tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post7237669294131118700..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: होम मेकररेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-9299924733063447292008-06-24T09:27:00.000+05:302008-06-24T09:27:00.000+05:30रंजूजी, शत-प्रर्तिशत सही कहा है आपने, मेरा मानना त...रंजूजी, शत-प्रर्तिशत सही कहा है आपने, मेरा मानना तो यह है कि बाहर से घर का काम अधिक महत्वपूर्ण है.डा.संतोष गौड़ राष्ट्रप्रेमीhttps://www.blogger.com/profile/01543979454501911329noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-55382862435875116902008-06-24T00:34:00.000+05:302008-06-24T00:34:00.000+05:30आपकी कलम मे जादू है, आनद आ गयाआपकी कलम मे जादू है, आनद आ गयाAdminhttps://www.blogger.com/profile/13066188398781940438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-71900844188305155382008-06-23T14:03:00.000+05:302008-06-23T14:03:00.000+05:30कहते हैं इतिहास अपने को दोहराता है। तो ये तो निश्च...कहते हैं इतिहास अपने को दोहराता है। तो ये तो निश्चित है कि वो दिन दूर नही जब स्त्री गर्व से कहेगी कि वो होम मेकर है, एक जमाना था जब स्त्रियोंन का काम पर जाना हेय द्र्ष्टी से देखा जाता था, वो जमाना शायद नहीं आयेगा पर ये भी निश्चित् है कि होम मेकर को भी आदर से देखा जाएगा।Anita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-43845374956761512052008-06-23T13:03:00.000+05:302008-06-23T13:03:00.000+05:30रंजना जी मैं आपके लेख से सहमत हूँ !यह सच है की नार...रंजना जी मैं आपके लेख से सहमत हूँ !यह सच है की नारी पहले भी होम मेकर थी ,आज भी है और हमेशा रहेगी !आज के परिपेक्ष्य में नारी घर के साथ साथ समाज में हर क्षेत्र में अपना सहयोग दे रही है !शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र होगा जहाँ नारी के कदम न पड़े हो !ये नारी ही है जो किसी मकान को घर बनाती है !इस क्षेत्र में उसका कोई सानी नहीं है !और ये कहते हुए उसको गर्व होना चाहिए की हाँ मैं होम मकर हूँ !shivanihttps://www.blogger.com/profile/12442995596648165021noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-33750083134535848672008-06-23T11:22:00.000+05:302008-06-23T11:22:00.000+05:30रंजू जी,,,आपका लेख आज के समय की माँग है.. घर परिवा...रंजू जी,,,आपका लेख आज के समय की माँग है.. घर परिवार के सदस्यों के कर्तव्य और एक दूसरे के लिए सराहना का भाव भी घर की महिला ही सिखा सकती है...यह छिपा जादू भी उसी के पास है...मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.com