" जिसने घुटन से अपनी आज़ादी ख़ुद अर्जित की "
"The Indian Woman Has Arrived "
एक कोशिश नारी को "जगाने की " ,
एक आवाहन कि नारी और नर को समान अधिकार हैं और लिंगभेद / जेंडर के आधार पर किया हुआ अधिकारों का बंटवारा गलत हैं और अब गैर कानूनी और असंवैधानिक भी . बंटवारा केवल क्षमता आधारित सही होता है
प्रतिभा जी को बधाई. बहुत सार्थक लेख है. सही बात तो यही हो कि महिला अपना नाम नही बदले और सामजिक सरोकारो मे भी चाहे तो अपने पति का नाम या सरनेम जोड ले. ठाकरे के परिवार के दवाव का कोई महत्व नही है.
प्रतिभा जी बधाई हो... झुठ नहीं बोलूँ तो जब मेरा लेख जनसत्ता मे आया था तो मै बहूत खुश थी... इसलिये कि मेरी आवाज और भी कई लोगो तक पहूँच गयी... आप भी ऐसा ही अनुभव कर रही होंगी। ये सोचकर और मजा आ रहा है।
प्रतिभा जी को बधाई. बहुत सार्थक लेख है. सही बात तो यही हो कि महिला अपना नाम नही बदले और सामजिक सरोकारो मे भी चाहे तो अपने पति का नाम या सरनेम जोड ले. ठाकरे के परिवार के दवाव का कोई महत्व नही है.
ReplyDeleteMarch 20, 2010 10:03 AM
प्रतिभा जी बधाई हो... झुठ नहीं बोलूँ तो जब मेरा लेख जनसत्ता मे आया था तो मै बहूत खुश थी... इसलिये कि मेरी आवाज और भी कई लोगो तक पहूँच गयी... आप भी ऐसा ही अनुभव कर रही होंगी। ये सोचकर और मजा आ रहा है।
ReplyDeleteप्रतिभा जी बधाई हो.
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