tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post6862223805649501250..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: श्रीमती अबला बसु जैसे व्यक्तित्व आज उदाहरण बन सकते हैंरेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-51993915112277962082009-03-20T16:47:00.000+05:302009-03-20T16:47:00.000+05:30प्रेरणादायक प्रसंग ।प्रेरणादायक प्रसंग ।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-32642429540931212162009-03-20T11:26:00.000+05:302009-03-20T11:26:00.000+05:30यही भावना है जो परिवार संस्था कि नींव को आजतक बनाय...यही भावना है जो परिवार संस्था कि नींव को आजतक बनाये रखे है. सप्तपदी के सात वचन ही देते हैं यह भावना. बस उसको समझने और धारण करने कि जरूरत है. वे सभी दंपत्ति प्रशंसा के योग्य है , जो जीवन के संघर्ष में भी एक दूसरे का दामन मजबूती से पकड़ कर साथ निभा रहे हैं.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-38145690224717864612009-03-20T07:49:00.000+05:302009-03-20T07:49:00.000+05:30प्यार का कच्चा धागा बहुत मजबूत होता है ।प्यार का कच्चा धागा बहुत मजबूत होता है ।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-57985778823645710232009-03-19T23:53:00.000+05:302009-03-19T23:53:00.000+05:30बहुत रोचक व प्रेरणादायक प्रसंग है यह। धन्यवाद।घुघू...बहुत रोचक व प्रेरणादायक प्रसंग है यह। धन्यवाद।<BR/>घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-42000501648619070712009-03-19T23:13:00.000+05:302009-03-19T23:13:00.000+05:30क़ितना सुँदर सच आपने लिखा है कई दम्पति की सुखी दृह...क़ितना सुँदर सच आपने लिखा है कई दम्पति की सुखी दृहस्थी की बुनियाद इसी कारण<BR/>दुनिया के सामने द्रढता से खडी होती है - श्रीमती अबला बसु ने ना सिर्फ अपने पति का सहकार दिया बल्के समानता की लडाई भी अपने त्याग से पूरी कर दीखलाई -<BR/> वाह ! बहुत सुँदर मिसाल है ये -<BR/><BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-51001847375230108412009-03-19T22:34:00.000+05:302009-03-19T22:34:00.000+05:30बहुत अच्छा प्रसंग है यह ... आज आपसी सहयोग की भावन...बहुत अच्छा प्रसंग है यह ... आज आपसी सहयोग की भावना समाप्त होने से ... और अपनी अपनी महत्वाकांक्षा को अधिक महत्वपूर्ण समझने से पारिवारिक विघटन की घटनाएं काफी बढ रही हैं ... समाज के लिए बहुत दुखद है यह स्थिति।संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-19695807189419859642009-03-19T21:45:00.000+05:302009-03-19T21:45:00.000+05:30बहुत प्यारा संजोग है ......दोनों एक दूजे के साथ है...बहुत प्यारा संजोग है ......दोनों एक दूजे के साथ हैं समझते हैं तो कोई काम मुश्किल नहीं हैMANVINDER BHIMBERhttps://www.blogger.com/profile/16503946466318772446noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-60550077493441929312009-03-19T19:07:00.000+05:302009-03-19T19:07:00.000+05:30सौभाग्यवश मैं ऐसे कई दम्पतियों को जानती हूँ जो इसी...सौभाग्यवश मैं ऐसे कई दम्पतियों को जानती हूँ जो इसी तरह एक दूसरे की तरक्की के लिए सहयोगी और समर्पित है। खुशी की बात ये है कि पति भी ऐसा सहयोग और समपर्ण करते हैं एक दो बार नहीं पूरी जिन्दगी।Anita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-14062867497239986342009-03-19T18:17:00.000+05:302009-03-19T18:17:00.000+05:30आपका सवाल वाजिब है आजकल ऐसा कितने लोग करते है?आपका सवाल वाजिब है आजकल ऐसा कितने लोग करते है?नीलिमा सुखीजा अरोड़ाhttps://www.blogger.com/profile/14754898614595529685noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-64059988411315892492009-03-19T17:54:00.000+05:302009-03-19T17:54:00.000+05:30आपसी सहयोग और एक दूसरे कि प्रति समर्पण का भाव किसी...आपसी सहयोग और एक दूसरे कि प्रति समर्पण का भाव किसी भी रिश्ते कि मजबूत बुनियाद होता है फिर ऐसे में यदि वो जीवन साथी हो तो जीवन सुखमय हो जाता है.. आपका सवाल वाजिब है आजकल ऐसा कितने लोग करते है?कुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-43266482476525952952009-03-19T17:51:00.000+05:302009-03-19T17:51:00.000+05:30सहयोग और पारस्परिकता का कोई जोड़ नहीं।सहयोग और पारस्परिकता का कोई जोड़ नहीं।Kavita Vachaknaveehttps://www.blogger.com/profile/02037762229926074760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-10329135897536032822009-03-19T17:47:00.000+05:302009-03-19T17:47:00.000+05:30बहुत बढ़िया रोचक प्रसंग है .दोनों एक दूजे के साथ ह...बहुत बढ़िया रोचक प्रसंग है .दोनों एक दूजे के साथ हैं समझते हैं तो कोई काम मुश्किल नहीं हैरंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.com