tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post7289062382546780543..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: आम औरत की छवि बिगाड़ते टीवी धारावाहिक...!रेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-27337763402808835242011-07-18T14:19:10.688+05:302011-07-18T14:19:10.688+05:30शब्दशः सहमती है आपसे...
बड़ी ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थ...शब्दशः सहमती है आपसे... <br />बड़ी ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थति है...<br />कुछेक धारावाहिकों को छोड़कर अधिकांश जो दिखाते हैं,क्या सोचकर दिखाते हैं,समझ नहीं आता...<br /><br />नैतिकता की सोचने वाला तो कोई निर्माता रहा नहीं अफ़सोस यह है की सेंसर नाम की भी कोई चीज यहाँ नहीं है...<br /><br />इन धीमे जहर द्वारा संस्कृति का ह्रास तो हो ही रहा है,लोगों की संवेदनशीलता भी कुंद पड़ती जा रही है...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-82894972594974722562011-07-18T12:55:17.929+05:302011-07-18T12:55:17.929+05:30Bahut sahi bat kahi apne. Is or sabhi ko gambhirta...Bahut sahi bat kahi apne. Is or sabhi ko gambhirta se sochne ki jarurat hai.KK Yadavhttps://www.blogger.com/profile/05702409969031147177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-83263211669472322352011-07-18T09:15:31.741+05:302011-07-18T09:15:31.741+05:30सराहनीय प्रयास |
मातृशक्ति को प्रणाम ||सराहनीय प्रयास |<br />मातृशक्ति को प्रणाम ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-92033077141714091322011-07-18T06:22:30.535+05:302011-07-18T06:22:30.535+05:30आपने मेरे मन की बातों को सटीक अभिव्यक्ति दी है मोन...आपने मेरे मन की बातों को सटीक अभिव्यक्ति दी है मोनिका जी ! टी वी धारावाहिकों के स्त्री पात्र अतिरंजना के शिकार होते हैं ! इन सीरियल्स में आदर्श स्त्री पात्रों को इतना दुःख झेलते हुए दिखाते हैं कि वास्तविक जगत की नासमझ लड़कियाँ अच्छा बनने से तौबा ही करना चाहती हैं ! धारावाहिकों की अनावश्यक लम्बाई, नायिका को अच्छे मूल्यों की प्रतिस्थापना की जद्दोजहद में मिलने वाली लगातार हार और अपमान और उससे उपजा अंतहीन दुःख, हताशा और कुंठा युवा पीढ़ी को भ्रमित कर रहा है ! "दुष्ट स्त्रियाँ अपनी गलत सोच के साथ भी जीवन के सारे मज़े ले रही हैं तो अच्छा बनने से क्या फ़ायदा !" यही संदेश समाज में जा रहा है ! विचारणीय पोस्ट के लिये बहुत बहुत बधाई !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-53843379361613783112011-07-18T00:15:53.259+05:302011-07-18T00:15:53.259+05:30सार्थक पोस्ट पूरी तरह से सहमतसार्थक पोस्ट पूरी तरह से सहमतShalini kaushikhttps://www.blogger.com/profile/10658173994055597441noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-88549203078246336832011-07-13T23:37:17.829+05:302011-07-13T23:37:17.829+05:30आपने बिल्कुल सही तस्वीर उतार दी आपने टीवी धारावाहि...आपने बिल्कुल सही तस्वीर उतार दी आपने टीवी धारावाहिको की...बहुत कम लोग ही सही सबक ले पाते हैं नही तो बुरा आचरण करने में एक पल नहीं लगता...मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-29054765183670112142011-07-13T20:35:53.927+05:302011-07-13T20:35:53.927+05:30बहुत ही बढ़िया पोस्ट |
बिलकुल मीठे ,धीमे जहर की तर...बहुत ही बढ़िया पोस्ट |<br />बिलकुल मीठे ,धीमे जहर की तरह सबके घरो में प्रवेश कर चुके है ये कीटाणु ,और बाजार भी इन्ही की गिरफ्त में है |<br />हर धारावाहिक के साथ यह लिखा जाता है की हम ऐसी गलत परम्पराओ का विरोध करते है और उन्ही गलत परम्पराओ को बढ़ा चढ़ा कर दिखाते हुए उन्हें अनुसरणीय जामा पहना देते है |शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-5166755595253104192011-07-13T10:53:14.753+05:302011-07-13T10:53:14.753+05:30बिल्कुल सहमत हूं | पूरे धारावाहिकों में महिला किरद...बिल्कुल सहमत हूं | पूरे धारावाहिकों में महिला किरदार ही हावी रहती है उन्हें या तो पूरी तरह से देवी के रूप में रखा जाता है जो हर बात में त्याग की प्रतिमूर्ति बनी होती है या फिर बिल्कुल ही काले रंग में रंग किरदार जो हर समय दूसरे का बुरा ही चाहता है | कोफ़्त तो तब होती है जब लोग इन किरदारों को सच मन आम जीवन में भी उनकी तुलना करने लगते है | ऐसे दिमाग वालो के लिए ही इस तरह के धारावाहिक बनाते है |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-82464476707643995802011-07-13T09:17:41.345+05:302011-07-13T09:17:41.345+05:30मेरे कमेन्ट में retrograde शब्द मिस कर गयी क्या ??...मेरे कमेन्ट में retrograde शब्द मिस कर गयी क्या ???? <br /><br />ham jisae galet maantey haen wo bhi maantey haen <br /><br />mae khud is serial kae virodh mae isii blog par kam sae kam 3 baar post dae chuki hun <br /><br />lekin apnae press wale ki baat sun kar mujhe lagaa ki retrgradae serial sae bhi kahin haa kahin chetna aaii haenरचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-47334823027966586562011-07-13T09:12:27.255+05:302011-07-13T09:12:27.255+05:30मैं रचना जी से सहमत नहीं हूँ ...मुझे तो बालिका वधू...मैं रचना जी से सहमत नहीं हूँ ...मुझे तो बालिका वधू बाल -विवाह या बेमेल विवाह को प्रोत्साहित करता ही प्रतीत हुआ!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-21742685161785685032011-07-13T08:57:15.886+05:302011-07-13T08:57:15.886+05:30ek achchhi post haen monika
aur sahii haen aap k...ek achchhi post haen monika <br /><br />aur sahii haen aap kaa view point <br /><br /><br />har baat sae sehmat hotey huae bas ek baat aur jodna chahugi <br /><br />baalika badhu jaese retrgrade serial sae ek aam jan jaagran jarur huaa haen <br /><br />maere saamnae jo aadmi kapade press karta haen unsane ek din kehaa wo apni betiyon ki shaadi 21 saal ki honae kae baad karega kyuki baalika badhu wo daekhtaa haeरचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.com