tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post990932661435329021..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: आर्थिक जुर्माना क्यूँ नहीं ???रेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-4295884938941131162011-03-18T23:08:07.886+05:302011-03-18T23:08:07.886+05:30रचना जी मैं समझता हूँ पिछले लेख में बलात्कारी पर आ...रचना जी मैं समझता हूँ पिछले लेख में बलात्कारी पर आर्थिक जुरमाना लगाने का विरोध नहीं किया गया था बल्कि सिर्फ जुर्माना लेकर अपराधी को छोड़ देने की मानसिकता का विरोध था. अगर बलात्कारी कुछ पैसे भरने के बाद सजा से बच जाता है तो इस प्रवृति पर रोक कैसे लगेगी. संपन्न बलात्कारी के लिए तो ये पैड सेक्स जैसा ही होगा. <br /><br />मेरे हिसाब से बलात्कार को दुसरे आम अपराधो जैसा भी नहीं माना जाना चाहिए क्योंकि बलात्कार का असर पीड़ित पर शारीरिक, मानसिक, पारिवारिक,सामाजिक, हर स्तर पर पड़ता है. अतः बलात्कारी को भी शारीरिक और आर्थिक हर स्तर पर सजा दी जानी चाहिए ताकि दुसरे इस प्रकार का अपराध करने से डरें .VICHAAR SHOONYAhttps://www.blogger.com/profile/07303733710792302123noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-26453632135323366732011-03-18T23:04:47.850+05:302011-03-18T23:04:47.850+05:30सजा के साथ आर्थिक दण्ड आवश्यक है... सजा से भी काम ...सजा के साथ आर्थिक दण्ड आवश्यक है... सजा से भी काम चल सकता है बशर्ते कि ऐसी सजाओं के साथ अन्य चीजें भी हों, जैसे किसी प्रकार की सहायता, लोन का न मिलना. उद्यमों इत्यादि के लाइसेंस जब्त करना व आगे न देना. किसी भी प्रमाण पत्र में एन्ट्री करना कि यह व्यक्ति बलात्कार के आरोप में इतने वर्ष सजा काट चुका है.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-17535505020125136942011-03-18T17:46:47.648+05:302011-03-18T17:46:47.648+05:30केवल आर्थिक दंड भुगता कर छोडना, बलात्कार जैसे अपरा...केवल आर्थिक दंड भुगता कर छोडना, बलात्कार जैसे अपराध के लिये निन्दनीय है। <br />होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं|Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-13751115995081543942011-03-18T16:28:19.961+05:302011-03-18T16:28:19.961+05:30agree करती हूँagree करती हूँpragyahttps://www.blogger.com/profile/04688591710560146525noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-24944296358169466142011-03-18T13:12:34.346+05:302011-03-18T13:12:34.346+05:30where is your visit not visible
if recent visitor...where is your visit not visible <br />if recent visitor counter then you need to be logged into your blogger account i think <br />its a widget by google so i am not too sure just put it on the blog to see the visitorरचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-41428214491476904842011-03-18T13:05:34.568+05:302011-03-18T13:05:34.568+05:30my visit is not visible ..why ?my visit is not visible ..why ?G.N.SHAWhttps://www.blogger.com/profile/03835040561016332975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-65947893995571295902011-03-18T13:04:18.216+05:302011-03-18T13:04:18.216+05:30पहली नजर में ही ..जब कोई ऐसी मामला नजर आये .त...पहली नजर में ही ..जब कोई ऐसी मामला नजर आये .तब बलात्कारी के परिवार वालो के पूरी सम्पति सील कर देनी चाहिए ..