tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post8550168924839643607..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: कहां हो क्रांतिवीरों.......रेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger25125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-38701711199694841262010-03-10T00:01:59.693+05:302010-03-10T00:01:59.693+05:30इस पोस्ट के लिए बहुत बधाई! महिलाओं की एकता एक समाज...इस पोस्ट के लिए बहुत बधाई! महिलाओं की एकता एक समाज के एक शोषित समाज की एकता है। जब यह बनने लगती है तो जाति, धर्म, संप्रदाय आदि के नाम पर अनेक तरीकों से इसे तोड़ने की कोशिश की जाती है। इस तरह की चेतावनियाँ आवश्यक हैं।संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-32052966934095288252009-08-24T08:57:48.093+05:302009-08-24T08:57:48.093+05:30बहुत बडिया पोस्ट है पेहले इन लोगों से पूछें कि
हि...बहुत बडिया पोस्ट है पेहले इन लोगों से पूछें कि<br />हिन्दूओं मे जो औरतें त्रास्दी झेल रही हैं उन के लिये क्या कर रहे हैं ? औरत का इस्तेमाल कर अपने स्वार्थ की रोटियाँ सेक रहे हैं और इतनी गँभीर बात का इस तरह मज़ाक ? बहुत बडिया लिखा आभार्निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-80420507362109702772009-08-22T00:36:46.112+05:302009-08-22T00:36:46.112+05:30its ok. swapndarshi jee. baat pahuchni chhiye..cha...its ok. swapndarshi jee. baat pahuchni chhiye..chahe rahcha jee kaehin ya mein..ya aap. sath dene ka shukriyaशायदाhttps://www.blogger.com/profile/17484034104621975035noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-15932073415429943522009-08-21T23:16:37.695+05:302009-08-21T23:16:37.695+05:30@shayada,
zaldbaazee aapkaa naam nahee dekh paayee...@shayada,<br />zaldbaazee aapkaa naam nahee dekh paayee, aur laga kee rachna ne likhee hai ye post. Ek behad zarooree post.स्वप्नदर्शीhttps://www.blogger.com/profile/15273098014066821195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-83614557926141170072009-08-21T22:29:27.231+05:302009-08-21T22:29:27.231+05:30@ kush jee- me bilkul hadbadi me nahi hoon, aur ye...@ kush jee- me bilkul hadbadi me nahi hoon, aur ye sabit karne ki mujhe koi zaroorat bhee nahi hai. dukh ki baat ye hai k aap jaise samvedansheel insan ko bhee us post par lagbhag ashleel comments me kuchh ghalat nahi laga. khair jo mujhe sahi laga maine kiya. raha is blog k durupyog ka sawal baat to ye kehne ka kya aadahar hai, ye aapko batana hai. bas. <br />@ suresh jee<br />isme ekta ki taqat dikhane jaisa kuchh bhee nahi hai kyonki is par baat karne walon me stri aur purush donon hain. jine ye mudda lamba kheechna hai shauk se kheeche...koi apna blog chalaye ya band kare ye bhee unka niji mamla hai. humara maksad sirf inta tha k kisi k likhe se kisi koi aahat na ho. शायद, सदा-सर्वदा एकतरफ़ा उपदेश सुनने वाला, संकोची हिन्दू ब्लागर होगा, वरना कोई और होता तो……)। aapse bas ye jan na chahti hoon k koi aur hota to kya karta...bataiyega zaroor.शायदाhttps://www.blogger.com/profile/17484034104621975035noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-91020272735069411622009-08-21T13:37:53.246+05:302009-08-21T13:37:53.246+05:30महिलाओं की "एकता की ताकत"(?) के आगे उस ब...