tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post2732441371145442029..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: दो दिन से चल रही सुखोई उड़ाने की बहस मे मेरी रूचि इस बहस के बाद ही ख़तम हो गयीरेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-90049427936737194392009-11-20T17:42:50.091+05:302009-11-20T17:42:50.091+05:30मेरी जानकारी में भारतीय कानून पति के संतानोत्पत्ति...मेरी जानकारी में भारतीय कानून पति के संतानोत्पत्ति में स्थाई रूप से अक्षम होने या नपुंसक होने की स्थिति में पत्नी को तलाक का अधिकार देता है.ab inconvenientihttps://www.blogger.com/profile/16479285471274547360noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-39683777716822944812009-11-20T15:44:52.500+05:302009-11-20T15:44:52.500+05:30सास ससुर और यहाँ तक की लड़की के माँ पिता भी विकल्प...सास ससुर और यहाँ तक की लड़की के माँ पिता भी विकल्प सोच रहे हैं लड़की के पति के लिये अभी से । कुछ लोग तो रिश्ते भी सुझाने लगे है उन लड़कियों के जहाँ ये लड़की बड़ी पत्नी बन कर रह सकेगी सम्मान के साथ .<br /><br />yahan kya hona chahiye prash nahi hai....prashn hai ki kya nirnay liya jayega....jab ladki ke maa - baap bhi is baat se sahmat hain to ladaki ko to nazarandaaz hi kar diya jayega... baad men samaan mile ya na mile....<br /><br />lekin yadi ladki chahe to is nirnay ka virodh kar sakti hai...aur kisi anath bachchhe ko god lene ke liye badhy bhi aur is tarah matritv sukh bhi bhog sakti hai....lekin itani himmat kahan hoti hai apane astitv ko bachane ke liye.....is case men bhi ladki ka shoshan hoga saas sasur aur maa pita dwara....baaki waqt ke haath men haiसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-90617894946068024922009-11-20T03:18:44.853+05:302009-11-20T03:18:44.853+05:30Sameerji and Neeraj together have said, what I wan...Sameerji and Neeraj together have said, what I want to say.स्वप्नदर्शीhttps://www.blogger.com/profile/15273098014066821195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-75178161357079952952009-11-19T23:35:28.497+05:302009-11-19T23:35:28.497+05:30Udan Tashtari ji से सहमत धन्यवाद्Udan Tashtari ji से सहमत धन्यवाद्मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-9710106010664568082009-11-19T21:18:13.263+05:302009-11-19T21:18:13.263+05:30लोगों ने विकल्प सुझाये और लडके ने क्या कहा?
अगर व...लोगों ने विकल्प सुझाये और लडके ने क्या कहा? <br />अगर विवाह के बाद लडके का कोई एक्सीडेंट हो जाये जिससे वो अपंग हो जाये और लडकी चूँकि आत्मनिर्भर है, लडके को छोडना चाहे तो वोही सब लोग पाश्चात्य सभ्यता की दुहाई देकर उस लडकी को त्रियाचरित्र साबित करने में कोई कसर नहीं छोडेंगे।<br /><br />धन्य है हमारा समाज और और रिश्तेदार जो ऐसी सलाह देने की हिम्मत भी करते हैं। बहरहाल लडके की क्या सोच है ये इस पोस्ट से पता नहीं चलती। हो सकता है कि वो इन सुझावों पर हंसे और अपनी पत्ती ने साथ ही खुश हो, चाहे सन्तान हो य न हो। कम से कम ऐसी दुआ तो की ही जा सकती है।Neeraj Rohillahttps://www.blogger.com/profile/09102995063546810043noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-66598881672503334932009-11-19T20:40:55.723+05:302009-11-19T20:40:55.723+05:30इस पोस्ट की और इस हादसे की सबसे और अहम् बात को आप ...