मुझ से निरंतर कहा जाता हैं ब्लोगिंग एक परिवार हैं और मैने नारी ब्लॉग बना कर गलती की हैं यहाँ कोई खराब नहीं हैं और मै हमेशा offensive पर रहती हूँ और बहुत कर्कश हूँ । सो इस बार ये पोस्ट देने से पहले सबके आदर्श श्री सतीश सक्सेना जी और श्री समीर लाल जी को मेल दे कर ये सूचित किया कि वो इस लिंक को देखे । मैने उनके उत्तर का इंतज़ार किया और अब इंतज़ार ख़तम हुआ क्युकी उत्तर आगया हैं
सतीश जी का मानना हैं कि उन्होने इस नज़रिये से नहीं सोचा और समीर जी कहते हैं कि सुधारने के लिये एक मौका देना चाहिये
अब छिछोरो को क्या कोई सुधार सका हैं वो किसी भी उम्र पर पहुँच जाये उनके लिये स्त्री केवल और केवल स्त्री ही होती हैं । लेकिन एक बात जरुर हैं जो इन छिछोरो कि संगती में ताली बजाते हैं वो स्पाइन लेस ही होते हैं ।
अब आप सब इस लिंक पर पढे जो हो रहा हैं । देखिये ब्लोगिंग क्यूँ कि जाती और उसके क्या क्या फायदे हैं । और ये भी देखिये जो समाज मे आवाज उठाते हैं हम उनके प्रति क्या रविया रखते हैं । इस पोस्ट पर आये कमेंट्स सब कहानी खुद ही कह रहे हैं और इनको आप तक लाना जरुरी हैं । मै ना पोस्ट हटाने कि मांग कर रही हूँ , ना कमेंट्स हटाने कि क्युकी कौन क्या हैं और जहिनियत के अंदर कितनी जहालत हैं ये पोस्ट और ऐसी तमाम पोस्ट और कमेन्ट जहां कोई आपत्ति दर्ज नहीं होती उसका आइना हैं
nsmssksr yah tippani jsbsrdasti se karvaai gayi hai. baki batein baad mein.
raj bhatia
nsmssksr yah tippani jsbsrdasti se karvaai gayi hai. baki batein baad mein.
raj bhatia
main to abhi sokar he nahin utha hu. ye photo kahan se aa gaya?
waakai sab photoo mast hain.
oho, to chai bhatia ji ne di thi.
हम तो इसी लिए खिसक लिए थे हालत ठीक नज़र नहीं आ रहे थे ...
नोक झोंक प्यार मुहब्बत की निशानी है
यह बना असली परिवार। बरतन हों और खड़कने की आवाज नहीं आए तो काहे की रसोई और कैसा परिवार। शीत युद्ध है गर्म युद्ध।
बहुत चिंतित है ब्लु लाइन बसे
kuchh bhi kaho, rohtak aa kar maza aa gaya, bhai raj bhatiya aur lalit sharma ke alava sangita puri,nirmla kapila, dr aruna kapoor,ajay jha samet naye sathiyon me kevalram,niraj jat,hardeep ityadi se mil kar maza aaya.....agar aise prem aur utsah bhare aayojan lagatar hote rahen to bloggers me aur nikatta aayegi bahut bahut aabhr raj ji ka ...........
vaise lalit ji ne maze khoob karaaye - maine to khoob aanand liya raat bhar rachna ka .............ha ha ha ha ha ha
खूब रहा ब्लागर मिलन ... पढ़कर आनंद आ गया पंडित जी ...
अति सुन्दर :)
बहुत बढ़िया रिपोर्टिंग ....... असल रिपोर्टिंग तो यही है ..... काफी सारी अंदर की बातें पता चली !!
मूंछो की लाज रख ली..... बेधरक हो कर रिपोर्ट कर दी.... बढिया लगा.