महिलाओं की "एकता की ताकत"(?) के आगे उस ब्लागर ने पोस्ट तो छोड़िये, अपना पूरा ब्लाग ही हटा लिया (शायद, सदा-सर्वदा एकतरफ़ा उपदेश सुनने वाला, संकोची हिन्दू ब्लागर होगा, वरना कोई और होता तो……)। लेकिन उसे ऐसा नहीं करना चाहिये था, बल्कि अपनी बात के पक्ष में सबूत, आंकड़े और तथ्य पेश करना चाहिये था, ताकि उसका पक्ष भी समझा जाता। हो सकता है कि किसी को उसकी भाषा गलत लगी हो, या वह अपनी बात ठीक से नहीं रख पाया हो…, उसके कहने की मंशा कुछ और हो। यदि वह ब्लागर महोदय इसे पढ़ें तो अपना ब्लाग वापस शुरु करें और अपनी बात को ठीक से विस्तार से समझायें…। <br />मैं भी यह जानने की कोशिश करूंगा कि हाल के कुछ वर्षों में मुस्लिम युवकों द्वारा हिन्दू लड़कियों से की जाने वाली शादियों में अचानक बढ़ोतरी क्यों हुई है, साथ ही हिन्दू लड़कियों की मुस्लिमों से तथा मुस्लिम लड़कियों की हिन्दू लड़कों से शादी का प्रतिशत और अनुपात क्या है और इसके पीछे क्या राज़ है…। ज़ाहिर है कि जब बात होगी तो पूरे तथ्यों और आँकड़ों के साथ, ताकि स्वस्थ बहस की जा सके… और एक "गम्भीर मुद्दा" दब न जाये।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-91595893852378844202009-08-21T11:09:39.561+05:302009-08-21T11:09:39.561+05:30शायदा बधाई अब तो पोस्ट ही नहीं ब्लॉग ही गायब हो ग...शायदा बधाई अब तो पोस्ट ही नहीं ब्लॉग ही गायब हो गयाAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-89219389523253161752009-08-21T10:54:03.396+05:302009-08-21T10:54:03.396+05:30http://mahashakti.bharatuday.in/2009/08/women-in-m...http://mahashakti.bharatuday.in/2009/08/women-in-muslim-society.html<br /><br />Please Visit HereAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-27433853673213561012009-08-21T10:40:16.977+05:302009-08-21T10:40:16.977+05:30वसुधैव कुटुम्बकम की बात करने वालो ये तो बतलाओ कि ...वसुधैव कुटुम्बकम की बात करने वालो ये तो बतलाओ कि ये नारी को जाति से क्यों बांध रहे हो? विशाल दृष्टि से देखो तो समझ आएगा कि ये धर्म और जाति की बात नहीं है, मुस्लिम भी अब शिक्षित और सुसंस्कृत हो चुके हैं, और ये फ़तवा तो सानिया मिर्जा के लिए भी जारी किया गया था. उसके परिवार ने तो नहीं उसे सीमाओं में बांधा. धर्म चाहे हिन्दू हो या इस्लाम धर्म के ठेकेदारों की दुकान चलनी चाहिए इसलिए ये सब होता है. <br /> धर्म के आधार पर लड़ाने की एक और नींव खड़ी मत कीजिये. आप खुद एक मंच तैयार कीजिये कि इन बंधनों से मुक्त किया जाए , शादी तो उसका निजी मामला है और उसके लिए वह स्वत्रन्त्र है. शादी के बाद हिन्दू धर्म में नारी उत्पीडन का शिकार नहीं होती इसकी कोई गारंटी नहीं है. इसलिए बेबुनियाद बातों से चर्चा का विषय बनने की कोशिश न करें तो बेहतर होगा.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-27950105833905120462009-08-21T09:32:17.018+05:302009-08-21T09:32:17.018+05:30http://swachchhsandesh.blogspot.com/2009/08/modern...http://swachchhsandesh.blogspot.com/2009/08/modern-global-culture-and-women.html<br /><br />सिर्फ एक ब्लागर यैसा नही है जो नारी के बारे में इस तरह का लेख लिखा हो उपर जो लिंक है कृप्या उसे भी देखें और हो सके तो इस बारें में भी आप अपने ब्लाग में उल्लेख करेंAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-9404432336572338872009-08-21T08:30:08.976+05:302009-08-21T08:30:08.976+05:30puri tarah sahmatpuri tarah sahmatAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-57964096095886800512009-08-21T07:21:34.021+05:302009-08-21T07:21:34.021+05:30सच है ...आपके धर्म ,जाति, वर्ण, प्रांतीय झगडों में...सच है ...आपके धर्म ,जाति, वर्ण, प्रांतीय झगडों में नारियों को ना लपेटे ...नारी को नारी ही रहने दे..अपनी राजनीती का मोहरा ना बनाये ..