March 20, 2010

प्रतिभा का आलेख जनसत्ता मे --- बधाई

आभार

3 comments:

  1. प्रतिभा जी को बधाई. बहुत सार्थक लेख है. सही बात तो यही हो कि महिला अपना नाम नही बदले और सामजिक सरोकारो मे भी चाहे तो अपने पति का नाम या सरनेम जोड ले. ठाकरे के परिवार के दवाव का कोई महत्व नही है.

    March 20, 2010 10:03 AM

    ReplyDelete
  2. प्रतिभा जी बधाई हो... झुठ नहीं बोलूँ तो जब मेरा लेख जनसत्ता मे आया था तो मै बहूत खुश थी... इसलिये कि मेरी आवाज और भी कई लोगो तक पहूँच गयी... आप भी ऐसा ही अनुभव कर रही होंगी। ये सोचकर और मजा आ रहा है।

    ReplyDelete
  3. प्रतिभा जी बधाई हो.

    ReplyDelete

Note: Only a member of this blog may post a comment.