December 02, 2013

नौकरी छोड़ दो दूसरी जगह भी वही माहोल हो तब क्या करो

क्यूँ नौकरी महिला को क्यूँ छोड़नी चाहिए जबकि गलती boss  कि थी।  आप को विशाखा गाइड लाइन्स  का पता नहीं हैं  शायद ज़रा कानून और संविधान को ध्यान में रख कर पोस्ट लिखे
नौकरी छोड़ दो दूसरी जगह भी वही माहोल हो तब क्या करो
उस पत्रकार ने जो किया सही किया , उसने उस जगह को साफ़ करने कि कोशिश कि हैं जहां वो नौकरी करती थी। 

http://www.yuvarocks.com/2013/12/letter-to-tarun-tejpal-tehlaka-media-social.html?showComment=1385964974399#c167877526415897697

3 comments:

  1. सहमत ....साफ करना ही ठीक है .....

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  2. जीविका चलाने को नौकरी करना जरूरी है लेकिन किसी भी हालत में हालात से समझौता नहीं करना चाहिए। यह भी सच है … हम छोटे-मोटे समझौते तो अपनी समझ के हिसाब से करते ही रहते हैं। अगर हालात खुद के स्वाभिमान और शील को चोट पहुँचाते हों तो कतई समझौता नहीं होना चाहिए।

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  3. जीविका चलाने को नौकरी करना जरूरी है लेकिन किसी भी हालत में हालात से समझौता नहीं करना चाहिए। यह भी सच है … हम छोटे-मोटे समझौते तो अपनी समझ के हिसाब से करते ही रहते हैं। अगर हालात खुद के स्वाभिमान और शील को चोट पहुँचाते हों तो कतई समझौता नहीं होना चाहिए।

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