tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post3968231819238915277..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: राष्ट्रीय सहारा ने नारी ब्लॉग का आलेख बिना उल्लेख के छापारेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-76218244060671640232011-04-17T20:16:25.136+05:302011-04-17T20:16:25.136+05:30had hai chori ki...had hai chori ki...girish pankajhttps://www.blogger.com/profile/16180473746296374936noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-87315840061763724172011-04-17T18:02:38.410+05:302011-04-17T18:02:38.410+05:30बिना नाम और बदली हुई तस्वीर के साथ नारी का एक लेख ...बिना नाम और बदली हुई तस्वीर के साथ नारी का एक लेख पहले भी ही छापा गया था..यह गलती पहले भी हो चुकी है...मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-19746217337805213082011-04-17T16:07:16.383+05:302011-04-17T16:07:16.383+05:30प्रतिष्ठित पत्रों को ये शोभा नहीं देता है. सवाल यह...प्रतिष्ठित पत्रों को ये शोभा नहीं देता है. सवाल यहाँ क्रेडिट का नहीं है, सवाल है पत्रकारिता की शुचिता का . इसके तो ब्लॉग का कोई अस्तित्व ही नहीं है कोई भी उठाये और बिना किसी उल्लेख के छाप सकता है. इस पर कुछ होना भी जरूरी है. लेखक का नाम तो उल्लिखित जरूर होनाचाहिए.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-80459415403906922002011-04-17T09:22:17.058+05:302011-04-17T09:22:17.058+05:30मैं मानता हूँ की इस प्रकार के प्रकाशन में लेखक क...मैं मानता हूँ की इस प्रकार के प्रकाशन में लेखक का नाम तो जाना ही चाहिये!<br />परन्तु इस प्रकार के ब्लॉग का उदेश्य कवल नारी उथान के लिए कोशिश करना हैं !<br />जो की इस ब्लॉग के माध्यम से हो भी रहा है !नाम ना छाप कर जो उन्होंने गलती की है वो इसके लिए अवगत हो गए होंगे<br />परन्तु ख़ुशी इस बात की है की वो लोग जो आप के ब्लॉग तक पहुँचाने में असमर्थ थे उन्होंने भी आपके विचार पढ़े!<br />एवं अगर वो इस से थोड़े से भी प्रभावित हो गएँ होगे तो ख़ुशी की बात है !<br />इस प्रकार का ब्लॉग प्रख्यात होने के लिए तो कदापि नहीं लिखे जाते मेरा ऐसा मानना है .....................अभिव्यक्तिhttps://www.blogger.com/profile/00742501086808105478noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-87362135343403690192011-04-17T08:25:36.341+05:302011-04-17T08:25:36.341+05:30यही है दोहरा मानदंड -जब अपनी पर आती है तब पीड़ा घनी...यही है दोहरा मानदंड -जब अपनी पर आती है तब पीड़ा घनीभूत होती है और जब दूसरों का दुःख दर्द होता है तब उपहास उड़ाया जाता है! <br />कहीं तो जीवन में समतलता हो !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-3928394065608714402011-04-17T08:22:19.591+05:302011-04-17T08:22:19.591+05:30ये तो गलत है.ये तो गलत है.राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-78891478935420771462011-04-17T07:49:52.302+05:302011-04-17T07:49:52.302+05:30अब???अब???Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-47240188193588282052011-04-17T07:19:52.317+05:302011-04-17T07:19:52.317+05:30बेहद अफसोसजनक .....लेखिका और ब्लॉग का नाम तो देना ...बेहद अफसोसजनक .....लेखिका और ब्लॉग का नाम तो देना ही चाहिए... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-76544356604928343402011-04-17T06:01:55.266+05:302011-04-17T06:01:55.266+05:30लेखक/लेखिका को क्रेडिट तो दिया जाना ही चाहिए !लेखक/लेखिका को क्रेडिट तो दिया जाना ही चाहिए !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-43386576344888569842011-04-16T23:39:56.987+05:302011-04-16T23:39:56.987+05:30हद है! इधर चोरियां कुछ ज़्यादा ही हो रही हैं. लेखक...हद है! इधर चोरियां कुछ ज़्यादा ही हो रही हैं. लेखक का नाम तो जाना ही चाहिये.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-53030921461832331002011-04-16T23:05:44.530+05:302011-04-16T23:05:44.530+05:30पुराना रिवाज है अखबारों का..पुराना रिवाज है अखबारों का..भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.com