tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post8765617042898489764..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: मोनालिसा इज स्मायीलिंग..बट इज शी हैप्पी ??रेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-16632727873346235142009-11-28T15:53:45.823+05:302009-11-28T15:53:45.823+05:30@abha
its written by rashmi not by me@abha<br />its written by rashmi not by meAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-56107460264883196962009-11-28T09:54:39.894+05:302009-11-28T09:54:39.894+05:30बहुत ही बढ़िया पोस्ट है |
मैंने ये पिक्चर देखि ह...बहुत ही बढ़िया पोस्ट है | <br />मैंने ये पिक्चर देखि है और न जाने कितनी बात देखि है , लगता है जैसे हमारी ही खाने हो | जूलिया रेओब्रेट्स का बेहतरीन अभिनय और बहुत ही बढ़िया कहानी | रचना जी , आपके सुब्दर आलेख के लिए धन्यवाद | बिलकुल शै और साफ़ शब्दों में अपनी बात कह दी है आपने |Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/15513772873755122639noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-16146662068657843452009-11-27T15:43:55.303+05:302009-11-27T15:43:55.303+05:30अब तो यह फ़िल्म देखनी पड़ेगी ।अब तो यह फ़िल्म देखनी पड़ेगी ।Chandan Kumar Jhahttps://www.blogger.com/profile/11389708339225697162noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-57776968203474556522009-11-27T13:09:49.226+05:302009-11-27T13:09:49.226+05:30bahut achchha lekh. naari chetna ko jagaata hua....bahut achchha lekh. naari chetna ko jagaata hua....badhaiसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-42200566035519735682009-11-26T23:52:26.314+05:302009-11-26T23:52:26.314+05:30वाह बहुत बढिया.अपनी बात को फ़िल्म के माध्यम से बहु...वाह बहुत बढिया.अपनी बात को फ़िल्म के माध्यम से बहुत सही तरीके से पहुंचाया आपने. फ़िल्म ज़रूर देखूंगी मैं.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-45404675870632338362009-11-26T19:36:45.616+05:302009-11-26T19:36:45.616+05:30फ़िल्म के कथानक को आपने बहुत बेहतरीन अन्दाज़ मे उत...फ़िल्म के कथानक को आपने बहुत बेहतरीन अन्दाज़ मे उतारा है और अगर सन्दर्भ भारतीय महिला का है तो बिल्कुल यही स्थिती है. एक बात मुझे लगती है कि जब तक इन्सान महिला हो या पुरुष जीवन के सबसे महत्वपूर्ण निर्णय इस तरह लेगा उसकी हालत सुधरने बाली नही है.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13199219119636372821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-81602508359144796932009-11-26T19:14:30.755+05:302009-11-26T19:14:30.755+05:30एक अरसे से हमारा कोई contact नहीं और तुम्हारा जब च...एक अरसे से हमारा कोई contact नहीं और तुम्हारा जब चाहे मेरी ज़िन्दगी में चले आना और जब चाहे चले जाना मुझे मंजूर नहीं...स्त्री विमर्श जब इस सटीक सोच के साथ सामने आता है, तब विचारों की स्पष्टता और मज़बूती साफ़तौर पर पता चलती है, लेकिन अफ़सोस...अक्सर देह की आज़ादी की लड़ाई के नाम पर स्त्री मुक्ति और स्वतंत्रता के प्रश्न उलझा दिए जाते हैं. वहां भी स्त्री को बस इतना ही तोष मिलता है, वो अपनी देह जहां चाहे, वहां बांट रही है. उसे ये पता भी नहीं चलने दिया जाता कि उपभोगी पुरुष ही है. स्त्री सिर्फ बदला लेने के लिए उकसाई गई है और फिर किसी और बहेलिए का शिकार है. प्रेम का संतोष उसे कहां मिल पाता है. ख़ैर, शायद विषय भटक गया. अच्छी पोस्ट के लिए रश्मि और नारी परिवार को बधाई.चण्डीदत्त शुक्ल-8824696345https://www.blogger.com/profile/07464479436953603553noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-21178098588490054962009-11-26T18:35:24.570+05:302009-11-26T18:35:24.570+05:30achhi jaankari bhara aalekhachhi jaankari bhara aalekhkishore ghildiyalhttps://www.blogger.com/profile/16989316288193992897noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-51032669487279850772009-11-26T17:27:08.438+05:302009-11-26T17:27:08.438+05:30यह फिल्म तो मै जब देखूंगा तब देखूंगा लेकिन आपके प्...