tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post2378133122491338928..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: संघर्ष की लड़ाईरेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-16739346291417441142011-03-06T16:13:12.882+05:302011-03-06T16:13:12.882+05:30नारी और समाज एक बेहद गहरा विषय है जिस पर भारतीय पर...नारी और समाज एक बेहद गहरा विषय है जिस पर भारतीय परिप्रेक्ष्य में वृहद आकलन और शोध की आवश्यकता है. नारी की भूमिका हमेशा बेमिसाल रही है और आज भी है.धीरेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/12020246777509347843noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-3749744534694474652011-03-05T22:46:52.557+05:302011-03-05T22:46:52.557+05:30महिलाओं के आगे बढ़ने से ही प्रगति की राह खुलेगी..महिलाओं के आगे बढ़ने से ही प्रगति की राह खुलेगी..भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-21374766277094169932011-03-05T14:09:24.996+05:302011-03-05T14:09:24.996+05:30मजबूर नारी
हमको कमजोर करती है
और मजबूत नारी
हमार...मजबूर नारी <br />हमको कमजोर करती है<br />और मजबूत नारी <br />हमारे कदमों में जोश भरती है<br />"सलाम नारी'<br />-संजय सनमsanams hot cakehttps://www.blogger.com/profile/05102942360501640119noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-50661609845727923412011-03-04T23:55:50.520+05:302011-03-04T23:55:50.520+05:30मीनाक्षीजी यह सच है कि हमारी बेटियाँ भारत की नई इब...मीनाक्षीजी यह सच है कि हमारी बेटियाँ भारत की नई इबारत लिख रही हैं और यह भी सच है कि वे प्यार और अपनत्व के अभाव में रास्ता भी भटक रही हैं। स्वप्न देखना ग़लत नहीं है,लेकिन उन्हें अपनी सीमाओं में रहकर अपने संस्कारों को भी नहीं छोड़ना है, इसका आभास कराने का दायित्व हमारा है। बचपन से ही हम उन्हें सही रास्ते की परिभाषा बताएँ, सही रास्ता दिखाएँ, अपने विचार उन पर न थोपें, वरन् उनके विचारों को परिपक्व बनाने में सहयोग करें। उन्हें यह भी एहसास कराएं कि वे भारत की भावी कर्णधार हैं। अतः उन्हें ऊँचाइयों को पाने के साथ-साथ यह भी ध्यान रखना है कि वे भारत माँ की लाज हैं। उनके मन में यह भावना और संकल्प होना चाहिए जैसा अवसर हो उसी के अनुसार अपने को ढाललें। उन्हें सोचना है कि मैं-----<br />कभी तूफ़ाँ की तीखी धार भी हूँ<br />कभी माँझी, कभी पतवार भी हूँ<br />मैं पूरब देश की नारी हूँ लेकिन <br />मैं चुनरी ही नहीं, तलवार भी हूँ।डा.मीना अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/10411559782145200692noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-61711558979963809212011-03-04T23:15:56.972+05:302011-03-04T23:15:56.972+05:30अभी ये संघर्ष बहुत दूर तक जायेगा और हमें उनके लिए ...अभी ये संघर्ष बहुत दूर तक जायेगा और हमें उनके लिए भी लड़ना है जो अपनी लड़ाई खुद नहीं लड़ सकती है | लेख अच्छा लगा |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-63846838706264187782011-03-04T18:53:25.955+05:302011-03-04T18:53:25.955+05:30संघर्ष की लडाई मे बहुत कुछ खोने के बाद ही मंज़िल मि...संघर्ष की लडाई मे बहुत कुछ खोने के बाद ही मंज़िल मिलतीहै।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.com