November 10, 2009

बधाई की केक हाजि़र हैं चिटठा चर्चा के चर्चाकारो के लिये


चिटठा चर्चा मंच की १००० पोस्ट आ चुकी हैं । इस मंच के सभी चर्चा कार अपना समय निकल कर जो काम कर रहे हैं उसके लिये जितनी भी प्रश्नासा की जाए कम हैं । जब तब उस मंच पर हम अपनी आपतियां दर्ज कराते रहे हैं कि वहाँ उन ब्लोग्स के बारे मे भी लिखा जाए जिन पर मुद्दों की बात होती हैं , चाहे वो सामजिक मुद्दे हो या सांप्रदायिक ।
पसंद
चर्चा करने वालो की ही ना हो चर्चा करते समय , चर्चा हो उन मुद्दों की भी जिन पर ब्लॉगर बहस करना चाहते हैं । बहस को एक सार्थक बहस बनाने के लिये इस मंच को न्यूट्रल हो कर चर्चा करनी होगी और लोगो को आमन्त्रित करना होगा उस पोस्ट पर आ कर कमेन्ट मे चर्चा करने के लिये .
कमेन्ट
वही प्रकाशित करना चाहिये जो चर्चा से सम्बंधित हो , किसी भी व्यक्तिगत दोषारोपण को यहाँ जगह नहीं दी जानी चाहिये ।

हिन्दी साहित्य के अलावा भी ब्लॉग पर बहुत कुछ हैं उसको भी उभार कर लाना जरुरी हैं और हिन्दी को आसान बना कर लिखने से ज्यादा नये पाठक { नयी पीढी जो नेट से ज्यादा परचित हैं हिन्दी से कम } मिलगे और हिन्दी आगे जायेगी ।

तकनीक
के विषय मे भी इसी मंच से सार्वजनिक जानकारी कम से कम महीने मे एक दिन जरुर दी जाने चाहिये

इस मंच से हमे कोई शिकायत नहीं हैं जो भी असहमति हैं वो केवल इस लिये हैं क्युकी हम सब जो देर से हिन्दी ब्लोगिंग मे आए हैं वो इस मंच को " हिन्दी ब्लोगिंग की धरोहर " समझ कर आये हैं इस लिये उस पर अपना सतत अधिकार तो हम नहीं छोड़ने वाले

अनुज समीर के ब्लॉग
से सूचना मिली की आज १००० पोस्ट आ रही हैं सो बधाई की केक हाजि़र हैं चर्चाकारो के लिये

आप सब का ये प्रयास हमेशा ब्लॉग जगत कि उचाईयों को छुए इसी कामना के साथ नारी ब्लॉग कि तरफ़ से बधाई स्वीकारे

15 comments:

  1. 1000वीं पोस्ट नारी द्वारा लिखी गई है. केक के लिए आभार, क्योंकि हम भी भूतपूर्व चर्चाकार है. :)

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  2. 1000 ....... वाह !!! यह सफ़र यूँ ही जारी रहे...बधाई !!!

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  3. हमारी दिली मुबारकबाद क़ुबूल करें...

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  4. सामूहिक चिट्ठाचर्चा की 1000वीं पोस्ट पर बधाई व शुभकामनाएँ।
    यह सफ़र यूँ ही जारी रहे..

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  5. जारी रहे चिट्ठा चर्चा! हम तो उस दिन की प्रतीक्षा में हैं जब एक दिन आप चिट्ठा चर्चा कर रही हों।

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  6. केक के लिए आभार :)

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  7. 1000 बार बधाई ,केक सहित चिट्रठा की चर्चा के लिए

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  8. वाह क्या शानदार केक है. चिट्ठा चर्चा तो है ही तारीफ़ के काबिल.

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  9. केक का शुक्रिया। कल से कई बार खा चुके।
    चर्चा पर आपकी टिप्पणीकार के रूप में उपस्थिति हमेशा से हमारे लिये उपलब्धि रही है। हमने लिखा भी था कि रचनाजी की उपस्थिति चर्चा मंच के लिये बहुत जरूरी है।

    असहमति और शिकायत वाली बात मेरे लिये मायने नहीं रखती क्योंकि मेरी समझ में आपके मन में कोई खोट कभी नहीं रहा। जो बात सही लगी उसे पूरे मन से कहने का आपका प्रयास रहता है।

    आपकी शुभकामनाओं का शुक्रिया।

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  10. बधाई !!
    इंतज़ार और उम्मीद करूंगा इस संख्या में एक शून्य और जुड़े . कम से कम .

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