tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post2203630939401616380..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: जन हित मे जारीरेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger38125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-70494290243709845482011-06-10T06:37:17.944+05:302011-06-10T06:37:17.944+05:30new comments can be posted nownew comments can be posted nowरचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-6759924085063822372011-06-07T09:15:05.682+05:302011-06-07T09:15:05.682+05:30ये कांग्रेस को वोट कौन देता हैं जितने लोगो ने यहा...ये कांग्रेस को वोट कौन देता हैं जितने लोगो ने यहाँ कमेन्ट दिये हैं क्या निर्भीक हो कर बतायेगे की उन्होने किस पार्टी को वोट दिया था .. मैने नहीं दिया .<br />सरकार नहीं पसंद तो सरकार बदलो , सही को वोट दो ना की देश को और उसके नागरिको को गलत दिशा पर ले जाओ<br />जब वोट देने की बारी आती हैं तो सब एक परिवार के नाम पर वोट देते हैं ??? क्यूँ<br />क्युकी अस्थिरता नहीं चाहिये .<br />देश को अस्थिरता की और ले जाने से क्या हासिल हो गा<br />और रह गयी बात इन बाबा लोगो की तो कुछ के रंग सामने आ चुके हैं बाकी के भी आ जायेगे<br />जो इनको मानते हैं वो अपनी व्यक्तिगत पसंद के लिये आज़ाद है उसी तरह हिन्दू हो कर अगर मै इन पाखंडियों से दूर रहना चाहती हूँ तो मै भी अपने ब्लॉग पर आज़ाद हूँ<br />और रहगयी बात मेरी सदस्याओं की , तो ये ब्लॉग बना ही उनकी बात कहने के लिये हैं<br />और जो लोग यहाँ आकर असहमत हैं उनका अपना नज़रिया हैं<br />अब इस पोस्ट पर कमेन्ट बंद किये जा रहे हैंरचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-36105815242674554382011-06-07T05:52:26.804+05:302011-06-07T05:52:26.804+05:30मुझे नहीं पता की आप वर्तमान भारतीय राजनीति की कितन...मुझे नहीं पता की आप वर्तमान भारतीय राजनीति की कितनी समझ रखती हैं.. <br />पर यह पोस्ट पढ़ सीधे सीधे यही लग रहा है की दिग्विजय सिंह या कपिल सिब्बल ने यह पोस्ट लिखी है...<br />---------------<br />इससे ज्यादा कुछ कहने की आवश्यकता ही कहाँ है..... आज की पोस्ट पर आप से पूरी तरह से असहमति है ..... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-82263448064413847392011-06-06T23:47:21.524+05:302011-06-06T23:47:21.524+05:30रचना जी आपका जनहित बहुत सुन्दर लगा जहाँ आपको बाबा ...रचना जी आपका जनहित बहुत सुन्दर लगा जहाँ आपको बाबा के कृत्या की जानकारी दिखी किन्तु सोते हुए लोगों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ना नहीं दिखा. हम व्यक्तिगत रूप से बाबा के समर्थकों में कभी नहीं रहे और किन्तु इस तरह की घटना का, प्रशासन का विरोध करते हैं जो सोते हुए लोगों पर लाठीचार्ज करवाए. आपने बड़ी गंभीर जानकारी दी (आश्वासन वाली) क्या आपने इस सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त नहीं की कि रामलीला मैदान पूरे एक महीने के लिए किराये पर लिया गया है.