जब तक जज मेंट न आ जाये ! अन्यथा खरीद - फ़रोख होती रहेगी ! न्याय भी दूर ! इससे ये होगा की ...दुसरे परिवार वाले भी अपने युवाओ को सबक सिखायेंगे !G.N.SHAWhttps://www.blogger.com/profile/03835040561016332975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-8668782558772127142011-03-18T12:42:29.813+05:302011-03-18T12:42:29.813+05:30जब तक समाज में पैसे से क़ानून खरीदा जाता रहेगा तब त...जब तक समाज में पैसे से क़ानून खरीदा जाता रहेगा तब तक यही होगा. यहाँ कानून दबंगों को बचाने के लिए बना है. फिर यादव परिवार हो, मनु शर्मा हों उनका कोई कुछ नहीं कर सकता है. ये सत्ताएं और हमारी अदालतें इस दबाव में ही काम कर रही हैं. दूर क्यों जाते हैं? हसन अली को जमानत दे दी गयी. जब सुप्रीम कोर्ट ने उसको फटकार लगायी तब उसका समर्पण हुआ. ये हमारे न्यायाधीश किस बिला पर अपराधी को छोड़ने का निर्णय देते हैं. बलात्कार के अपराधी अधिकतर दबंग ही होते हैं और फिर वे सौदा करने के लिए तैयार होते हैं.<br />हजारों और सैकड़ों में कितने बलात्कार के मामले संज्ञान में आते हैं. क्षतिपूर्ति की व्यवस्था होनी चाहिए.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-37649424829168749462011-03-18T11:28:27.319+05:302011-03-18T11:28:27.319+05:30होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं ,होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं ,संजय कुमार चौरसियाhttps://www.blogger.com/profile/06844178233743353853noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-29630824281696189862011-03-18T11:23:53.071+05:302011-03-18T11:23:53.071+05:30केवल आर्थिक दंड भुगता कर छोडना, बलात्कार जैसे अपरा...केवल आर्थिक दंड भुगता कर छोडना, बलात्कार जैसे अपराध के लिये निन्दनीय है। यानि जिसके पास पैसा है उसे ये अपराध करने पर भी कुछ फर्क नहीं पडेगा। हाँ सारी सम्पत्ति जब्त करना और उसके बाद सजा भी देना ज्यादा कारगर हो सकता है।<br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-79231291917497701722011-03-18T11:19:42.333+05:302011-03-18T11:19:42.333+05:30अंशुमाला अभी एक केस हुआ हैं जहां महिला ने कोर्ट से...अंशुमाला अभी एक केस हुआ हैं जहां महिला ने कोर्ट से केस बंद करने के लिये कहा हैं क्युकी उसने अपने बलात्कारी से शादी कर ली हैं और उनके एक बच्चा भी हैं । वो अब "शांति " से रहना चाहते हैं । कानून ऐसे मे क्या करसकता हैं ।रचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-21547698572121858022011-03-18T10:29:40.318+05:302011-03-18T10:29:40.318+05:30पिछले लेख में ये सवाल नहीं था की आर्थिक दंड क्यों ...पिछले लेख में ये सवाल नहीं था की आर्थिक दंड क्यों दिया गया सवाल ये था की जिन अपराधियों को १० साल की सजा हुई थी उन्हें उपरी आदालत ने सिर्फ आर्थिक दंड दे कर क्यों छोड़ दिया गया | जहा तक मेरी जानकारी है की ऐसे केस में अपराधियों पर कुछ आर्थिक दंड लगता है जो पीड़ित के लिए होता है किन्तु साथ में उसे जेल की सजा भी होती है | लेकिन ये तो गलत होगा की आर्थिक दंड दुगना कर अपराधी को जेल की सजा से छुट दे दी जाये | वैसे ऐसे केस में समस्या सजा के प्रावधान में नहीं है समस्या है की अपराध या तो सामने ही नहीं आते या अपराध साबित करना मुश्किल हो जाता है या फिर कई बार कुछ गरीब महिलाए या उनका परिवार पैसे ले कर या दबाव में केस वापस ले लेते है जैसे शाहनी आहूजा के केस में अब हो रहा है |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.com