यह फिल्म तो मै जब देखूंगा तब देखूंगा लेकिन आपके प्रस्तुतिकरण का तरीका मुझे बहुत अच्छा लगा । जो आप कहना चाहती हैं और फिलम कहना चाहती है आपने कह दिया है । धन्यवाद ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-54107924669116255122009-11-26T16:29:37.690+05:302009-11-26T16:29:37.690+05:30तो फिर रात आपनी पोस्ट लिख कर ही सोई बहुत सुन्दर ढं...तो फिर रात आपनी पोस्ट लिख कर ही सोई बहुत सुन्दर ढंग से फिल्म की कहानी को प्रभाशित किया है मुझे नहीं लगता कि कोई भी औरत चाहे कितनी भी मुस्कान लिये दिखे मगर अन्दर उसके एक दर्द रहता ही है मेरी एक कविता से कुछ पँक्तियाँ यही कहती हैं<br />कहीं कोई घाव<br /><br />रिसने ना लगे घाव<br /><br />वो पी जाती है<br /><br />इस दर्द से उपजे आँसू<br /><br />और जोर से<br /><br />ह्सती है मुस्कराती है<br /><br />तभी तो शहर की<br /><br />समझदार ,खुशनसीब<br /><br />खुशहाल<br /><br />औरत कहलाती है<br /><br />मगर कितना महंगा पडता है<br /><br />खुशनसीब कहलाना<br /><br />ये सिर्फ वही जानती है<br />जब भी अवसर मिला तो ये फिल्म जरूर देखूँगी शुभकामनायें।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-88640857781079448042009-11-26T14:15:55.125+05:302009-11-26T14:15:55.125+05:30Smiling Faces does'nt meant that there is abse...Smiling Faces does'nt meant that there is absence of sorrow, but it means that they have the ability to deal with them.....<br /><br />good post..somadrihttps://www.blogger.com/profile/16213618928809931364noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-70778525759606195262009-11-26T13:43:52.288+05:302009-11-26T13:43:52.288+05:30real good n informative...real good n informative...neelima garghttps://www.blogger.com/profile/07014867750280659771noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-36625314099060682892009-11-26T10:42:51.253+05:302009-11-26T10:42:51.253+05:30रश्मि,
बहुत बढ़िया लिखा तुमने पर...रश्मि,<br /><br /> बहुत बढ़िया लिखा तुमने पर समझाने वाले के दृष्टिकोण से और समझाने वाले दृष्टिकोण में अगर फर्क हो तो इसकी चिंता हमको नहीं करनी चाहिए. सही दिशा में दिया गया मार्गदर्शन कुछ तो सकारात्मक परिवर्तन लाएगा ही. ऐसा नहीं है कोई भी प्रयास अगर सही है तो सफलता उसकी सुनिश्चित है.<br />ऐसे ही लिखती रहो.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-38552924406318088102009-11-26T10:19:03.861+05:302009-11-26T10:19:03.861+05:30welcome to naari blog rashmi , i am sure we all wi...welcome to naari blog rashmi , i am sure we all will learn more from younsters like you. wonderful post and keep writing <br /><br />@पं.डी.के.शर्मा"वत्स" <br />aap kaa vyang samajh aa gayaa haen , shyaad aap ko post ka "sach" pachaa nahinAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-60410540720142459082009-11-26T06:58:32.370+05:302009-11-26T06:58:32.370+05:30बधाई स्वीकारें।बधाई स्वीकारें।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-38619112510920307422009-11-26T02:53:51.883+05:302009-11-26T02:53:51.883+05:30thanks for wonderful post.thanks for wonderful post.स्वप्नदर्शीhttps://www.blogger.com/profile/15273098014066821195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-5014858166108647012009-11-26T02:39:03.478+05:302009-11-26T02:39:03.478+05:30बहुत ही अच्छा आलेख .