<br />इसके बाद भी यदि मान भी लिया जाए कि समय सीमा समाप्त होने वाली थी और पुलिस को उस जगह को खाली करवाना जरूरी ही था तो आपको पता नहीं ये संज्ञान में है अथवा नहीं कि सरकार का भोंपू बने तमाम कांग्रेसियों ने अभी भी दिल्ली के सरकारी भवनों पर कब्जा कर रखा है जबकि आज की तारीख में वे सांसद भी नहीं हैं और न ही किसी तरह के प्रतिनिधि. क्या यहाँ पुलिस को समय सीमा नहीं दिखती है?<br />जहाँ तक हिन्दू हेने के गर्व की बात है तो सिर्फ हिन्दू धर्म में पैदा होना ही गर्वोक्ति का विषय नहीं है... आत्मा से गर्व होना चाहिए. आशय आप समझ गईं होंगी. कृपया इस तरह के मुद्दों पर चोट का एक और पक्ष होता है उसे भी देखिये, दिग्गी की तरह से, या कोंग्रेसी प्रवक्ताओं की तरह से अनर्गल प्रलाप न करें तो अच्छा होगा.<br /><b>जय हिन्द, जय बुन्देलखण्ड</b>राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगरhttps://www.blogger.com/profile/16515288486352839137noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-31068938968815268182011-06-06T23:05:54.714+05:302011-06-06T23:05:54.714+05:30मुझे तो तथ्य और साक्ष्य दिखते हैं.......तो क्या वे...मुझे तो तथ्य और साक्ष्य दिखते हैं.......तो क्या वे आपको यकीनन ही नहीं दिखे ..या आपने देखना नहीं चाहा उन्हें ..क्योंकि आज हर जगह वही तो दिखाई सुनाई दे रहा है अलग अलग अंदाज़ में ..। हां अंध भक्त तो मैं भगवान का भी नहीं हूं फ़िर इंसान की तो बिसात ही क्या । आपकी मेड वहां क्या देखने और उसने देख के क्या बताया ये तो हम नहीं जानते , लेकिन हम जो देख रहे हैं उसे कैसे अनदेखा कर सकते हैं ..अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-76815841651227390742011-06-06T22:45:54.976+05:302011-06-06T22:45:54.976+05:30एक बात और...
'जन हित में जारी' .... जितनी...एक बात और...<br /><br />'जन हित में जारी' .... जितनी भी सूचनायें अब तक पढी थीं ... सरकार द्वारा प्रायोजित थीं... क्या आपकी भी...?प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-6966064766111823372011-06-06T22:42:22.710+05:302011-06-06T22:42:22.710+05:30रंजना जी की कही एक-एक बात जानकार सरकार के प्रति मे...रंजना जी की कही एक-एक बात जानकार सरकार के प्रति मेरी घृणा में इजाफा ही हुआ.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-47983290640357330732011-06-06T22:36:19.780+05:302011-06-06T22:36:19.780+05:30रचना जी,
अरे, आप भी आजादी का इस्तेमाल करना जानते ...रचना जी, <br />अरे, आप भी आजादी का इस्तेमाल करना जानते हैं.... <br />एक समय अदालत में सत्य की परिभाषा आर्यसमाजी हुआ करता था. <br />यदि अदालत को प्रमाण चाहिए होता था तो वे किसी आर्यसमाजी से तथ्य जानते थे....<br />जिसकी 'आर्यसमाज' ने परवरिश की हो वह मिथ्या आचरण कभी नहीं करता.. राष्ट्र धर्म उसके लिये प्राथमिक होता है.<br />.<br />.