tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post3533186794601035417..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: " ह्यूमन राइट्स के पुरोधा " रेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-91655754179635476542013-01-04T12:43:10.799+05:302013-01-04T12:43:10.799+05:30निजी हमले को की क्या परिभाषा होती हैं , मैने कब और...निजी हमले को की क्या परिभाषा होती हैं , मैने कब और कहां आप की निजता पर हमला किया हैं केवल और केवल एक लड़की को द्रौपदी कहे जाने पर आपत्ति दर्ज की हैं एंड आई ऑब्जेक्ट कहने का अधिकार मुझे हैं आप का जवाब देना या ना देना आप की अपनी बात हैं आप का नाम लेकर नहीं आप के कमेन्ट को देख कर यहाँ तब कहा जब आप ने "पढ़ लिया "कहा .रचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-10900929352741807102013-01-03T19:52:15.812+05:302013-01-03T19:52:15.812+05:30रचना जी - मैं बात को बढ़ाना नहीं चाहती इसलिए यहाँ ...रचना जी - मैं बात को बढ़ाना नहीं चाहती इसलिए यहाँ उत्तर नहीं दूँगी । उत्तर है मेरे पास, टाइप भी किया है, किन्तु बातों को खींचना और बढ़ाना मुझे पसंद नहीं, so i am not pasting it here.<br /><br />न मैं किसी पर कभी निजी हमले करती हूँ, न पसंद करती हूँ कि कोई मुझ पर करे । बेहतर होगा की आप मेरा नाम लेकर बातें न लिखें । Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-45442063593207311702013-01-03T16:11:15.485+05:302013-01-03T16:11:15.485+05:30।जरूरी नहीं जो आपको गलत लगा वो बाकि महिलाओं को भी ...।जरूरी नहीं जो आपको गलत लगा वो बाकि महिलाओं को भी गलत ही लगे।<br /><br /><br />एक दम सही कहा हैं आप ने राजन , लेकिन मेने इस पोस्ट में कहा हैं कैसे हिंदी ब्लॉग जगत की बहुत सी महिला हमेशा उन आलेखों की तारीफ़ करती पायी जाती हैं जहां लिंग विभेद अपनी चरम सीमा पर दिखता हैं रचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-91294214389083010412013-01-03T16:03:15.233+05:302013-01-03T16:03:15.233+05:30vah draupadi jo abhimanyu ban gayi ...http://www.d...vah draupadi jo abhimanyu ban gayi ...http://www.deshnama.com/2013/01/blog-post.html?showComment=1357183588642#c7368324288145379384<br /><br />किस अधिकार से आप "दिल्ली ब्रेवहार्ट " को द्रौपदी कह रही हैं . क्या इस लिये क्युकी उसका बलात्कार हुआ था ?? द्रौपदी का चीर हरण हुआ था भरी सभा मे पर , द्रौपदी ५ पतियों की पत्नी थी लेकिन ये लड़की अविवाहित थी फिर किस अधिकार से उसको आप ने द्रौपदी कहा ???? शिल्पा जी समय हैं की हम शब्दों के चयन पर ध्यान दे हमारे शब्द वो भी सार्वजनिक मंच पर , कुछ का कुछ हमे सिद्ध कर सकते हैं . आप कह सकती हैं आप को पता हैं आप क्या हैं कोई कुछ भी समझे . ये आप का अधिकार हैं पर उस लड़की के प्रति जिसको आप नमन कर रही हैं द्रौपदी जैसे शब्द का उपयोग निंदनीय हैं <br />रचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-10297352957226052022013-01-02T23:40:02.528+05:302013-01-02T23:40:02.528+05:30@ये वो वक्त हैं जब हम सब को एक साथ खड़े हो कर बहिष्...@ये वो वक्त हैं जब हम सब को एक साथ खड़े हो कर बहिष्कार करना चाहिये अपने बीच से उन सब का जो"एक शब्द " भी किसी महिला विरुद्ध कहते हैं जो उस महिला को केवल इस लिये कहा जा रहा हैं क्युकी वो महिला है<br />बिल्कुल सहमत ।<br />महिलाओं के लिए माहौल बहुत असुरक्षित हो गया है।इस मुद्दे की गंभीरता समझने के बजाय इसे हल्का बनाने की कोशिश न सिर्फ गलत है बल्कि खतरनाक भी है।लेकिन इतना जरूर कहूँगाकि कई बार एक ही चीज को देखने का दो लोगों का नजरिया अलग अलग होता है ।जरूरी नहीं जो आपको गलत लगा वो बाकि महिलाओं को भी गलत ही लगे।इसलिए हमें आपत्ति दर्ज करानी चाहिए(यदि कोई बात गलत लगे तो) लेकिन दूसरे क्या सोचते हैं ये उन पर छोडें।अभी कल परसों आपने इसी ब्लॉग पर एक पोस्ट में लिंक दिया।वहाँ मुझे लगा लेखिका पुरुषों खासकर लडकों का मजाक सा बना रही हैं इसलिए मैंने विरोध किया लेकिन ज्यादातर बाकी लोगों को यहाँ तक कि पुरुषों को भी इसमें कुछ गलत नहीं लगा।अब नहीं लगा तो नहीं लगा इसमें मैं क्या कर सकता हूँ।ये तो अपने अपने नजरिये की बात है।<br />राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-54787415691153699312013-01-02T16:59:19.886+05:302013-01-02T16:59:19.886+05:30जो भी लिखा है बिलकुल सही लिखा है, अपवाद तो अगर हम ...जो भी लिखा है बिलकुल सही लिखा है, अपवाद तो अगर हम पिछले कई सालों की पुलिस रिपोर्ट उठा कर देखें तो समझ आ ही जाएगा . ये काण्ड आमानुशिकता की श्रेणी में आ गया यहाँ तक कि इसके लिए आवाजें देश से बाहर निकल कर विदेश में बसे भारतियों के गले से निकलने लगी हैं। सबको इस पर अंकुश चाहिए और सिर्फ इन 6 अपराधियों के लिए नहीं बल्कि उन सब मामलों में दोषी लोगों केलिए भी कठोर दंड के प्रावधान की अनुशंसा करते हैं। रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-83976822924981657522013-01-02T14:51:04.717+05:302013-01-02T14:51:04.717+05:30महिलाओं को तो अपने सम्मान के लिए सबसे पहले उठना ही...महिलाओं को तो अपने सम्मान के लिए सबसे पहले उठना ही होगा ... संघठित होना जरूरी है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-66673321062387304412013-01-02T13:02:58.750+05:302013-01-02T13:02:58.750+05:30वाज़िब प्रश्न उठाया है आपने वाज़िब प्रश्न उठाया है आपने vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-73570225536581729432013-01-02T12:13:33.939+05:302013-01-02T12:13:33.939+05:30padh liya
padh liya<br /><br />Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.com