tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post6714697420283565171..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: बाट जोगती सूनी आखेंरेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-29653028343678812092011-04-28T12:28:13.473+05:302011-04-28T12:28:13.473+05:30बहुत ही सटीक लिखा है आपने, बधाई!
विवेक जैन vivj20...बहुत ही सटीक लिखा है आपने, बधाई!<br /><a href="http://vivj2000.blogspot.com/" rel="nofollow"><b> विवेक जैन </b><i>vivj2000.blogspot.com</i></a>Vivek Jainhttps://www.blogger.com/profile/06451362299284545765noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-37096920611576611462011-04-26T22:01:06.437+05:302011-04-26T22:01:06.437+05:30bhut prabhaavpur lekh...bhut prabhaavpur lekh...विभूति"https://www.blogger.com/profile/11649118618261078185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-80117383796888836202011-04-26T16:53:10.879+05:302011-04-26T16:53:10.879+05:30सहमत हूँ...सहमत हूँ...pragyahttps://www.blogger.com/profile/04688591710560146525noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-22348724654303164412011-04-25T20:53:45.217+05:302011-04-25T20:53:45.217+05:30yathaarthparak lekhan ke liye badhaai !
Davaab jab...yathaarthparak lekhan ke liye badhaai !<br />Davaab jab aur badhegaa to raastaa bhi niklegaa .varjnaaon ke paiband bhi tootengen hi .<br />veerubhai .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-19544848212806379072011-04-25T20:22:36.622+05:302011-04-25T20:22:36.622+05:30sahi aur satik likha hai aapne aapki kahi ek ek ba...sahi aur satik likha hai aapne aapki kahi ek ek baat sahi hai<br />badhai<br />rachanaRachanahttps://www.blogger.com/profile/15249225250149760362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-512919177412438892011-04-25T14:01:23.119+05:302011-04-25T14:01:23.119+05:30वाकई एक बड़े नारी वर्ग की पीड़ा को सही रूप में व्य...वाकई एक बड़े नारी वर्ग की पीड़ा को सही रूप में व्यक्त किया है आपनेVandana Ramasinghhttps://www.blogger.com/profile/01400483506434772550noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-49837387003385744412011-04-25T11:33:35.546+05:302011-04-25T11:33:35.546+05:30मै मुंबई से हूँ यहाँ के लिए तो ये काफी आम बात है |...मै मुंबई से हूँ यहाँ के लिए तो ये काफी आम बात है | एक बड़ी संख्या यहाँ पर ऐसे लोगो की है जो अपनी पत्नियों को गांवो में छोड़ कर यहाँ आ कर काम करते है | कई ऐसे लोगो को भी देखा है जो अपने परिवार को यहाँ ला सकते है या लाने का प्रयास कर सकते है किन्तु वो उन्हें यहाँ नहीं लाते है कई बार संयुक्त परिवार में लोग पत्नियों को पति के साथ जाने नहीं देते उनके लिए बहु बेटे ले लिए नहीं घर के लिए आती है और उसका काम सास ससुर की देखभाल करना है | जहा तक बात शारीरिक जरूरतों की है तो मैंने ये भी देखा है की जिनके पति बाहर काम करते है उन महिलाओ पर परिवार द्वारा और भी सख्ती की जाती है उनके बाहर आने जाने पर रोक टोक की जाती है उन पर नजर रखा जाता है यहाँ तक की उन्हें उनके मायके जाने पर भी रोक टोक किया जाता है कारण वही है चरित्र के बिगड़ जाने का डर जबकि मुंबई के कई "रेड लाइट एरिया " ज्यादातर ऐसे ही लोगो के कारण गुलजार होता है जो पत्नियों को गांव छोड़ कर आते है और यहाँ से "मुम्बईया बीमारी"( एडस ) ले जा पत्नी को देते है |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-37934735110463498332011-04-25T08:54:42.830+05:302011-04-25T08:54:42.830+05:30आपने जो भी हालत बयां किये वे सच हैं ....... सार्थक...आपने जो भी हालत बयां किये वे सच हैं ....... सार्थक सटीक आलेख डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-67831649806717191942011-04-24T23:32:18.991+05:302011-04-24T23:32:18.991+05:30इस दर्द को सहा तो नहीं पर बहुत करीब से देखा जरुर ह...इस दर्द को सहा तो नहीं पर बहुत करीब से देखा जरुर है. पहाड़ी हूँ और फ़ौज में या मैदानी इलाके में गए पति की बाट जोहती बहुत सी माँ बहनों के दर्द को महसूस किया है. शुरू में लगता था की ये दर्द सिर्फ पहाड़ी औरतों के भाग्य में बंधा है पर अब लगता है की ये सार्वभौमिक है.VICHAAR SHOONYAhttps://www.blogger.com/profile/07303733710792302123noreply@blogger.com