tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post4813782646322139631..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: नारी को अपने क्षमाशील होने की हद खुद ही तय करनी होगी .रेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-50591558499500281442008-05-24T16:46:00.000+05:302008-05-24T16:46:00.000+05:30इला जीसही कहा है आपने। नारी को स्वयं अपने अस्तित्व...इला जी<BR/>सही कहा है आपने। नारी को स्वयं अपने अस्तित्व को पहचाननना होगा।शोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-49969505864601532802008-05-23T23:38:00.000+05:302008-05-23T23:38:00.000+05:30इला जी सबका तो पता नहीं पर मैं ऐसी कई मांओं को जान...इला जी सबका तो पता नहीं पर मैं ऐसी कई मांओं को जानती हूँ जिन्हों ने अपने लड़के को शादी से पहले समझाया कि उसे भी एडजस्ट करना होगा और अगर बहु के साथ अन्याय हुआ तो सास उसके साथ खड़ी रही। वक्त बदल रहा है इला जीAnita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-39851658119298553252008-05-23T14:45:00.000+05:302008-05-23T14:45:00.000+05:30"क्षमाशील" पहले सशक्त हो फिर क्षमा करे का अधिकार स..."क्षमाशील" पहले सशक्त हो फिर क्षमा करे का अधिकार स्वयं मिल जायेगा ।" क्षमा शोभती उस भुजंग को जिसके पास गरल हो उसको क्या जो विष रहित विनीत सरल हो " दिनकर जी के शब्द नहीं नारी के लिये एक आवाहन हैंAnonymousnoreply@blogger.com