इस पोस्ट की और इस हादसे की सबसे और अहम् बात को आप लोग नज़र अंदाज कर गए हैं । वो हैं २००९ मे भी हमारा समाज विकल्प मे आज भी लड़की की नहीं लडके के बारे मे बात करता हैं और आज भी संतान की बात से ही स्त्री के वजूद की बात होती हैं । स्त्री का माँ न बन पाना उसको समाज मे दोयम दर्जा देता हैं । आप सब ने जो विकल्प सुझाए ये वो सोचने वाले लोग आज भी उँगलियों पर गिने जाते हैं और तब तक ही जब तक ऐसा कुछ ऐसा उनके अपने किसी के साथ नहीं होता , अगर अपने किसी के साथ होता हैं तो हम सब के अंदर की रुढ़िवादी सोच हम पर हावी होती हैं और नर नारी की सामाजिक असमानता उभर कर आजाती हैं । पता नहीं और कितने वर्ष लगेगे इस सोच को बदलने मे । लड़की के स्वास्थ्य के बारे मे पूछ कर समीर ने अपने संवेदनशील होने का परिचय दिया हैंAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-14776571152354398072009-11-19T20:38:09.196+05:302009-11-19T20:38:09.196+05:30संगीता जी से सहमत धन्यवाद्संगीता जी से सहमत धन्यवाद्निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-42861360130352844302009-11-19T17:55:17.326+05:302009-11-19T17:55:17.326+05:30गोद लेना कितना अच्छा विकल्प है. एक अनाथ को घर मिल ...गोद लेना कितना अच्छा विकल्प है. एक अनाथ को घर मिल जायेगा और इनकी तमन्ना भी पूरी हो जायेगी. दूसरी पत्नी लाना तो बेवकूफी भरी सोच है, उस पर तो ध्यान भी नहीं जाना चाहिये. वैसे इस वक्त तो लड़की की तबीयत दुरुस्त करने के अलावा कुछ और नहीं सोचा जाना चाहिये, वो सर्वोपरि है और जब वो शरीर और मन से पूर्ण स्वस्थ हो जाये तो दंपति गोद लेने के बारे में विमर्श करें, उसके पहले नहीं.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-65139634155380845002009-11-19T16:55:49.395+05:302009-11-19T16:55:49.395+05:30संगीता जी से सहमत.संगीता जी से सहमत.L.Goswamihttps://www.blogger.com/profile/03365783238832526912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-26803215643710059392009-11-19T16:09:14.529+05:302009-11-19T16:09:14.529+05:30मैं संगीता जी से सहमत हूँ. निस्संतान होना कोई अभिश...मैं संगीता जी से सहमत हूँ. निस्संतान होना कोई अभिशाप नहीं है. यदि आप ईश्वर में विश्वास करते हैं तो यह मानिये कि शायद ईश्वर ने केवल अपने अंश की संतान पालने से बड़ी जिम्मेदारी आपको सौपने के लिए चुना है. अपनी ममता एक या दो बच्चों पर उड़ेलने के बजाये तमाम अनाथ और बेसहारा बच्चों में बांटकर जो सुख उन्हें मिल सकता है शायद वह अपने बच्चों को पाकर न मिल सके. केवल वंशवृद्धि के लिए बच्चे की लालसा करना मूर्खता है और इसके लिए दूसरा विवाह करना उससे भी बड़ी मूर्खता.निशाचरhttps://www.blogger.com/profile/17104308070205816400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-27965652590912959922009-11-19T16:01:28.761+05:302009-11-19T16:01:28.761+05:30अनगिनित स्त्रियाँ ऐसे पतियों के साथ रह रही हैं जिन...अनगिनित स्त्रियाँ ऐसे पतियों के साथ रह रही हैं जिनमें संतानोत्पत्ति की क्षमता नहीं है। क्या संतान के बिना तभी पुरुष जीवन बेमानी हो जाता है जब समस्या पत्नी के साथ हो? यदि स्वयं के साथ समस्या हो तब?<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-68153868397081343112009-11-19T15:47:48.499+05:302009-11-19T15:47:48.499+05:30हम मान भी लें कि उसे बच्चा नहीं हो सकता .. तो भार...हम मान भी लें कि उसे बच्चा नहीं हो सकता .. तो भारत में इतने अनाथ बच्चे हैं .. उन्हें गोद लेकर दंपत्ति अपना वैवाहिक जीवन सुखद बना सकते हैं .. सिर्फ बच्चे के लिए पति को विवाह करने की क्या आवश्यकता ??संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-48092958782629720192009-11-19T15:43:54.042+05:302009-11-19T15:43:54.042+05:30आज विज्ञानं इतना आगे बढ़ चुका है की शायद लाइलाज कुछ...आज विज्ञानं इतना आगे बढ़ चुका है की शायद लाइलाज कुछ भी नहीं फिर बगैर उसके स्वस्थ हुए ऐसी बात सोचना , हमारे ही दिवालियेपन की द्योतक है. फिर क्या जिन दंपत्ति को भाग्यवश संतान नहीं होती क्या सभी ऐसा ही विकल्प सोचते हैं? अगर नहीं तो फिर इस बार क्यों?रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-80564212921827474322009-11-19T15:25:22.121+05:302009-11-19T15:25:22.121+05:30शायद वो लड़की भी राजी हो जायेगी उसके पति के दुसरे ...शायद वो लड़की भी राजी हो जायेगी उसके पति के दुसरे विवाह के लिये..रंजन (Ranjan)https://www.blogger.com/profile/04299961494103397424noreply@blogger.com