tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post7578824784618331458..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: फेमिनिस्ट या माइसोजिनिस्ट स्त्री कहना हमेशा नारी को समझाने जैसा होता हैं कभी पुरुष को भी समझाए रेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-16711104607839891602017-05-24T11:25:18.801+05:302017-05-24T11:25:18.801+05:30मनीषा बापना जी एक असाधारण सामाजिक कार्यकर्ता है जो...मनीषा बापना जी एक असाधारण सामाजिक कार्यकर्ता है जो आम जनता के लिए नारी सशक्तिकरण के आधार पर निर्भरता से काम कर रही है और उन्हें प्रत्येक कल्पनीय प्रस्ताव सहायता प्रदान करती है। <a href="http://www.manishabapna.com/" rel="nofollow">नारी सशक्तिकरण</a>Manisha Bapnahttps://www.blogger.com/profile/12821729620474658846noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-78240791440863731402017-01-22T15:20:23.325+05:302017-01-22T15:20:23.325+05:30बहुत दिनों बाद आज घंटों बैठ कर लैपटॉप को दुरुस्त क...बहुत दिनों बाद आज घंटों बैठ कर लैपटॉप को दुरुस्त किया और पहली टिप्पणी यहाँ देने पहुँची...मेरे विचार में माता-पिता और बच्चे (बेटा या बेटी) बेझिझक होकर सभी समस्याओं पर बात करें,,, स्वस्थ माहौल में स्वस्थ बातचीत होगी तो ही स्वस्थ समाज की नींव पुख़्ता होगी... मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-44520341576072081802017-01-09T11:54:53.779+05:302017-01-09T11:54:53.779+05:30सबसे ज्यादा जरुरत आज इसी की है कि पिता अपने पुत्र ...सबसे ज्यादा जरुरत आज इसी की है कि पिता अपने पुत्र को समझाये , किन्तु ये न कभी हुआ न कभी होगा । पिता अपने आप को बेटे का मित्र कहते हुए शराब सिगरेट तो दे देते है हर तरीके की बात कर लेते है किन्तु ये सीख देने जरुरत नहीं समझते की स्त्री सम्मान करो और इनकार को अपने ईगो पर न लो , क्योकि वो ये काम स्वयं ही नहीं करते है । जब पुत्र देखते है की घर में माँ का वो सम्मान नहीं है जो पिता का है या माँ के ना का कोई मतलब ही नहीं है तो वो भी वही सीखते है । जरुरत घर के माहौल को बदलने की है , आगे आने वाली पीढ़ी खुद ही सुधर और समझ जायेगी । anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.com