tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post2098842025935834488..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: दो बेटियाँ प्लस तीन अबोर्शन .......रेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-52187160534782163392008-08-11T15:59:00.000+05:302008-08-11T15:59:00.000+05:30आपने जो लिखा है, वह हमारे समाज का नंगा सच है। सुप्...आपने जो लिखा है, वह हमारे समाज का नंगा सच है। सुप्रीम कोर्ट की लताड़ के बाद हर जिले में भ्रूण हत्या रोकने आैर गर्भ में लिंग की जांच को कमेटियां तो राज्य सरकारों ने गठित कीं लेकिन ये कमेटियां दिखावा मात्र हैं। जो अल्ट्रासाउंड सेंटर लिंग परीक्षण करते हुए पाए जाएंगे, उनके लिए कठोर कानून भी है लेकिन उन पर नजर रखने वाले धड़ल्ले से चल रहे इस कारोबार पर नहीं बल्कि सुविधा शुल्क पर ध्यान रखते हैं। वैसे भी ये समस्या कानून से नहीं बल्कि हमारी आपकी सोच से हल होगी। मुझे लगता है कि कछुए की रफ्तार से ही सही लेकिन सोच बदल रही है।Hari Joshihttps://www.blogger.com/profile/13632382660773459908noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-78228622533190996022008-08-07T21:32:00.000+05:302008-08-07T21:32:00.000+05:30“मॉर्निंग आफ़्टर पिल्स” पहले अनचाहे गर्भ को रोकना ...<A HREF="http://sureshchiplunkar.blogspot.com/2008/05/morning-after-pills-fda-health-threats.html" REL="nofollow">“मॉर्निंग आफ़्टर पिल्स” </A> <BR/><BR/>पहले अनचाहे गर्भ को रोकना होगा , नारी और पुरूष को सहमत होना होगा तभी अनचाहे गर्भपात रुकेगे .Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-72605752409619548572008-08-07T21:20:00.000+05:302008-08-07T21:20:00.000+05:30आपने बडा गंभीर प्रश्न उठाया है, गर्भपात उच्च-शिक्ष...आपने बडा गंभीर प्रश्न उठाया है, गर्भपात उच्च-शिक्षित लोग अधिक करवा रहे हैं. १९९६ में मैं उत्तर प्रदेश के शिकारपुर, बुलन्दशहर में एक डाक्टर के यहां किराये पर रहता था (डाक्टर साहब लिखने की इच्छा नहीं हो रही क्योंकि ऐसे लोग सम्मान के लायक नहीं) मुझे कुछ गभीर किस्म की बीमारी है ऐसा लग रहा था. डाक्टर साहब मुझे अपने साथ एक्सरे के लिये बुलन्दशहर ले गये. साथ में उनकी पत्नी भी थीं. वहां जाकर पता चला कि वे अल्ट्रा-साउण्ड कराने आये हैं. अल्ट्रा-साउण्ड के बाद वे पत्नी को बुरी तरह झिडक रहे थे- तू तो कहती थी कि लड्का होगा? पत्नी की आवाज नहीं निकल रही थी. गर्भपात के लिये भी समय सुरक्षित नहीं रहा था, उसके बाबजूद उन्होनें पत्नी का गर्भपात करवाया. पत्नी की हालात बहुत खराब हो गई थी. मुझे डाक्टर से घृणा हो गयी और मैंने उनका कमरा खाली कर दिया बाद में उनकी पत्नी ने शिकायती लहजे में कहा था, आप मेरी बीमारी में कमरा खाली कर गये मुझे पता भी नहीं चला. शिक्षा व साइंस ने इस बुराई को बडावा ही दिया है. शिक्षित महिलायें भी विरोध नहीं करती, कई बार तो पुरुष के मना करने पर भी नहीं मानतीं. इस और जागरूकता के प्रयास होने चाहिये. आइये हम इस कार्य को करें.डा.संतोष गौड़ राष्ट्रप्रेमीhttps://www.blogger.com/profile/01543979454501911329noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-50358127863185188992008-08-07T20:53:00.000+05:302008-08-07T20:53:00.000+05:30रचना जी ने बात को सही पहचाना है तथा उसे रेखांकित क...