संगीता पुरी निरंतर ब्लॉग मे अपनी क़ाबलियत से अपनी बात "ज्योतिष" विषय के ऊपर लिख रही हैं । अपने विषय मै इतनी क़ाबलियत रखना अपने आप मै तारीफ़ योग्य बात हैं । एक्स्सिलएंस किसी भी विषय मे होना निसंदेह तारीफ़ की बात हैं । वो अपने विषय मे भविष्यवाणी भी करती हैं जो अगर आप उनका ब्लॉग पढते हो तो आप को सही सिद्ध होती ही दिखती हैं । हो सकता हैं ये मात्र संयोग हो , हो सकता हैं ये मात्र तुक्का हो पर इस से क्या उनकी अपने विषय मे जो क़ाबलियत है वो कम हो जाती हैं ? उन पर निरंतर उंगलियाँ उठती हैं कि वो जो कह रही हैं उसका कोई साक्ष्य नहीं होता लेकिन जितने भी वैज्ञानिक हैं
जो ग्लोबल वार्मिंग ग्लोबल वार्मिंग का शोरमचा रहे थे आज मिनी आइस एज कि वापसी कि बात कर रहे हैं । प्रकृति को समझना बहुत कठिन हैं लेकिन अपने विषय मे पारंगत होना और निरंतर अपने विषय को आगे ले जाना हमे
संगीता पुरी से सीखना चाहिये ।
उनकी भविष्यवाणी भूकंप के बारे मे फिर सही सिद्ध हुई हैं ।
मिनी आईस एज Feeling That Cold Wind? Here’s Why।अपने विषय मै अपने को निरंतर आगे बढाते रहना और उसको समझना और समझते रहना यही सीख देती संगीता मुझे
मेरे बारे में इतना कुछ कहने और मुझे इतना सम्मान देने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद रचना जी !!
ReplyDeleteआलोचना आदमी का फिदरत है, पर अपने लक्ष्य की ओर जाने वाले अपना मार्ग कभी नहीं छोड़ते. जो हमें सही लगता है , जिसे हमारी आत्मा स्वीकार करती है. वही पथ सही है. वक्त आने पर उसकी सार्थकता और अहमियत को सभी स्वीकार करते हैं.
ReplyDeleteसंगीता जी के ज्योतिष के प्रति समर्पण को मेरा नमन.
रचना जी, अगर सही सही कहा जाए तो आप इस तरह की बातों से अंधविश्वास ही फैला रही हैं। हमें आपसे ऐसी उम्मीद नहीं थी। क्योंकि यह अंधविश्वास भी नारीवाद के रास्ते का एक सबसे बड़ा कांटा है।
ReplyDeleteसंगीता जी की भविष्यवाणी कहां से सही है? उन्होंने कहा था कि 180 डिग्री लोंजीट्यूड पर या उस से 20 डिग्री विचलन पर भूकम्प आएगा। लेकिन यह आया है 72.20 डिग्री पर। यह तो वही बात हुई कि वे कहें मालविका के घर चोरी होगी और चोरी हो जाए आपके घर। यह कैसी भविष्यवाणी है?
zakir i hv merely appreciated sangetas work and i hv said प्रकृति को समझना बहुत कठिन हैं लेकिन अपने विषय मे पारंगत होना और निरंतर अपने विषय को आगे ले जाना हमे संगीता पुरी से सीखना चाहिये ।
ReplyDeleteyou cant say that she is not a master in her feild believing and not believing is your own desicion
and what is naarivaad first make it clear in your mind sir because everytime we write something you say its wrong
ज़ाकिर भाई, भले ही आप और हम जैसे लोग ज्योतिष को न मानें, लेकिन हम लोग अल्पसंख्यक हैं। शायद 95%, बल्कि मुझे लगता है कि भारत की 98-99% जनता भी ज्योतिष पर विश्वास रखती है। ऐसे में अंधविश्वास या विश्वास की बातें करना नक्कारखाने में तूती के समान है।
ReplyDeleteअब ज्योतिष एक विषय तो है ही, और उसमें संगीता जी पारंगत हैं इसमें कोई विवाद नहीं है, उसके सच-झूठ, सही-गलत होने सम्बन्धी विवाद तो हमेशा चलते रहेंगे… लेकिन इस वजह से संगीता जी का निजी अध्ययन, मनन, गणनाएं सिरे से नकारी भी नहीं जा सकतीं। मैं न मानूं, आप न मानें, प्रवीण शाह न मानें… लेकिन हजारों ऐसे भी हैं जो मानते हैं, अब क्या किया जा सकता है…।
और इसमें "नारीवाद" कहाँ से घुस आया ज़ाकिर भाई?
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रचना जी,
आदरणीय संगीता पुरी जी के ब्लॉगिंग के प्रति समर्पण, गत्यात्मक ज्योतिष के प्रति उनके द्ढ़ विश्वास और इस विधा को साधने और लोकप्रिय बनाने के उनके प्रयासों का आपने संज्ञान लिया और अपने तरीके से उन्हें सम्मानित किया, इसके लिये आपका 'नारी' ब्लॉग प्रशंसा का पात्र है। मैं स्वयं भी संगीता पुरी जी का प्रशंसक और शायद सबसे नियमित आलोचक भी हूँ।
अपनी पोस्ट में सीधे तौर पर न सही, Indirectly आपने ग्लोबल वार्मिंग के वर्तमान हल्ले पर जो शक जाहिर किया है वह एक जायज शक है।
अपने अध्ययन,शोध और सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध सबूतों से मैं तो पूरी तरह से आश्वस्त हूँ कि ग्लोबल वार्मिंग का यह हल्ला एक बहुत बड़ा धोखा है, खासतौर पर विकासशील व गरीब देशों के साथ...
ज्योतिष एक विद्या है. आप इस पर विश्वास करें या न करें. यह आपकी आस्था है. पर यह अन्धविश्वास नहीं है. संगीता जी इस विषय में जिस प्रकार अध्ययन में लगी हुई हैं, वह वास्तव में प्रशंसा की पात्र हैं.
ReplyDeleteसंगीता जी जिन्दाबाद!!
ReplyDeleteविश्वास और अंधविश्वास ये बड़े चतुर लोगों द्वारा ढूँढे गए शब्द हैं .
ReplyDeleteदोनों में क्या अन्तर है कोई बताएगा
संगीता जी को उनके दृढ़ संकल्प के लिए बधाई
"हिन्दी ब्लोगिंग का पहला बाइलिन्गुअल कम्युनिटी ब्लॉग जिस पर केवल महिला ब्लॉगर ब्लॉग पोस्ट करती हैं ।"
ReplyDeleteक्योंकि पुरुषों को इसकी इजाजत नहीं है :)