<br />मेरे कुछ सवालों के जवाब दीजिये ... <br />— मैंने सभा की. स्वीकृति भी ली ५०० व्यक्तियों की. मीडिया आ धमका. मीडिया के लाइव प्रसारण से खिंचकर संख्या ५०१ हो गई.. क्या मैं कानूनी रूप से दोषी होउंगा? ऐसे में मेरे दोष की सजा पूरी सभा को दी जानी चाहिए? <br />— क्या मेरी सभा में ५०० व्यक्तियों में मीडिया के 100 लोगों की भी गणना होनी चाहिए? <br />— तभी बिना बुलाये ५००० पुलिसकर्मी आ गये... उन्होंने कहा यहाँ इतना स्पेस नहीं कि ५०० से अधिक लोग आ सकें... इसलिये सभा कानूनन जुर्म है... <br />आप ये बतायें कि जहाँ ५०० से अधिक लोग नहीं आ सकते वहाँ ५००० पुलिसकर्मी कैसे फिट हो गये?<br /><br />... आप यदि तीनों सवालों के उत्तर देंगे तो फिर तीन सवाल करूँगा. आप जन जागृति का संकल्प जो लिये हैं. मैं आपका पूरा-पूरा साथ दूँगा. सोनिया जी की तरफ से आपको मेडल दिलवाने की भी सिफारिश करूँगा.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-4352831562672741492011-06-06T21:12:21.294+05:302011-06-06T21:12:21.294+05:30बस अब तो एक ही मुद्दा प्रासंगिक है -निहत्थे निरीह ...बस अब तो एक ही मुद्दा प्रासंगिक है -निहत्थे निरीह ,शांतिप्रिय और दो दिन से भूखे लोगों पर रात में हजारों ट्रेंड गुंडों द्वारा हमला कार्य जाना किस नीति और नीयत को प्रदर्शित करता है ? मामला अब सुप्रीम कोर्ट में है ....जवाबदेही सरकार की!<br />हाँ आश्चर्य यह हुआ जानकर कि महिलाओं की स्व -घोषित पक्षधर भी आज क्षद्म निरपेक्षी लोगों के सुर में सुर साध रही है ! <br />कितनी महिलाओं के कपडे फटे ,कितनों को धकियाया गया -यह दिखाई नहीं दे रहा ? <br />क्या ग्रामीण महिलाओं की कोई निजी गरिमा नहीं होती बस शहरी औरतों की आबरू है ? <br />महिला आयोग ने भी जावाब तलब कर लिया है मगर नारी नाम्नी यह ब्लॉग अप एक लग थलग राग छेड़ रहा है ? <br />यही है असली "असलियत" -नारी के पक्षधर ब्लॉग क्या बस केवल घडियाली आंसू बहाता रहा अब तक और पुरुषों को गिन गिन कर गालियाँ ? <br />आप भी जवाबदेही से बचती नज़र नहीं आ रही है -इसी पोस्ट पर बुलंद नारियों की आवाजें आपको आत्ममंथन पर मजबूर कर रही हैं !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-67845778256118913752011-06-06T21:11:42.935+05:302011-06-06T21:11:42.935+05:30बस अब तो एक ही मुद्दा प्रासंगिक है -निहत्थे निरीह ...बस अब तो एक ही मुद्दा प्रासंगिक है -निहत्थे निरीह ,शांतिप्रिय और दो दिन से भूखे लोगों पर रात में हजारों ट्रेंड गुंडों द्वारा हमला कार्य जाना किस नीति और नीयत को प्रदर्शित करता है ? मामला अब सुप्रीम कोर्ट में है ....जवाबदेही सरकार की!<br />हाँ आश्चर्य यह हुआ जानकर कि महिलाओं की स्व -घोषित पक्षधर भी आज क्षद्म निरपेक्षी लोगों के सुर में सुर साध रही है ! <br />कितनी महिलाओं के कपडे फटे ,कितनों को धकियाया गया -यह दिखाई नहीं दे रहा ? <br />क्या ग्रामीण महिलाओं की कोई निजी गरिमा नहीं होती बस शहरी औरतों की आबरू है ? <br />महिला आयोग ने भी जावाब तलब कर लिया है मगर नारी नाम्नी यह ब्लॉग अप एक लग थलग राग छेड़ रहा है ? <br />यही है असली "असलियत" -नारी के पक्षधर ब्लॉग क्या बस केवल घडियाली आंसू बहाता रहा अब तक और पुरुषों को गिन गिन कर गालियाँ ? <br />आप भी जवाबदेही से बचती नज़र नहीं आ रही है -इसी पोस्ट पर बुलंद नारियों की आवाजें आपको आत्ममंथन पर मजबूर कर रही हैं !