बहुत सही कहा शायदा और रचना ने ..!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-35616180959343008012009-08-21T01:09:04.865+05:302009-08-21T01:09:04.865+05:30कलम का इस्तेमाल अगर सही तरीके से करना न आए तो सर क़...कलम का इस्तेमाल अगर सही तरीके से करना न आए तो सर क़लम होने का खतरा भी हो जाता है... !मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-69526786905040396402009-08-21T00:00:57.027+05:302009-08-21T00:00:57.027+05:30इस पोस्ट के लिए बहुत बधाई! महिलाओं की एकता एक समाज...इस पोस्ट के लिए बहुत बधाई! महिलाओं की एकता एक समाज के एक शोषित समाज की एकता है। जब यह बनने लगती है तो जाति, धर्म, संप्रदाय आदि के नाम पर अनेक तरीकों से इसे तोड़ने की कोशिश की जाती है। इस तरह की चेतावनियाँ आवश्यक हैं। सब अपने अपने संप्रदाय का पालन करें किसे आपत्ति हो सकती है। संप्रदाय निहायत व्यक्तिगत मामला है। रहा सवाल धर्म का तो उसे कौन समझता है। मैं न्याय के क्षेत्र में काम करता हूँ मेरा धर्म न्याय के लिए काम करना और उस के लिए जूझना है। यही धर्म का सही अर्थ है। आप स्त्रियों की एकता और शोषण से मुक्ति के लिए काम करती हैं, वही आप का धर्म है। आप ने अपना धर्म निभाया है। बहुत बहुत बधाइयाँ।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-72806972945626443122009-08-20T21:38:51.330+05:302009-08-20T21:38:51.330+05:30नारी ब्लॉग का दुरूपयोग हुआ है आज.. शायदा जी इस बार...नारी ब्लॉग का दुरूपयोग हुआ है आज.. शायदा जी इस बार हड़बड़ी में दिखीकुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-51977952508709809752009-08-20T21:30:48.465+05:302009-08-20T21:30:48.465+05:30Rachna ye ek bahut zarooree post hai.
I agree wit...Rachna ye ek bahut zarooree post hai.<br /> I agree with you 100%स्वप्नदर्शीhttps://www.blogger.com/profile/15273098014066821195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-61587339462857739962009-08-20T21:12:06.547+05:302009-08-20T21:12:06.547+05:30भारतीय नागरिक - Indian Citizen
आप औरत को क्यूँ मा...भारतीय नागरिक - Indian Citizen <br />आप औरत को क्यूँ माध्यम बनाते हैं एक दुसरे<br />से अपनी खार मिटाने के लिये . हिन्दू मुस्लिम <br />ये सब कह कर आप औरत के प्रति जो नजरिया <br />दे रहे हैं उसमे "औरत की मर्ज़ी " क्या हैं इस पर<br />कभी सोचा आपने या आप भी ये मानते हैं की<br />औरत की मर्ज़ी नहीं पूछनी चाहिये <br /><br />एक बेहूदी बात मे हां मे हां मिलना और <br />रस ले ले कर कमेन्ट करना क्या यही हैं <br />भारतीये सभ्यता . उस पोस्ट मे निहायत घटिया<br />तरीके से मुस्लिम महिला के प्रति लिखा गया<br />आज एक हिन्दू ने मुस्लिम महिला के लिखा <br />कल एक मुस्लिम हिन्दू महिला के लिये <br />लिखेगा . आप लोगो के अहम् मे कौन पिसा <br />एक महिला . पर अब हमे ये मंजूर नहीं हैं . <br />अपनी लड़ाई मे नारी को मोहरा मत बनायेAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-81224767273283460672009-08-20T21:01:58.829+05:302009-08-20T21:01:58.829+05:30वहां भी विरोध दर्ज़ कराया था, अब दुबारा वही कहता हू...वहां भी विरोध दर्ज़ कराया था, अब दुबारा वही कहता हूं कि यह निन्दनीय है. शर्मसार करने वाली पोस्ट थी वह! और उस से भी ज़्यादा वे रसपानातुर कमेन्टकर्ता! <br /><br />ख़ैर ... मज़े की बात यही पता चली है यहां आकर कि साहब ने पोस्ट ही हटा ली. <br /><br />शायदा, इस तरह की चीज़ों पर इस से अधिक समय बरबाद करने की ज़रूरत नहीं.Ashok Pandehttps://www.blogger.com/profile/03581812032169531479noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-56241794710648525982009-08-20T20:41:10.929+05:302009-08-20T20:41:10.929+05:30indian citizen jee