मज़ा आया रिपोर्ट पढ़ कर ...बहुत बढ़िया
chaliye zald lout ke aiye ham log aa rahe hai C.G.
vaheen sunege
चाय तो मुझे भी पीनी है जी
हिमाचल जाकर ही पीयेंगें, केवलराम जी के हाथों से
फिर बर्तन किस तरीके से मांजे गये देशी या जर्मन
नीरज में दम है सुबह-सुबह रचना को झेला :)
आपकी अजवायन ने कुछ आराम दिया या नहीं
रात को ही वह दवा ले लेते जी, जो अलबेला जी बता रहे थे :)
प्रणाम
@अलबेला जी
गलत बात है जी खुद तो रातभर रचना का आनन्द लिये और सुबह नीरज को झेलाया।
ललित जी को दवा क्यों नहीं दिलवाई जी आपने
प्रणाम
खूब रहा ब्लागर मिलन
हमें तो हिमाचल की चाय का इन्तजार है।
मूंछ वाले कविराज काहे रचना रचना पुकारते हो असली रचना कही सुन ना ले | और आपकी वो तस्वीर सब भाभीजी को भेजने वाला हूँ जिनमे आप जनानियो के पास बैठ कर बहुत हंस रहे है |तब आपको रचना याद आयेगी |
जानदार शानदार जबर्दस्त्त ..मजा आ गया पढकर ये मिलन .
जय हो।
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ग्राम, पौंड, औंस का झमेला। < विश्व की दो तिहाई जनता मांसाहार को अभिशप्त है।
ab kesi tbiyt he jnaab ki hm to bs aapke khtte mithe anubhvon ke prtikshart hen. akhtar khan akela kota rajsthan
आपने तो डरा ही दिया था.
मैंने पहले ही कहा था पानी के किनारे जरा खाने "पीने में एहतियात बरतना। हो गया ना ऐंड-बैंड़।
पोस्ट ही बता रही है सबके रात का फसाना। :-)
जय हो !!!
नीरज ने इतनी मोटी रजाई ओढी हुई है तो क्या इतनी ठण्ड थी?
जय हो,अब तो कल की चाह का आर्डर बुक कर लेवें.
पढ़कर आनंद आ गया भैया.... सेहत का ख्याल रखें... शुभकामनाएं.
रचना! :)
ठण्ड में कोट पहन कर नहाना उचित रहेगा... मेरी सलाह मान लीजिये.. :)
जादू नहीं दिखाया! पूरी पोस्ट ही जादू है!
@अलबेला जी...ये सही नहीं किया आपने...दस मिनट के लिए ही मिले और जयपुर को चल दिए
@ललित जी...आप सही हैं... चुपचाप रेवाड़ी के लिए निकल लिए...:-(
जादू दिख गया हमें तो...अभी बचोगे नहीं..सुनाये बिना छोडूंगा नहीं..कभी तो पकड़ आ जाओगे इसी ट्रिप में. :)
हाय मूंछवाले डार्लिंग..why did not you call me? मुन्नी नाराज हुई तुमसे डार्लिंग.. you have missed the bus of 'MUNNI BADNAM HUI TERE LIYE' dance.
Dont worry darling..keep in mind for next time...love you darling n best wishes to all the bloggers.
सोच रहे हैं कि हमें भी पहुँच ही जाना चाहिए था :)
क्या आपका बहाना बना हम भी न नहाने का प्रयास करें।
अच्छा लेख़., यदि आप को "अमन के पैग़ाम" से कोई शिकायत हो तो यहाँ अपनी शिकायत दर्ज करवा दें. इस से हमें अपने इस अमन के पैग़ाम को और प्रभावशाली बनाने मैं सहायता मिलेगी,जिसका फाएदा पूरे समाज को होगा. आप सब का सहयोग ही इस समाज मैं अमन , शांति और धार्मिक सौहाद्र काएम कर सकता है. अपने कीमती मशविरे देने के लिए यहाँ जाएं
ललित जी
जितनी शानदार पोस्ट है , उतनी ही शानदार प्रतिक्रियाएं भी क्या कहूँ ...आपका अंदाज ही कुछ ऐसा है ...आप सबसे मिलकर हार्दिक प्रसंता हुई ....आगे भी इन्तजार रहेगा मिलन का ..सुंदर पोस्ट
चलते -चलते पर आपका स्वागत है