अभी अभी "नारी" को नए कलेवर में देखा. इन तीनों चित्रों का संयोजन क्या कुछ कह रहा है. खुद अपनी भाषा में कुछ कह रहे हैं और शांत सी नारी की जीवन से जुड़ी विधाओं की ओर इंगित कर रहे हैं. क्या नारी का ये नया कलेवर आप सबको भी अच्छा लगा. अपने विचारों से अवगत कराएँ.
बेहद शानदार...
ReplyDeleteयानि रचना जी ने अनुरोध स्वीकार कर लिया...शुक्रिया...
bahut achha lga hai .
ReplyDeleteनारी का यह नया कलेवर जितना यथार्थवादी है उतना ही कलात्मक एवम् काव्यात्मक ! यह नारी के जीवन की संघर्षशीलता के साथ ही उसकी सर्जनात्मकता की ओर भी संकेत करता है ! इतने ख़ूबसूरत कलेवर के चयन के लिए मेरी बधाई स्वीकार करें !
ReplyDeleteनारी ब्लॉग का नया कलेवर बेहद खूबसूरत होने के साथ साथ नारी के संगर्ष की बात भी कह रहा है ...... एक घर ......एक कुर्सी और एक पेड़ ....... अपने आप में एक कहानी
ReplyDeleteनारी ब्लॉग का नया कलेवर बेहद खूबसूरत होने के साथ साथ नारी के संगर्ष की बात भी कह रहा है ...... एक घर ......एक कुर्सी और एक पेड़ ....... अपने आप में एक कहानी
ReplyDeleteनारी ब्लॉग का नया कलेवर बेहद खूबसूरत होने के साथ साथ नारी के संगर्ष की बात भी कह रहा है ...... एक घर ......एक कुर्सी और एक पेड़ ....... अपने आप में एक कहानी
ReplyDeleteनारी ब्लॉग का नया कलेवर बेहद खूबसूरत होने के साथ साथ नारी के संगर्ष की बात भी कह रहा है ...... एक घर ......एक कुर्सी और एक पेड़ ....... अपने आप में एक कहानी
ReplyDeleteits beautiful ! इससे पहले का कलेवर तेजमय था और यह कलेवर शांत और कलात्मक ...ऐसा लग रहा है कि नारी ने अपना एक मकाम हासिल कर लेने के बाद अपने संघर्ष को एक व्यवस्थित रूप दे दिया हो.
ReplyDeleteNaari blog ka yah sundar kalevar bahut achha laga... Nayee saaj-sajja ke liye bahut dhanyavaad...
ReplyDeleteकलेवर अच्छा है. फॉण्ट आकार थोडा बड़ा होना चाहिए.
ReplyDeleteहैडर की इमेज नीरवता, निजता, और निर्वसनता को दर्शा रहीं हैं...
नया कलेवर बहुत सुंदर लग रहा है |बधाई
ReplyDeleteआशा
achchaa laga aapka blog
ReplyDeletevivj2000.blogspot.com
सफेद बर्फ़ चारो तरफ़...दूर खड़ी इक नारी....नितांत अकेली लेकिन अडिग अटल विश्वास के साथ...बीच में दिल लेखन के रूप में....तेज़ धारा से शांत हुई नदिया....
ReplyDeleteसुन्दर है....बधाई...
ReplyDeleteनया कलेवर बहुत सुंदर लग रहा है
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