tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post5775191666061242789..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: हम अपनी सोच बदले या अपने विचारों से अपने लडने की ताकत से दूसरो की सोच बदले।रेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-12965619897870447962009-12-09T13:42:55.701+05:302009-12-09T13:42:55.701+05:30बात चले क्युकी बहुत जरुरी हैं नारियों के अंदर जो च...बात चले क्युकी बहुत जरुरी हैं नारियों के अंदर जो चल रहा हैं वो बाहर आए , एक दूसरे से बात हो और अगर हम ग़लत हैं तो हम अपनी सोच बदले या अपने विचारों से अपने लडने की ताकत से दूसरो की सोच बदले। <br /><br />BILKUL SAHI KAHA AAPNE....<br /><br />AAJTAK JO SABKUCHH CHUP RAHKAR AANSUON SANG PEE JAYA KARTEE THI,UNHE SHABDON ME DHAAL SAAMNE LAA RAHI HAIN,ITNA SARAL THODE NA HAI KI SAB ISE AARAM SE PACHA SAKEN....LEKIN ISE BAAR BAAR BATAYA DUHRAYA JAYEGA,TABHI SAMBHAV HAI KI LOGON KE JEHAN ME YAH GAHRE UTREGA AUR LOG STRIYON KE PRATI APNE SOCH AUR VYAVHAAR KO BADENGE....रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-90957967361447101932009-12-05T13:40:11.788+05:302009-12-05T13:40:11.788+05:30रचना,
गुजरे कल की तरह से जैसे ज...रचना,<br /><br /> गुजरे कल की तरह से जैसे जो होता रहा था , उसको अब नहीं पचा पा रहे हैं, इसलिए विरोध दर्ज हो रहा है और होना भी चाहिए. सब लोग नारी के विरोधी हैं ऐसा नहीं है - हमें अपने परिवेश से जो मिल रहा है और गलत है, उसको बाहर लाकर सबसे विमर्श करना ही होगा. ऐसा तो नहीं है की जो गलत हो उसे पुरुष सत्य स्वीकार कर लें. ब्लॉग के जरिये हम लिख रहे हैं और वे पढ़ रहे हैं. आलोचना करें , समालोचना करे उनका स्वागत है किन्तु अगर भाषा की भूलभुलैया में वे कुछ भी कह सकते हैं तो इसकी अनुमति किसी को नहीं होगी.<br /><br /> बहुत सरे मुद्दे हैं, यह समाज है तो samasyaayen hongi ही , unako lekar chalna है और sabse vichar karake उनका hal khojna है.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-73532861873258511992009-12-05T11:46:16.503+05:302009-12-05T11:46:16.503+05:30एक सही बात को सही तरह से रखना जरुरी होता हैं । मुक...एक सही बात को सही तरह से रखना जरुरी होता हैं । मुक्ति जी की बात बहुत गंभीर हैं"सके लिये हम जैसी बहुत सी महिलाओं ने एक लम्बी लड़ाई लड़ी है." जिस पर ध्यान देना जरुरी हैंसुमन जिंदलhttps://www.blogger.com/profile/15407930714166019745noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-83503060321147644432009-12-05T11:33:03.460+05:302009-12-05T11:33:03.460+05:30कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।
---------------...कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।<br />------------------<br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">अदभुत है मानव शरीर।</a><br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">गोमुख नहीं रहेगा, तो गंगा कहाँ बचेगी ?</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-16139801352965432552009-12-05T08:56:54.154+05:302009-12-05T08:56:54.154+05:30.
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रचना जी,
लगे रहिये... आभार!.<br />.<br />.<br />रचना जी,<br />लगे रहिये... आभार!प्रवीण https://www.blogger.com/profile/14904134587958367033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-6879528613737689382009-12-04T23:12:41.097+05:302009-12-04T23:12:41.097+05:30आपका प्रयास सराहनीय है !! अच्छी रचना। बधाई।आपका प्रयास सराहनीय है !! अच्छी रचना। बधाई।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-80086069894432331162009-12-04T23:11:39.676+05:302009-12-04T23:11:39.676+05:30बात चले क्युकी बहुत जरुरी हैं नारियों के अंदर जो च...बात चले क्युकी बहुत जरुरी हैं नारियों के अंदर जो चल रहा हैं वो बाहर आए<br /><br />ek zarooree postस्वप्नदर्शीhttps://www.blogger.com/profile/15273098014066821195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-76441973235950834652009-12-04T23:03:03.220+05:302009-12-04T23:03:03.220+05:30"बात चले क्युकी बहुत जरुरी हैं नारियों के अंद..."बात चले क्युकी बहुत जरुरी हैं नारियों के अंदर जो चल रहा हैं वो बाहर आए , एक दूसरे से बात हो और अगर हम ग़लत हैं तो हम अपनी सोच बदले या अपने विचारों से अपने लडने की ताकत से दूसरो की सोच बदले।" बहुत सही कहा है आपने रचना.<br />लोग यह तो देखते हैं कि नारी की स्थिति पहले से बेहतर हो गयी है, इसलिये अब नारी-विमर्श की ज़रूरत ही नहीं रही, पर ये नहीं देखते कि आज जो ये स्थिति है, उसके लिये हम जैसी बहुत सी महिलाओं ने एक लम्बी लड़ाई लड़ी है. आज औरतें बोलने लगी हैं अपने मन की बात कहने लगी हैं, यही कुछ कम नहीं. हमें अपना प्रयास जारी रखना चाहिये.muktihttps://www.blogger.com/profile/17129445463729732724noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-59920906180290794892009-12-04T22:22:20.034+05:302009-12-04T22:22:20.034+05:30शोभना जी बिलकुल सही, सुधार होना निश्चित है, हो रहा...शोभना जी बिलकुल सही, सुधार होना निश्चित है, हो रहा है और होगा. रचना जी - शुभकामनाएं.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-28344436113688584332009-12-04T21:14:58.614+05:302009-12-04T21:14:58.614+05:30नारी की स्थिति में सुधर हो रहा है, होगा भी पर केवल...नारी की स्थिति में सुधर हो रहा है, होगा भी पर केवल पुरुष विरोध के बल पर नहीं. आलेख तो अच्छा है पर..............Dr. Kumarendra Singh Sengarhttp://kumarendra.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-84660316395112152812009-12-04T20:29:37.603+05:302009-12-04T20:29:37.603+05:30नारियां ख़ुद बोल कर अपनी आपतियां तो दर्ज करने ही ल...नारियां ख़ुद बोल कर अपनी आपतियां तो दर्ज करने ही लगी हैं इस हिन्दी ब्लॉग जगत मे ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-70486576133357875572009-12-04T19:36:11.158+05:302009-12-04T19:36:11.158+05:30रचनाजी
बहुत ही सशक्त आलेख | नारी के मन में उठते सव...रचनाजी<br />बहुत ही सशक्त आलेख | नारी के मन में उठते सवालों को .उनकी प्रतिध्वनियों को सुचारू रूप से शब्दों कि अभिव्यक्ति देने के लिए धन्यवाद |<br /><br />नारी के शिक्षित होने से उसका समाज में बराबरी का स्थान पाना अवश्यम्भावी है |शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-8491044514679836282009-12-04T16:31:28.717+05:302009-12-04T16:31:28.717+05:30महिलाओं की स्थिति में अवश्य सुधार होगा .. आपका प...महिलाओं की स्थिति में अवश्य सुधार होगा .. आपका प्रयास सराहनीय है !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.com