“ज़रूरी यह है कि शिक्षा प्रणाली को दुरुस्त किया जाए। उसे आम जनता को ध्यान में रख कर बनाया जाए।”
“ऐसी शिक्षा होनी चाहिए जो लड़का-लड़कियों को ख़ुद के प्रति उत्तरदायी और एक-दूसरे के प्रति सम्मान की भावना पैदा करे। लड़कियों के भीतर अनुचित दबावों के खिलाफ़ विद्रोह पैदा हो। इससे तर्कसंगत प्रतिरोध होगा।”
‘एक महिला को पढाओगे तो पूरा परिवार पढेगा।”
ReplyDeleteACCHI PAHAL
wakai behtarin post
ReplyDeleteआभार आपका।
ReplyDelete‘एक महिला को पढाओगे तो पूरा परिवार पढेगा।”
ReplyDeleteek sahi sonch ko badhava deta sahi sarthak baat .. mai bhi "nari " blog ke liye rachnayen likhna chahti hun ho sake to mujhe bhi jode isse ...aabhar
ऐसी शिक्षा होनी चाहिए जो लड़का-लड़कियों को ख़ुद के प्रति उत्तरदायी और एक-दूसरे के प्रति सम्मान की भावना पैदा करे। लड़कियों के भीतर अनुचित दबावों के खिलाफ़ विद्रोह पैदा हो
ReplyDeleteबिलकुल सही ......