*तुम बोलोगी , मुख खोलोगी , तभी तो जमाना बदलेगा
नव जागरण की अपार संभावनाएं हैं .
हजारों साल के शोषण के बाद भारतीय महिला में एक नयी जाग्रति की लहर आई है। वो अपने अस्तित्व, अधिकार, सहभागिता के लिए निरंतर चैतन्य हो रही है जो उसके सोच-विचार में एक अभूतपूर्व परिवर्तन लाने के साथ एक नया द्रष्टिकोण लेकर आई है. वह स्वर मुखर करने का साहस जुटा रही है. उसको अपने आत्म-विश्वास से अपनी शक्ति पहचानने की जरूरत है ,निःसंकोच अपनी आवाज बुलंद करे जाग्रत हों.
अभी तक भारतीय महिलाओं को निरक्षरता-अंधविश्वास-दीनता की चाहरदीवारी में रखा गया था पर अब उसके साथ उसका परिवार ,समाज .देश उठ खडा हुआ है. भारत के मजबूत भविष्य के लिए महिलाओं को मजबूत करना होगा वे भारत के नए भविष्य की मुख्य धूरी हैं.
उन तक सही रचनात्मक संसाधनों, उनके उपयोगी अधिकार ,पर्याप्त जानकारी पहुँचाना व उनकी समस्याओं को दूर करके, उनके विचारों-निर्णयों को मान्यता देना होगा. सामाजिक स्तर में क्रांतिकारी बदलाव के साथ जनसँख्या नियंत्रण,सही पोषण,सही शिक्षा व स्वास्थ्य की चुनौतियाँ का सफलतापूर्वक सामना करने की आवश्यकता है. महिलाऐं अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह समझती हैं समर्पित भाव से कार्य करती हैं.
उनका संघर्ष शुरू हुआ है। कुछ कटिबद्ध लोग व संगठन सभी स्तर पर उनके साथ उठ खड़े हुए हैं व उनको पर्याप्त जानकारी+ अधिकारों से जाग्रत कर रहे हैं. हमें मिलकर कदम बढ़ाने हैं.
*नेहरूजी का कथन है* ,
*अगर आप किसी राष्ट्र के बारे में मेरी राय जानना चाहते हैं तो मुझे उस देश में महिलाओं की स्थिति के बारे में बताएं*
*अलका मधुसूदन पटेल* -
" जिसने घुटन से अपनी आज़ादी ख़ुद अर्जित की " "The Indian Woman Has Arrived " एक कोशिश नारी को "जगाने की " , एक आवाहन कि नारी और नर को समान अधिकार हैं और लिंगभेद / जेंडर के आधार पर किया हुआ अधिकारों का बंटवारा गलत हैं और अब गैर कानूनी और असंवैधानिक भी . बंटवारा केवल क्षमता आधारित सही होता है
इस ब्लाग का मुहिम सराहनीय है। वह भी एक ऐसे वक्त में जब इंसान सिर्फ अपने लिए भी बामुश्किल जी रहा हो। आप जिन पवित्र उदेश्यों को लेकर आगे बढ रही हैं, वह सराहनीय है। मैं साथ हूं। इतना कहना चाहूंगा-
ReplyDeleteहवा के सर को कुचलना बहुत जरुरी है,
चिराग हूं मेरा जलना बहुत जरुरी है।
ये पी रही है तुम्हें गुमराह करके छोडेगी,
इस सारी सब से निकलना बहुत जरुरी है।
aap jaesi laekhiyaae jab likhaegi to kuch badlaav jarur aayaega
ReplyDeleteनारी ब्लॉग पर आकर बहुत अच्छा लगा । नारी का अपना एक खास व्यक्तित्व है और उसे ब्लॉगरों तक पहउँचाने में इस ब्लॉग का विशेष योगदान है । मै नारी के कविता ब्लॉग से जुडना चाहती हूँ क्या करना होगा ।
ReplyDeleteनारी का अपना एक खास व्यक्तित्व है और उसे ब्लॉगरों तक पहउँचाने में इस ब्लॉग का विशेष योगदान है ।
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