिज कर सकते हैं। कोर्ट के जरिए होने वाली यह शादी पूरी तरह वैध होगी।
शादी जैसा गंभीर फैसला लेने से पहले हर जोधा अकबर उसके वैध और अवैध होने का कानूनी पक्ष जरुर देखा ले ।
ज्यादा जानकारी यहाँ उपलब्ध हैं
प्यार किया तो डरना क्या
ReplyDeleteकानून से हमें करना क्या?
अच्छा मार्ग दर्शन दिया आपने. भाववेश में कुछ भी कर बैठ्ते हैं.
ReplyDeleteज्यादा जरूरी बात कही है आपने. आवेश में बहुत कुछ गलत हो जाता है.
ReplyDeleteधन्यवाद, उल्लेख के लिये .
आपकी और आम मीडिया की शैली में यही अंतर है।मीडिया में जहां मात्र ऐसी शादी के अवैध होने पर ज़ोर दिया गया था वहीं आपने मुक्तिकामी नई पीढ़ी को विकल्प भी सुझाया है।
ReplyDeleteसाधुवाद!
ज्यादा जरूरी बात कही है आपने. आवेश में बहुत कुछ गलत हो जाता है.
ReplyDeleteधन्यवाद, उल्लेख के लिये .