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-11004199210278810972011-06-06T19:41:58.692+05:302011-06-06T19:41:58.692+05:30आपको अपने ६० साल की वृद्ध मेड पर विश्वास है किन्तु...आपको अपने ६० साल की वृद्ध मेड पर विश्वास है किन्तु वहाँ पर उपस्थित हजारों भुक्तभोगी महिलाए टीवी पर चीख चीख कर जो तथ्य बता रही हैं उन्हें आप झूठ ठहरा रही हैं | ये कहाँ का न्याय है ! कृपया आधुनिक विज्ञानिक सोच वाले बाबा रामदेव का अन्य पाखंडी, अन्धविश्वासी , धूर्त बाबाओं से तुलना ना ही करें तो अच्छा होगा ! लगता है आपने न तो रामदेव जी के विचारों को पढ़ा है ना ही उनके विचारों को सुना ही है | अन्यथा आप ऐसा उनके बारे में ना कहतीं ! गलती हर इंसान से होती है किन्तु इसका ये मतलब तो नहीं की उनके योगदान को नकार दिया जाय | किन्तु मेरा पूर्ण विश्वास है की इन सब घटनाओं से वे सबक लेंगे तथा उनमे और निखार ही आयेगा |मदन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-82243633849555713412011-06-06T19:02:23.121+05:302011-06-06T19:02:23.121+05:30हम अमरेन्द्र नाथ त्रिपाठी के कमेंट से अक्षरष: सहमत...हम अमरेन्द्र नाथ त्रिपाठी के कमेंट से अक्षरष: सहमत हैं।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-35221979641903182682011-06-06T18:44:52.866+05:302011-06-06T18:44:52.866+05:30हर दिन २६ घंटे का होता हैं जो रात को १२ बजे ख़तम ह...हर दिन २६ घंटे का होता हैं जो रात को १२ बजे ख़तम होते हैं और कानून साक्ष्य और प्रमाण पर चलता हैं अजय आप से बेहतर कौन जाने गा . जिस जनता को रामदेव जी खुद जाने को कह सकते थे उसको उन्होने नहीं भेज कर क्या हासिल किया .<br />मेरी ६० साल की वृद्ध मेड वहां गयी थी और ये उसके बाताये हुए तथ्य थे जो मैने लिखे हैं<br />आम जनता की किस को फ़िक्र हैं<br />सब को राजनीति चाहिये , हर समय , हर वक्त<br />और रंजना जी ने सही कहा हैं मुझे राजनीति की समझ है ही नहीं , मुझे तो तथ्य और साक्ष्य दिखते हैं<br />आज सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को तलब किया , २ हफ्ते में जवाब देने के लिये , देश मे कानून प्रणाली सही हैं अजय , और जब तक वो कानून माने जायगे हम सुरक्षित हैं पर<br />क्या आम जनता जिसको ५० रुपया भी मिल जाए तो बहुत होता इस बात को समझती हैं<br />आप असहमत हो कोई बात नहीं क्युकी अगर आप आम जनता हैं तो आप को भी वही परेशानी होगी जो मुझे हैं लेकिन अगर आप अंध भक्त हैं तो .....रचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-45353829316518242212011-06-06T18:26:42.057+05:302011-06-06T18:26:42.057+05:30सुयज्ञ जी
ये तथ्य पूरे ब्लॉग जगत मे बिखरे पढ़े हैं...सुयज्ञ जी<br />ये तथ्य पूरे ब्लॉग जगत मे बिखरे पढ़े हैं और हिंदी के , इंग्लिश के तमाम अखबारों मे हैं<br />पण्डे , बाबा , और इन जैसे लोगो से सबसे ज्यादा नुक्सान नारी को ही होता हैं<br />अंतर सोहेल जी<br />अजमेरी गेट से रामलीला मैदान तक पैदल जा कर टेंट मे घुसना था , घुसने के लिये रजिस्ट्रेशन था और उसके साथ आश्वासन भी आपको विश्वास करना हो करे ना करना हो ना करे पर व्यक्तिगत आक्षेप था aap के kament मे is लिये hataa diyaa kshma karaegaeरचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-19799819249029639082011-06-06T18:22:25.216+05:302011-06-06T18:22:25.216+05:30सर्वथा असहमत , पूरी तरह से । मैं भी बाबा से लेकर र...