tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post5296495605614118453..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: वे सिर्फ नारी को संस्कृति के नाम पर फिर से पुरुष जाति कि अनुगामिनी बना देखना चाहते हैंरेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-26477830148443355872009-02-16T17:50:00.000+05:302009-02-16T17:50:00.000+05:30नारी और पुरूष इस समाज के भी दो आधारभूत स्तम्भ है औ...नारी और पुरूष इस समाज के भी दो आधारभूत स्तम्भ है और रहेंगे। धर्म, कर्म और नैतिकता को पोषित यही कर रहे हैं। स्वयं को पूरे समाज का ठेकेदार न समझें तो बेहतर होगा।<BR/><BR/>सही कह रही है ।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.com