
" जिसने घुटन से अपनी आज़ादी ख़ुद अर्जित की " "The Indian Woman Has Arrived " एक कोशिश नारी को "जगाने की " , एक आवाहन कि नारी और नर को समान अधिकार हैं और लिंगभेद / जेंडर के आधार पर किया हुआ अधिकारों का बंटवारा गलत हैं और अब गैर कानूनी और असंवैधानिक भी . बंटवारा केवल क्षमता आधारित सही होता है
September 09, 2008
कल के अमर उजाला के ब्लाग कोने में नारी .ब्लॉग की एक पोस्ट की चर्चा

@खुशी हुई कि मिडिया इस ब्लॉग को पढ़ती है .देखती है
ReplyDeleteवधाई हो.
यह तो बहुत अच्छी बात है. नारी कामकाजी होना चाहती है. पुरूष कामकाजी पत्नी चाहता है. चलिए एक बात पर तो एक राय बनी.
ब्लॉग ने आज अपना एक मुकाम बनाया है...अख़बार भी ब्लॉग की अहमियत समझते हैं...और वे इस बारे में अपनी ज़िम्मेदारी को बखूबी निभा रहे हैं...
ReplyDeleteरंजना थैंक्स सूचना देने के लिये . मोनिका का लेख था ही बहुत अच्छा
ReplyDeleteबहुत ही बड़िया खबर है ये तो…मोनिका जी को बधाई
ReplyDeleteमोनिकाजी को बहुत बहुत बधाई।
ReplyDeleteमोनिका को और रचना आप दोनों को बधाई।
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