फिल्म सन पचास के आस पास की...बहुत ही अच्छा आलेख .<br />फिल्म सन पचास के आस पास की कहानी कहती है . वैसे ही था तब अमेरिका . उस पीढी की नारियों को कुछ जाना भर है , वही बताती भी हैं उस वक्त की मानसिकता ,और कुछ तो उसी को अच्छाई भी बताती हैं . <br />मैंने तो सिर्फ पिछले पचीस सालों में ही तब से अब तक आये हुए बदलाओं को देखा है और वह सही दिशा में ही है . वह भी एक लिबरल राज्य में रह कर .<br />सुनता हूँ की अमेरिका की बाईबिल पट्टी अभी भी काफी उसी माहौल में है .जितना ज्यादा ' धर्म ' उतनी ही ' सड़ी मानसिकता ' .<br />हर तथाकथित 'धर्म ' ही इस पुरुषोचित ' पित्री सत्तात्मकता ' का जिम्मेदार रहा है . <br />और वही इस मानसिकता का पोषण भी करता है .क्योंकि हर धर्म पुरुषों ने बनाये हैं.<br /><br />किसी ' मोनालिसा ' की कोई भी मुस्कान असली हो ही नहीं सकती जब तक रूढ़ियाँ ( जो धर्म का सब से बड़ा हिस्सा हैं ) नहीं टूटतीं . नारी को ही यह जंजीरें तोड़नी होंगी ,दूसरे शायद साथ भर दे पायें , जिनमे इंसानियत बाकी हो या हो .<br /><br />लेकिन फिल्म से ही जान लें की नारियां ही/भी इस रूढी को पुख्ता बनाने का औजार बना दी जाती हैं , रही हैं , जाने अनजाने या अज्ञानता के ही कारन से .<br />और वह अज्ञानता ' धर्म ' ही उनको,हमको ,सबको इस मानसिकता में धकेलता रहता है, या निकलने निकालने नहीं देता .<br /><br />इस प्रस्तुति के लिए धन्यवाद .RAJ SINHhttps://www.blogger.com/profile/01159692936125427653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-72171878795058403102009-11-26T02:09:36.162+05:302009-11-26T02:09:36.162+05:30(दुख होता है,हम 50 साल पीछे चल रहें हैं)
दुखी हो...<b>(दुख होता है,हम 50 साल पीछे चल रहें हैं)</b><br /><br /><br />दुखी होने की कोई बात नहीं....बस आप इसी तरह से भारतीय नारी की सोच और समझबूझ को विकसित करने का बीडा उठाई रहिए......देखिएगा हमारा समाज सिर्फ कुछ ही वर्षों में अमेरिका से 50 साल आगे ही होगा ।<br />शुभकामनाऎँ कि आप इस महान कार्य में जल्दी सफल हों!!Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-37917902082940556372009-11-26T01:33:32.902+05:302009-11-26T01:33:32.902+05:30बहुत अच्छा आलेख! यह फ़िल्म मैं ने भी देखी है. इस त...बहुत अच्छा आलेख! यह फ़िल्म मैं ने भी देखी है. इस तरह की अन्य फ़िल्मों के नाम भी हमें आपस में एक-दूसरे को सुझाने चाहिये जो छोटे-छोटे नारी विषयक मुद्दों को लेकर बनी हैं. "स्टेपफ़ोर्ड वाइव्ज़," "शी इज़ द मैन," "नॉर्थ कन्ट्री," "एक्यूज़्ड" इसी तरह की कुछ फ़िल्में हैं, जो मैंने देखी हैं.muktihttps://www.blogger.com/profile/17129445463729732724noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-64061860126032152502009-11-26T00:20:56.973+05:302009-11-26T00:20:56.973+05:30"She looks happy. It dsnt matter.if she is re..."She looks happy. It dsnt matter.if she is really happy or<br />not " <br /><br />शोध से पता चला है कि मोनालिसा भी हैपी नहीं थी !<br /><br /><a href="http://arkjesh.blogspot.com/2009/11/blog-post_12.html" rel="nofollow">देखिए तरह तरह की मोनालिसा</a>अर्कजेशhttps://www.blogger.com/profile/11173182509440667769noreply@blogger.com