aapke comment ko padhkar ek hi...indian citizen jee <br />aapke comment ko padhkar ek hi baat samajh aati hai k hum nahi sudhrenge. aap na to us post ka matlab samjhe the aur na hi iska matlab samajh sake hain, isliye aapke virodh ka koi arth hi nahi reh jata.शायदाhttps://www.blogger.com/profile/17484034104621975035noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-64902072728044367982009-08-20T20:20:32.283+05:302009-08-20T20:20:32.283+05:30क्या गलत कहा था उसमें?? उसमें जो कहा गया था उसका म...क्या गलत कहा था उसमें?? उसमें जो कहा गया था उसका मतलब यह था कि हिन्दू उन महिलाओं को नहीं स्वीकारते जो अन्य धर्मों की होती हैं. और यह बिल्कुल ठीक भी है जबकि अन्य धर्मों में किसी दूसरे धर्म की महिला को ब्याह कर घर लाने पर उसे स्वीकार कर लिया जाता है. इसमें क्या अनैतिक बात है और क्या गलत है. यह गलत हो सकता है कि दूसरे धर्म के नारियों का उद्धार ही हिन्दू उनसे शादी कर कर सकते हैं. लेकिन अन्य धर्म की लड़की को स्वीकार करने में हिन्दुओं को आगे आना चाहिये, इसमें कोई बुराई नहीं. मैं आपकी पोस्ट पर अपना विरोध दर्ज कराता हूं.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-59359704580899783262009-08-20T20:13:19.344+05:302009-08-20T20:13:19.344+05:30dharmyudh ki dhwaja lekar humare ek bhai to post h...dharmyudh ki dhwaja lekar humare ek bhai to post hata chuke hain. doosre bhai saheb abhee http://www.sanghparivar.org/blog/rkm-22<br /> par date huye hain.शायदाhttps://www.blogger.com/profile/17484034104621975035noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-43048812905894041952009-08-20T18:28:34.322+05:302009-08-20T18:28:34.322+05:30यह है कलम (की-बोर्ड कहें!) की ताकत। मैं ऐसे विचारो...यह है कलम (की-बोर्ड कहें!) की ताकत। मैं ऐसे विचारों के प्रचार के खिलाफ अपना विरोध यहां दर्ज कर रह हूं।आर. अनुराधाhttps://www.blogger.com/profile/16394670775058734814noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-76099674969099547932009-08-20T18:04:44.133+05:302009-08-20T18:04:44.133+05:30http://www.sanghparivar.org/blog/rkm-22
the post i...http://www.sanghparivar.org/blog/rkm-22<br />the post is here also see the contentAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-63374863871889968292009-08-20T17:39:23.801+05:302009-08-20T17:39:23.801+05:30जिस लेख का आपने उल्लेख किया है अब वह उस ब्लाग पर द...जिस लेख का आपने उल्लेख किया है अब वह उस ब्लाग पर दिखाई नहीं दे रहा है? शायद हटा लिया गया है…Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-87149228979647610072009-08-20T17:09:45.767+05:302009-08-20T17:09:45.767+05:30शायदा मेने भी वहाँ तुम्हारे कमेन्ट के बाद
आपति दर...शायदा मेने भी वहाँ तुम्हारे कमेन्ट के बाद <br />आपति दर्ज करा दी थी . और मुझे उनसे ही नहीं<br />हर उस कमेन्ट करने वाले हिन्दू से पूछना हैं <br />की क्या हिन्दू होने का मतलब नारी का व्यापार<br />कर ना होता हैं . नहीं हम किसी भी धर्म की <br />नारी क्यूँ ना हो सड़क पर नुमायीश मे नहीं बैठी <br />हैं . हम आप की क्रांति के लिये अपने को आप की<br />हवास का शिकार नहीं बनाना चाहती . <br />१९४७ से हम बहुत आगे आ चुके हैं हम को <br />अब अपने युद्घ के लिये ना इस्तमाल करे <br />आप को जो लिखना हैं लिखे पर नारी का अपमान <br />करने का बीडा ना उठाये .Anonymousnoreply@blogger.com