August 02, 2009

ध्यान रहे आप कैसे व्यक्ति हैं आप की अभिव्यक्ति ये बताती हैं - चिटठा चर्चा.-.संवाद

आज पढा इस चर्चा को . सबने सब कह दिया और सबने सब सह लिया . हिंदी ब्लॉग जगत का आभार और शुक्रिया की एक मत होकर विरोध हुआ "एक गलत अभिव्यक्ति का " ना की"व्यक्ति" का . पर ये ध्यान रहे आप कैसे व्यक्ति हैं आप की अभिव्यक्ति ये बताती हैं . . वीनस उम्र मे कम पर सोच मे बडे हैं और डॉ अमर को समझना और मुश्किल हो जायेगा अगर उन्होने गहन और शिष्ट शब्दों का प्रयोग शुरू किया . समीर को कभी भी कोई गलत लिखता नहीं लगता पर आपति वो नारी ब्लॉग पर अपनी उस लेख के विरूद्व दर्ज करा चुके हैं कुश . क्या माफ़ी मांगने से अपराध कम हो जाता हैं , शायद नहीं, केवल हमारी गिल्ट ख़तम होती हैं . और जो माफ़ी नहीं मांगते उनमे गिल्ट भी नहीं होती क्युकी गिल्ट का सम्बन्ध आत्मा से होता हैं . विवाद, कभी ख़तम नहीं होते हां संवाद जरुर ख़तम हो जाते हैं . संवाद चलता रहे , समर्थन मिलता रहे , हम अपने सामाजिक कर्तव्यों को पूरा करते रहे , इसी कामना के साथ एक बार फिर आभार .

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