July 27, 2008

असंख्य माँओ ने वो दान किया जो केवल एक माँ ही कर सकती हैं .

भारत मे हर १००० जन्मे बच्चो मे ५७ बच्चे की मृत्यु जनम लेते ही होजाती हैं और१००० मे ४३ बच्चे जनम ले ने के महीने के अंदर नहीं रहते । डॉ अर्मिदा फेर्नान्देज़ { Dr Armida Fernandez } ह्यूमन मिल्क बैंक की फाउंडर हैं । उनके अथक परिश्रम और उनकी दूरगामी सोच के कारण भारत ही नहीं एशिया का पहला ह्यूमन मिल्क बैंक १९८९ से SION MILK BANK के नाम से बना । ये बैंक लोकमान्य तिलक मुनिसिपल जनरल हॉस्पिटल मुंबई मे हैं । इस बैंक को ९२४ लीटर दूध का डोनेशन " डोनर मदर " ने किया हैं जो अपने आप मे इक रिकॉर्ड हैं । डॉ अर्मिदा फेर्नान्देज़ का कहना हैं की ये सब इतना आसन नहीं हैं पर मुश्किल भी नहीं हैं । उनके अनुसार १२००० डिलिवरी हर साल होती हैं और अगर हर माँ को समझाया जाये तो वह " माँ का दूध " का दान अपनी इच्छा से कर देती हैं । ये दूध वज्ञानिक तरीको से सुरक्षित रखा जा सकता हैं ६ माह के लिये और उन बच्चो के लिये " राम बाण औषधि " साबित होता हैं जो माल नुत्रिशन के शिकार हैं या जिनेह छोड़ / त्याग दिया जाता हैं ।


डॉ अर्मिदा फेर्नान्देज़ "स्नेहा " की फाउंडर हैं । स्नेहा , डॉक्टरो के द्वारा चलाई जा रही संस्था हैं जो माल नुत्रिशन { malnutrition } पर काम करती हैं . ज़रा सी शिक्षा ने असंख्य माँओ से वो दान करवा दिया जो केवल एक माँ ही कर सकती हैं । आज बहुत से अस्पतालों मे ये बैंक चल रहे हैं ।

ज्यादा जानकारी के लिये लिंक क्लिक करे और इसे ही कहते हैं " The Indian Mother Has Arrived " .

7 comments:

  1. मैं खुद एक चिकित्सक हूं और मुझे इस प्रोग्राम का पता ही नहीं था! आज ही इस कहानी को अपने बाकी डाक्टर दोस्तों से बतलाउंगा!

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  2. अर्मिदा फर्नान्डीज़ के इस जज्बे को सलाम....... इस प्रकार के मिल्क बैंक दुनिया के हर गाँव शहर में खुलने चहिये.

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  3. प्रोत्साहन के लिए बहुत धन्यवाद

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  4. बेहतरीन कार्य......... सच्ची मानवता और मानव सेवा का उत्कृष्ट उदहारण

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  5. इस स्नेहिल पवित्र काम के लिए स्नेह संस्था की जितनी तारीफ की जाए कम है..

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  6. उत्तम कार्य! प्रचार-प्रसार की आवश्यकता है, समझाने से कोई मां इस कार्य के लिये इंकार नहीं करेगी.

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