सर्वथा असहमत , पूरी तरह से । मैं भी बाबा से लेकर रामदेव बाबा तक का समर्थक नहीं हूं , और उस पर बात करूंगा भी नहीं , आपने जैसा नकारात्मक देखा वैसा ही दिखाने का प्रयास भी किया ।जो हुआ वो सबको पता है किसी से कुछ भी छुपा नहीं है इसलिए मेरे या आपके कह भर देने से वो सब नहीं बदलेगा । लेकिन किसी भी तर्क से सरकार बस ये सही साबित कर दे कि रामलीला मैदान में सोती महिलाएं और बच्चों को पीट कर वहां से खदेडने के लिए किस कानून ने इज़ाज़त दी थी । अब यही बात सर्वोच्च न्यायालय पूछ रही है ..सरकार को अपनी फ़ौज़ लेजाकर वहां भी निपटना चाहिए । जनता तो जूतों से निपटा ही रही अपने तरीके से । इसलिए इस बार असहमत हूं आपकी इस पोस्ट सेअजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-69982539652608523282011-06-06T18:01:32.798+05:302011-06-06T18:01:32.798+05:30रंजना जी ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया। उन...रंजना जी ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया। उनसे अक्षरशः सहमत।<br /><br />पता नहीं रचना जी नें यह निर्थक तथ्य किस तरह और क्यो तैयार किये। इसी के साथ नारीहित के समर्पण की सत्यता पर प्रश्नचिन्ह लगता है।<br /><br />एक जवाब तथ्यहीन बातों का एक जवाब 'अन्तर सोहिल'पर भी हैसुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-46619129665248789462011-06-06T17:03:07.858+05:302011-06-06T17:03:07.858+05:30१- आधी रात को , पुलिसों द्वारा किया गया कृत्य भर्त...१- आधी रात को , पुलिसों द्वारा किया गया कृत्य भर्त्सनीय है।<br />२- ‘शांतिपूर्ण तरीके’ की बारंबार बात बाबा अपने वक्तव्य में कई बार बोले थे, इससे साबित होता है कि प्रतिरोधों को सरकार देखना ही नहीं चाह्ती।<br />३- बाबा के राजनीतिक आसन से दिक्कत थी तो एयरपोर्ट से लेकर कार्य्वाही के पूर्व काहे सरकारी दमाद जैसी मान-मनौहल चल रही थी।<br />४- स्पष्ट है कि सरकार संख्यात्मक मान से घबराई हुई थी और सब सेट करने के लिये उसे आधी रात का मौका सूझा।<br />५- बाबा दूध के धुले हैं, मेरा ऐसा कोई दावा नहीं है, पर जितनी पैतरेबाजी हुई है, पत्र आदि के वाकये को देखते हुये, उसपर बाबा पर ही शक किया जाय - यह भी एकतरफा लग रहा।<br />६- ये दशा शांतिपूर्ण तरीकों की होगी तो निर्विकल्प की स्थिति पैदा होगी, लोगों के माओवादी तरीकों से असहमति के तर्क कमजोर होंगे। <br />७- अन्ना प्रकरण पर बैठने के बाद भूषण से संबद्ध सीडी प्रकरण आया, अब बाबा फंसेंगे, कांग्रेस मैनेज करने में निपुण है यह अपराध और अपराधी की परिभाषा तभी रचती है जब इसे व्यक्तिगत(यानी पार्टी-गत ) दिक्कत होती है। <br />८- इस तर्क में कोई दम नहीं की योग फील्ड का आदमी किसी और फील्ड पर सवाल न करे!<br /><br />बाबा से मूलगामी परिवर्तन - रेडिकल चेंज - की उम्मीद नहीं कर सकता , सिवाय इसके कि भ्रष्टाचार को लेकर और कुछ मुद्दों को लेकर मास का कन्सर्न होगा। दूसरी बात बाबा के पास अन्ना जैसा चरित्र बल भी नहीं जिसका एक प्रमाण पत्र-प्रकरण है।