November 28, 2008

ये चित्र हमारी कमजोरी का नहीं , हमारे विलाप का नहीं हमारे क्रोध और आक्रोश का प्रतीक हैं ।



अपनी एक जुटता का परिचय दे रहा हैं हिन्दी ब्लॉग समाज । आप भी इस चित्र को डाले और अपने आक्रोश को व्यक्त करे । ये चित्र हमारे शोक का नहीं हमारे आक्रोश का प्रतीक हैं । आप भी साथ दे । जितने ब्लॉग पर हो सके इस चित्र को लगाए । ये चित्र हमारी कमजोरी का नहीं , हमारे विलाप का नहीं हमारे क्रोध और आक्रोश का प्रतीक हैं । आईये अपने तिरंगे को भी याद करे और याद रखे की देश हमारा हैं ।


8 comments:

  1. " एक एक शब्द सही और सच लिखा है आपने, आपका आक्रोश सही है और सुझाव भी..हार्दिक श्रद्धांजली उन शहीद भाईयो के लिये जो हमारी ओर हमारे देश की आबरु की रक्षा करते शहीद हो गये।

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  2. हम आतंकवाद के विरुद्ध युद्ध में हैं, शोक और आक्रोश में नहीं, बल्कि पूरी समझदारी के साथ। आप भी आएँ और इस में शामिल हो जाएँ।

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  3. यह प्रतीक हमारे आत्मसम्मान का भी है जिसे अक्षुण बनाए रखना हर भातरीय नमक खाने वाले का फर्ज़ है।

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  4. हम आपके साथ है।हार्दिक श्रद्धांजली उन शहीद भाईयो के लिये जो हमारी ओर हमारे देश की आबरु की रक्षा करते शहीद हो गये।

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  5. झँडा ऊँचा रहे हमारा.

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  6. सत्य वचन!!


    शहीदों को नमन!!

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  7. आज मैं अपना जन्म दिन नहीं मना रहा हूँ

    अशोक कामते सहित मैं शहीद भारतीयों को ,

    मेहमानों को श्रध्दांजलि ही दूंगा

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  8. हम आतंकवाद के विरुद्ध युद्ध में हैं, शोक और आक्रोश में नहीं, बल्कि पूरी समझदारी के साथ। आप भी आएँ और इस में शामिल हो जाएँ।

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