tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post3740193537203501144..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: १९७७ - १९७८रेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-86856873263134415952009-11-29T10:17:31.318+05:302009-11-29T10:17:31.318+05:30आप जो देखना चाहे वो देख सकते हैं मैने केवल तथ्य उप...आप जो देखना चाहे वो देख सकते हैं मैने केवल तथ्य उपलब्ध किये हैं और उन्ही तत्यों मे दर्ज हैं की दूसरी महिला के मरीज थी श्री डॉ पाठक कीAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-72639230225794630892009-11-28T23:51:29.284+05:302009-11-28T23:51:29.284+05:30इस शादी में भी पुरुष की कोई चल थी महिला को फंसाने ...इस शादी में भी पुरुष की कोई चल थी महिला को फंसाने की, दूसरी महिला (30 वर्ष छोटी और शायद वो भी मेडिकल में?) पढ़ी-लिखी तो थी ही?राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगरhttps://www.blogger.com/profile/16515288486352839137noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-30637005503695534782009-11-28T21:48:03.894+05:302009-11-28T21:48:03.894+05:30सचाई उतनी ही हैं जितनी आप के सामने है
और यहाँ कोई ...सचाई उतनी ही हैं जितनी आप के सामने है<br />और यहाँ कोई हत्या नहीं हुई थी मैसिव हार्ट अटैक था<br />बाकि सब वही हैं जो लिखा हैं पर जो दिखता हैं क्या हमेशा सच होता हैं श्रीमती पाठक द्वितीयएक नोर्मल सामान्य रंग रूप की और औसत पढी लिखी स्त्री थी , जिनका ६ महीने श्री पाठक ने बीमारी का इलाज किया था<br />सच्चाई सब के सामने ही होती हैंAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-35555427436103390722009-11-28T19:04:36.877+05:302009-11-28T19:04:36.877+05:30श्रीमती पाठक द्वितीय महिलाओं के नाम पर दाग हैं. क्...श्रीमती पाठक द्वितीय महिलाओं के नाम पर दाग हैं. क्या उन्हें खुद ऐसे हत्यारे के साथ रहने तैयार होना चाहिए था, जिसने उसके लिए अपने पहले जीवनसाथी की हत्या कर दी. पाठक जैसे नीच विकृत लोग इस तरह की हरकत करते हैं, पर महिलाऐं ऐसे लोगों का साथ छोड़ने तैयार क्यों नहीं होती? ऐसे आदमी के साथ रहना भी तो खुद के साथ साथ सारी महिला शक्ति का भी अपमान है.<br /><br />हां अगर 'श्रीमती पाठक द्वितीय' अनपढ़ या कुछ मंदबुद्धि थीं तो उनकी कोई गलती नहीं. <br /><br />-----------<br /><br />इनके केस का क्या हुआ, आज ये लोग कहाँ हैं? क्या सच्चाई सामने आ पाई?ab inconvenientihttps://www.blogger.com/profile/16479285471274547360noreply@blogger.com