और इस मास कन्सर्न को लेकर ही सरकार भयभीत हो गयी, और इस भर्त्सनीय काम पर उतर आयी !<br /><br />सहमति/संतोष इनसे भी नहीं, पर अपेक्षया बेहतर के तरफ से हम अपनी बात बोलते हैं, एक खुन्नस है प्रगतिशील बनने वालों से , जो पढ़े लिखे धोखेबाज ज्यादा हैं, शायद कलम ज्यादा चलाने वाला बाकी चीजों से कट जाता है। अरुंधती जैसे कश्मीर के मुद्दे पर, खास किस्म के सांप्रदायिक मुद्दे पर बोलना पसंद करते हैं, जिनमें सृजन कम खंडन ढेर होता है, पर कभी भ्र्ष्टाचार पर इकट्ठे होकर कुछ किये हों नहीं लगता। प्रगतिशील-वामाचारी अमीरिका-ईरान-फीलिस्तीन सब बोलेंगे, पर २५ रामदेवी मुद्दों में से कितनों के लिये और कब आयोजन-बद्ध हुये? बाकी समय ही बुरा होता है, बुरे और कम बुरे में से किसी एक को चुनना पड़ता है!<br /><br />AABHAR !!Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-32283056085022381632011-06-06T16:48:06.189+05:302011-06-06T16:48:06.189+05:30This comment has been removed by a blog administrator.अन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-5049288125897417972011-06-06T16:18:40.912+05:302011-06-06T16:18:40.912+05:30आपकी बातों से पूरी तरह असहमत ! न जाने ये तथ्य आप ...आपकी बातों से पूरी तरह असहमत ! न जाने ये तथ्य आप कहाँ से निकाल के लाई हैं ! नकारा सरकार द्वारा सोते हुवे निहत्थे लोगों पर लाठी चार्ज करना बर्बर कार्यवाही करना कायरता का सूचक है उसकी जीतनी निंदा की जाया कम ही है |poonamsinghhttps://www.blogger.com/profile/17923162833371868671noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-83470473551066876072011-06-06T16:13:12.470+05:302011-06-06T16:13:12.470+05:30यह स्पष्ट करते हुए की मैं बाबा रामदेव की भक्त नहीं...यह स्पष्ट करते हुए की मैं बाबा रामदेव की भक्त नहीं और न ही यह मानती हूँ की बाबा का जीवन और राजनितिक समस्त क्रिया कलाप संदेह से परे है....फिर भी कुछ सामान्य प्रश्न पूछना चाहूंगी ....<br /><br />क्या आपको पता है की पिछले वर्ष इसी रामलीला मैदान में जब बाबा ने इसी मुद्दे पर विशाल सभा की थी तो उक्त मैदान को पानी से ऐसे भर दिया गया था की लोग वहां बैठ नहीं सकें..<br /><br />एक पूरी ट्रेन जो दक्षिण भारत से दिल्ली आ रही थी,उसके चौदह डिब्बों को रातों रात काटकर वापस निर्गमन स्थल पर भेज दिया गया था...<br /><br />दिल्ली की और आने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया गया था ताकि लोग इस सभा में न पहुँच पायें..<br /><br />सभा में मंच पर सभी धर्मों के इतने बड़े बड़े लोग मौजूद थे पर किसी चैनल ने स्क्रोलिंग न्यूज तक में इसका जिक्र नहीं किया..?(इसके वीडियो आप यु ट्यूब पर देख सकती हैं)उक्त मंच पर अन्ना हजारे भी थे,पर आकस्मिक ढंग से अन्ना हजारे ने बाबा द्वारा उठाये मुद्दों में से एक लोकपाल विधेयक वाले मुद्दे पर अलग से अनशन किया और मिडिया ने उसे कैसा कवरेज दिया था,आपने देखा ही होगा..