किसी भी जंग को जीतने के लिये पुरानी पीढी को तैयार होना होगा की वो नयी पीढी के साथ बैठ कर बात करे । हर विचार को सुनना होगा और तैयार करना होगा नयी पीढी को की वो सैनिक बने डरपोक नागरिक ना बने . ताकत और अकल दोनों की जरुँत होती हैं जंग मे . ताकत नवयुवक और नवयुवती मे हैं अगर आप चाहते हैं जंग जीतना तो उस ताकत को जागने वाले बने . जिस दिन हम मे से कोई भी नयी पीढी को अपने साथ लेकर आगे बढेगा जंग ही ख़तम हो जायेगी .अभी तो हर समय हमारा समाज पीढियों और लिंग विभाजन और धर्मं की लड़ाईयां ही लड़ रहा हैं . बच्चो को बड़ा बनाईये उनके हाथ मे "आक्रोश " दीजिये और आप उस आक्रोश को सही दिशा दीजिये . जिन्दगी की हर जंग आप और हम जीतेगे.
सर पर कफ़न बाँध कर जो मारने को नहीं "मरने को " तैयार हो वही लड़ाई लड़ भी सकता हैं और जीत भी सकता हैं । जो मर सकता हैं वही मार भी सकता हैं ।
केवल अपने लिये नहीं हर उसके साथ खडे हो जो कहीं भी सच के लिये लड़ रहा हैं क्युकी वो एक मकसद से लड़ रहा हैं । साथ दे आज तक की इस मुहीम का अगर जीना हैं और स्वंत्रता से जीना हैं और इस मुहीम को अपने अपने तरीके से अपनी मुहीम बना कर लड़ने की ताकत जगाये ।
ये संदेसा घर घर पहुचाये
हिन्दुस्तान हमारा हैं , हिन्दुस्तान का हर नागरिक पहले हिन्दुस्तानी हैं और बाद मे हिंदू मुसलमान सिख ईसाई नारी , पुरूष या बच्चा हैं ।
देश का नमक खाया हो तो उसके प्रति वफादार रहें और उन सब को समाने लाये जो वफादार नहीं हैं । जिस दिन हम अपने बीच मे रहने वाले ग़लत लोगो को बिना डरे कर्तव्य समझ कर सामने लायेगे उस दिनगलती करने वाला डरेगा आप से हम से ।
बढ़े चलें!बढ़े चलें!बढ़े चलें! और बढ़े चलें!
ReplyDeleteसर पर कफ़न बाँध कर जो मारने को नहीं "मरने को " तैयार हो वही लड़ाई लड़ भी सकता हैं और जीत भी सकता हैं । जो मर सकता हैं वही मार भी सकता हैं ।
ReplyDeleteAshmat!!! marane ke liye nahi, marane ke liye ladana hai, sirf aur sirf marane ke liye...
बच्चो को बड़ा बनाईये उनके हाथ मे "आक्रोश " दीजिये और आप उस आक्रोश को सही दिशा दीजिये . जिन्दगी की हर जंग आप और हम जीतेगे.
ReplyDeleteहम आप से सहमत हैं.
आभार.
आप से सहमत हैं.
ReplyDeleteआभार.
sahi hai ye ekta ka jazba bana rahe,har us nagrik ke saath har insaan ho jo ye jung ladhe,ekdam sehmat hai.
ReplyDeleteभले ही इस काम में देर हो चुकी है, लेकिन जितनी जल्दी हो सके सैन्य शिक्षा और नैतिक शिक्षा अनिवार्य होना चाहिये…
ReplyDeleteआप से सहमत हैं.
ReplyDeleteआभार.
असहमत होने का कोई कारण नहीं है जी
ReplyDeletesahi kaha ....hindustaan ka har naagrik pahle hindustaani hai ,baad me hindu, muslim, sikh ,isaai ya koi nari ,purush
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