February 09, 2011

चेन ने लूटा चैन !

चेन ने लूटा चैन !

भारतीय नारी का जीवन अनेकों बंधनों से बंधा है.उन्ही बंधनों में से एक बंधन है सोने से जुड़ा उसके सुहाग का जीवन .मंगलसूत्र का सोने का होना नारी का सुहाग बचाता है भले ही उस मंगलसूत्र को बचाने में कोई भी हादसा घट जाये.आये दिन महिलाओं की सोने की चैन लुट रही हैं लेकिन चैन पहनने वाली महिलाओं की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है.भला सोने की चैन ही अगर सुहाग की रक्षा करती है तो उन महिलाओं के सुहाग की रक्षा कैसे होती है जिनके पति पर उन्हें सोने की चैन पहनाने के पैसे नहीं.इन अंधविश्वासों से भारतीये नारी जितनी जल्दी अपने को दूर हटा लेगी उतनी ही जल्दी विकास की राह पर आगे बढ़ सकेगी.

4 comments:

  1. सौ प्रतिशत सही। नारियों के दमन का यह एक हथियार है। मैं तो कहता हूं की आखिर सिंदूर, चुड़ी, बिंदिया भी क्यूं। क्यों महिलाओं के लिए ही यह नियम है िकवह शादी शुदा दिखे पुरूषों के लिए क्यों नहीं। पर हमारे पुरखों ने महिलाओं का ऐसा ब्रेनवाश किया है कि उससे निकलने में सदियां लगेगी।

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  2. सौ प्रतिशत सही। नारियों के दमन का यह एक हथियार है। मैं तो कहता हूं की आखिर सिंदूर, चुड़ी, बिंदिया भी क्यूं। क्यों महिलाओं के लिए ही यह नियम है िकवह शादी शुदा दिखे पुरूषों के लिए क्यों नहीं। पर हमारे पुरखों ने महिलाओं का ऐसा ब्रेनवाश किया है कि उससे निकलने में सदियां लगेगी।

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  3. जहा तक मंगलसूत्र की बात है तो वो केवल दक्षिण भारत में ही पहना जाता है बाकि जगह महिलाए चेन पहनते है जो अपनी ख़ुशी से और अपने लिए पहनती है | चेन लुटा जाना एक कानून व्यवस्था का मामला है हा महिलाए ये कर सकती है की ऐसे समय में वो थोडा हिम्मत दिखाए और लुटेरे का पीछ करे या उनका कस कर प्रतिरोध करे या शारीरिक रूप से अपने आप को थोडा सक्षम बनाये की इस तरह की किसी भी घटना होने पर सामने वाले का अच्छा सबक सिखा सके तो अच्छा होगा |

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