ब्लॉग जगत की सम्मानित महिला ब्लॉगर
सम्मानित शब्द को कैसे परिभाषित करते हैं ???
क्या हैं सम्मान का मतलब ???
क्या कोई उपाधि मिलना यानी कोई पुरूस्कार जो किसी को सम्मानित ब्लॉगर बनाता हैं
क्या आप को कितने कमेन्ट आप के फेवोर मे मिले आप को सम्मानित बनाते हैं
क्या हैं सम्मान की परिभाषा इस ब्लॉग जगत मे
क्या क्या करना चाहिये किसी महिला को सम्मानित महिला ब्लॉगर बनने के लिये।
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ReplyDeleteदेखिये हमारा मानना है की महिला हो या पुरुष कोई भी विचारों से ही नीच और उच्च होता है ,ये अलग बात है की आज पैसों की अहमियत बढ़ गयी है उच्च और नीच की परभाषा बदलने में /लेकिन आज भी सच्ची अंतरात्मा सिर्फ उच्च विचारों को ही सम्मान देती है / इसलिए सम्मान और अपमान की परवाह किये वगैर व नारी पुरुष का भेद भी किये वगैर हर इन्सान को सत्य,न्याय और मानवता के लिए सच्चे मन से काम करते रहना चाहिए /दिल्ली में कल पूरे देश के ब्लोगरों के सभा का आयोजन किया जा रहा है ,जो नांगलोई मेट्रो स्टेशन के पास जाट धर्मशाला में किया जा रहा है ,आप सबसे आग्रह है की आप लोग इसमें जरूर भाग लें और एकजुट हों / ये शुभ कार्य हम सब के सामूहिक प्रयास से हो रहा है /अविनाश जी के संपर्क में रहिये और उनकी हार्दिक सहायता हर प्रकार से कीजिये / अविनाश जी का मोबाइल नंबर है -09868166586 -एक बार फिर आग्रह आप लोग जरूर आये और एकजुट हों /
ReplyDeleteअंत में जय ब्लोगिंग मिडिया और जय सत्य व न्याय
आपका अपना -जय कुमार झा ,09810752301
यह सवाल बड़ा अजीब है...
ReplyDeleteक्या 'सम्मान' का 'तमगा' किसी से लेना होगा...?
CONGRATS
ReplyDeleteरचना,
ReplyDeleteये कुछ भी नहीं है सिर्फ शब्दों का हेरफेर है. हम सब सम्मानित हैं. एक दूसरे को सम्मान देते हैं न. बस इतना काफी है.
:)
ReplyDeleteAchhi soch, achhe vichar, saarthak lekhan apni or se nirantar bana rahe, isi ka dhayan rakhana chahiye... mera manana hai ki ek sache kalakar ya rachyita ko kabhi kisi tohfe kee darkarar nahi honi chahiye...
ReplyDeletesamman tabhi milta hai jab hum sab milkar ek dusare ko samman dene ke liye kritsankalp rahenge....
एक औपचारिक संबोधन मात्र हैं -कन्फ्यूज न हों !
ReplyDeletepathak jaanta hai ki kaun lekhak ya lekhika apne vicharon ke prati kitna imandaar hai KAI BAAR ASAHAMAT HOTE HUE BHI wah uskE vicharon ka sammaan karta hi hai kisi bhi blogger ke lekhan me ye imandari ka tatva hona hi chahiye
ReplyDeleteye alag baat hai ki kai bloggers apne pathkon ko hi murkh samajhte hai unki posts par to comment karne ka bhi man nahi karta
हर चीज के दो पहलू होते हैं
ReplyDeleteसम्मानित का उल्टा क्या होता है यह अगर पता चले तो सोचा जा सकता है इस बारे में .