tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post5736438600986130808..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: प्रगतिशील नारियां ??कुछ परिभाषायेरेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-47539783839491754932009-03-06T17:23:00.000+05:302009-03-06T17:23:00.000+05:30प्रगतिशील महिलाओं को दो रूप में देख सकते हैं ...एक...प्रगतिशील महिलाओं को दो रूप में देख सकते हैं ...<BR/><BR/>एक वो जो शिक्षित बन रही हैं , समाज में बराबरी का दर्जा हासिल करने में प्रयत्नशील हैं, न्याय के लिए लड़ रही हैं , जो समझती हैं की आखिरकार सच क्या है, जो माता पिता को लड़के की कमी नहीं होने दे रही ....जिनको देखकर फक्र महसूस होता है ....जिन्होंने लड़कों को जाता दिया है की बस अब और नहीं ......वो किसी से कम नहीं और न्याय की खातिर लड़ती हैं ...<BR/><BR/>दूसरी वो प्रगतिशील महिलाएं जो अमीर हैं, मोडेलिंग में हैं, जो जम कर लेट नाईट डांस बार में जाती हैं , जिनकी जींस नीचे और पैंटी ऊपर दिखती है , जो आये दिन बॉय फ्रेंड बदलती हैं, जो जब किसी का बलात्कार हो जाये तब विरोध में सामने नहीं आत ...पर ऐसा कुछ हो जाए जिससे उन्हें ख्याति मिले ...तब वो केंडल लेकर इंडिया गेट या किसी और जगह जरूर जाती हैं ...दो बातें बोलती हैं ....और फिर शाम को डांस करती हैं ....किट्टी पार्टी मनाती हैं .....लेट नाईट डांस करती हैं ...... जो विदेश में जाकर खुलके जीने के नाम पर अजीबो गरीब कपडे पहनती हैं ......................<BR/><BR/>और भी रूप हो सकते हैंअनिल कान्तhttps://www.blogger.com/profile/12193317881098358725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-51967441419256440692009-03-06T13:21:00.000+05:302009-03-06T13:21:00.000+05:30अंशुमाली जी से फ़िर सहमत, लगता है अशोक पाण्डेय जी क...अंशुमाली जी से फ़िर सहमत, लगता है अशोक पाण्डेय जी का ब्लडप्रेशर बढ़ गया है… उनकी टिप्पणी से ही स्पष्ट हो रहा है कि किसी "प्रगतिशील महिला" से वे तगड़ी चोट खा चुके हैं… :) भाई पाण्डे जी मैंने तो "पब कल्चर और प्रगतिशीलता" को एक दूसरे का पर्याय बताया है, आप इतना क्यों गुस्सा हो गये, कि "ऐसी-तैसी" की भाषा पर उतर आये… मेरी परिभाषा को ठीक से समझिये तो सही… और जो अंशुमाली जी ने कहा उस पर भी गौर कीजिये, और मैंने जो "धर्म" का मुद्दा उठाया, उससे भी साफ़ कन्नी काट गये? सिर्फ़ मंगलोर ही नहीं हुआ है… इरफ़ाना, फ़ौजिया, गुड़िया जैसे मामले भी हुए हैं इस देश में…Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-27252986669116558762009-03-06T12:10:00.000+05:302009-03-06T12:10:00.000+05:30अक्सर प्रगतिशीलों को पत्थर तोड़ती नारियां दिखाई नह...अक्सर प्रगतिशीलों को पत्थर तोड़ती नारियां दिखाई नहीं देतीं।222222222222https://www.blogger.com/profile/03001125920425180811noreply@blogger.com