क्या आपको लगता है की आज की बिकी हुई मिडिया इतने निष्पक्ष ढंग से ऐसे कहीं भी पिल सकती है ? <br /><br />बाबा ने एक वर्ष तक देश के विभिन्न भागों में घूम घूम कर भ्रष्टाचार के खिलाफ जनजागरण किया और यह वर्तमान कार्यक्रम कोई आकस्मिक नहीं महीनों से घोषित था..यदि सरकार को यह स्थगित करना था/ भ्रष्टाचार के मुद्दे को नहीं उछलने देना था, तो बाकी सब बातें हुईं,सिब्बल साहब ने सारी चिट्ठियां दिखाई,यह जनता को पहले ही क्यों नहीं बताया की यहाँ निषेधाज्ञा लागू है, समय रहते भागो,नहीं तो डंडे पड़ेंगे..<br /><br />और सबसे बड़ी बात...बाबा क्या हैं,यह छोड़ दीजिये...लेकिन उन्होंने जो प्रश्न उठाये हैं, राजनीति को साफ़ करने के जो रास्ते सुझाए हैं,वे प्रासंगिक हैं या नहीं ? <br /><br />खैर,ऐसे बहुत सारे प्रश्न और प्रसंग हैं जो अनुत्तरित हैं...<br /><br />आपसे अनुरोध है,यह समय एक ऐसे शख्स को गाली देने का नहीं है जो जन हित के मुद्दे को लेकर व्यापक जन चेतना फैलाए और सरकार को घेरने का प्रयत्न करे...कोई बाबा,मुल्ला,स्वामी,राजनेता जो भी राजनीति को दलदल से बाहर निकालने के लिए आगे बढे, बाकी सारी बातों को साइड कर हमें उसका साथ देना चाहिए..यही एक मनुष्य का, एक नारी का कर्तब्य है...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-7322748143948158682011-06-06T15:42:18.360+05:302011-06-06T15:42:18.360+05:30आप का लेख बिलकुल एकतरफा तथा गलत तथ्यों पर आधारित ह...आप का लेख बिलकुल एकतरफा तथा गलत तथ्यों पर आधारित है जिससे मै बिलकुल सहमत नहीं हूँ | नकारा सरकार ने सोते हुवे निहत्थे लोगों पर लाठी चार्ज कर के जो बर्बर कार्यवाही की उसकी जीतनी निंदा की जाया कम ही है | आधी रात को दिल्ली पुलिस बल ने आक्रमण किया और सत्याग्रहियों को मैदान से बाहर निकाल फेंका ! कितने घायल हुए , कुछ गायब , बाबा रामदेव को सलवार - समीज में छुप कर भागना पडा ! वाह रे सरकार ! ये कैसी नकारा सरकार है ! <br />जहां तक हो सके रामदेव बाबा को भी राजनितिक पार्टिओं, आर एस एस तथा कट्टरवादी हिन्दू संगठनों से दूर ही रहना चाहिए | ऐसे लोगों से उनकी छवि धूमिल ही होगी | महर्षि दयानंद सरस्वती जी जिन्होंने जिन्दगी भर कट्टर हिन्दू धर्म का विरोध किया तथा इसी लिए अपने प्राण की आहुति दी को अपना मानसिक गुरु मानने वाले स्वामी राम देव जी कट्टर वादिओं से हाथ मिलाएं ये समझ में नहीं आता | <br />सत्य तभी निखार पर आता है जब उसमे किसी भी किस्म के झूठ की मिलावट न हो |आप लाख सच्चे हों किन्तु यदि आप झूठ और गलत लोगो के सहारे आगे बढ़ेंगे तो आप की गिनती भी उन्ही झूठों लोगों में की जायेगी |मदन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-39451591861012930162011-06-06T15:37:51.352+05:302011-06-06T15:37:51.352+05:30मुझे नहीं पता की आप वर्तमान भारतीय राजनीति की कितन...मुझे नहीं पता की आप वर्तमान भारतीय राजनीति की कितनी समझ रखती हैं.. <br />पर यह पोस्ट पढ़ सीधे सीधे यही लग रहा है की दिग्विजय सिंह या कपिल सिब्बल ने यह पोस्ट लिखी है...<br /><br />बाकी तो क्या कहूँ...????रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-30928059153872373582011-06-06T15:33:54.989+05:302011-06-06T15:33:54.989+05:30आप का लेख बिलकुल एकतरफा तथा गलत तथ्यों पर आधारित ह...आप का लेख बिलकुल एकतरफा तथा गलत तथ्यों पर आधारित है जिससे मै बिलकुल सहमत नहीं हूँ | नकारा सरकार ने सोते हुवे निहत्थे लोगों पर लाठी चार्ज कर के जो बर्बर कार्यवाही की उसकी जीतनी निंदा की जाया कम ही है | आधी रात को दिल्ली पुलिस बल ने आक्रमण किया और सत्याग्रहियों को मैदान से बाहर निकाल फेंका ! कितने घायल हुए , कुछ गायब , बाबा रामदेव को सलवार - समीज में छुप कर भागना पडा ! वाह रे सरकार ! ये कैसी नकारा सरकार है ! <br />जहां तक हो सके रामदेव बाबा को भी राजनितिक पार्टिओं, आर एस एस तथा कट्टरवादी हिन्दू संगठनों से दूर ही रहना चाहिए | ऐसे लोगों से उनकी छवि धूमिल ही होगी | महर्षि दयानंद सरस्वती जी जिन्होंने जिन्दगी भर कट्टर हिन्दू धर्म का विरोध किया तथा इसी लिए अपने प्राण की आहुति दी को अपना मानसिक गुरु मानने वाले स्वामी राम देव जी कट्टर वादिओं से हाथ मिलाएं ये समझ में नहीं आता | <br />सत्य तभी निखार पर आता है जब उसमे किसी भी किस्म के झूठ की मिलावट न हो |आप लाख सच्चे हों किन्तु यदि आप झूठ और गलत लोगो के सहारे आगे बढ़ेंगे तो आप की गिनती भी उन्ही झूठों लोगों में की जायेगी |मदन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-35198522998988007792011-06-06T15:27:49.796+05:302011-06-06T15:27:49.796+05:30आप का लेख बिलकुल एकतरफा तथा गलत तथ्यों पर आधारित ह...आप का लेख बिलकुल एकतरफा तथा गलत तथ्यों पर आधारित है जिससे मै बिलकुल सहमत नहीं हूँ | नकारा सरकार ने सोते हुवे निहत्थे लोगों पर लाठी चार्ज कर के जो बर्बर कार्यवाही की उसकी जीतनी निंदा की जाया कम ही है | आधी रात को दिल्ली पुलिस बल ने आक्रमण किया और सत्याग्रहियों को मैदान से बाहर निकाल फेंका ! कितने घायल हुए , कुछ गायब , बाबा रामदेव को सलवार - समीज में छुप कर भागना पडा ! वाह रे सरकार ! ये कैसी नकारा सरकार है ! <br />जहां तक हो सके रामदेव बाबा को भी राजनितिक पार्टिओं, आर एस एस तथा कट्टरवादी हिन्दू संगठनों से दूर ही रहना चाहिए | ऐसे लोगों से उनकी छवि धूमिल ही होगी | महर्षि दयानंद सरस्वती जी जिन्होंने जिन्दगी भर कट्टर हिन्दू धर्म का विरोध किया तथा इसी लिए अपने प्राण की आहुति दी को अपना मानसिक गुरु मानने वाले स्वामी राम देव जी कट्टर वादिओं से हाथ मिलाएं ये समझ में नहीं आता | <br />सत्य तभी निखार पर आता है जब उसमे किसी भी किस्म के झूठ की मिलावट न हो |आप लाख सच्चे हों किन्तु यदि आप झूठ और गलत लोगो के सहारे आगे बढ़ेंगे तो आप की गिनती भी उन्ही झूठों लोगों में की जायेगी | <br /> सत्य तभी निखार पर आता है जब उसमे किसी भी किस्म के झूठ की मिलावट न हो |आप लाख सच्चे हों किन्तु यदि आप झूठ और गलत लोगो के सहारे आगे बढ़ेंगे तो आप की गिनती भी उन्ही झूठों लोगों में की जायेगी |मदन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-43649735008310220102011-06-06T15:06:22.502+05:302011-06-06T15:06:22.502+05:30nice post !nice post !Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.com