रचना जी ने बात को सही पहचाना है तथा उसे रेखांकित करते हुए साफ किया है ,ये दो अलग अलग मुद्दे हैं, कन्या भ्रूण को मिटाने के लिये गर्भपात एवं अनचाही संतान के लिये गर्भपात। सवाल यह है कि क्या इन दोनों स्थितियों के लिये औरत कसूरवार है? इसमें पति का पूरा हाथ है। औरत हर हाल में हर ढंग से संयम बरतती है लेकिन यह मर्द की ‘ाान के खिलाफ है। अच्छा हो कि अनचाहा गर्भ न हो लेकिन फिर भी अगर ऐसा होता है तो उसमें मर्द को औरत की सेहत का ध्यान देना चाहिए जब कि ऐसा होता नहीें है। खासतौर पर जब बेटे की चाह में गर्भपात कराया जाता है तो उसमें औरत के तन के साथ मन को पढ़ना चाहिए, ख्याल रखना चाहिए,उसे क्या चाहिए? उसकी क्या मजीZ हैं? सेहत तो उसकी खराब होती है, झेलना उसे पड़ता है। वह दूसरे दिन ही घर आ कर घर का सारा काम करती है, बच्चों को देखती है और अंदर से घुलती भी जाती है। यह बताने की जरूरत नहीं है कि भारतीय समाज में अधिकतर औरतें खून की कमी से बीमार रहती हैं। उसकी बड़ी वजह भी यही है, गर्भपात। इसके लिये समाज को गंभीरत से सोचने की जरूरत पता नहीं कब महसूस होगी?Manvinderhttps://www.blogger.com/profile/11286649687914732408noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-85207758502340432332008-08-07T19:35:00.000+05:302008-08-07T19:35:00.000+05:30to stop abortions stop unwanted pregnancies , even...to stop abortions stop unwanted pregnancies , even in todays scientific world if woman want to take measures to prevent unwanted pregnancies they are not acceptable to our society . see this link http://sureshchiplunkar.blogspot.com/2008/05/morning-after-pills-fda-health-threats.html<BR/><BR/>@suresh ji <BR/>the laws made by court are after very deep thinking and looking into various aspects . they are never दुर्भाग्यवश . <BR/>its not a hidden fact that for woman a unwanted pregnancy is as good a health hazzard as a abortion . <BR/>abortions will be reduced when unwanted pregnancys are reduced . there are 2 issues in this post one multiple abortions and second abortion of a femail foetos and for both case woman alone cant be decision makers .Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-18128498089164308722008-08-07T19:29:00.000+05:302008-08-07T19:29:00.000+05:30आप ने सही विषय उठाये हैं - गर्भपात बार बार करवाना ...आप ने सही विषय उठाये हैं - गर्भपात बार बार करवाना सिर्फ़ लड़का पाने की चाह में गलत है और इस पर अकुंश लगना चाहिए, दूसरी तरफ़ औरत ही दूसरी औरत के प्रति इतनी असंवेदनशील कैसे हो सकती है, देख कर हैरानी होती है और गुस्सा भी आता हैAnita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-81713753848007150302008-08-07T19:10:00.000+05:302008-08-07T19:10:00.000+05:30गंभीर विषय। अति विचारणीय।गंभीर विषय। अति विचारणीय।Prabhakar Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04704603020838854639noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-289323084873826212008-08-07T19:07:00.000+05:302008-08-07T19:07:00.000+05:30यह एक गंभीर विषय है ..पर इस पर भी जगुर्कता तब आएगी...यह एक गंभीर विषय है ..पर इस पर भी जगुर्कता तब आएगी जब औरत ख़ुद इस में आगे आएगी नही तो दर्द सती रहेगी ..रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-63361855144207359062008-08-07T17:39:00.000+05:302008-08-07T17:39:00.000+05:30औरतों से सम्बंधित ऐसे कई मसले हैं जिनपर औरतों का स...औरतों से सम्बंधित ऐसे कई मसले हैं जिनपर औरतों का संगठित होना जरूरी है. जिन में एक गर्भपात है जो दुर्भाग्यवश कानूनन सही करार दिया गया है. क्योंकि गर्भपात स्त्री के लिए शारीरिक और मानसिक दोनों रूप में नुकसानदेह है, इसलिए यह जरूरी है कि औरतें मिल कर इस के विरुद्ध अभियान चलायें. कितनी औरतें ऐसी हैं जिनको गर्भावस्था में पूरी खुराक भी नहीं मिल पाती. कई प्रसव और गर्भपात उनके शरीर को पूरी तरह कमजोर कर देते हैं. स्त्री हाड़-मांस की बनी एक इंसान है, मशीन नहीं है. उसके शरीर के साथ ऐसा खिलबाड़ ग़लत है. इसे रोका जाना चाहिए.Suresh Guptahttps://www.blogger.com/profile/02063125570916978516noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-73635248745816246362008-08-07T17:26:00.000+05:302008-08-07T17:26:00.000+05:30ek aurat ka ankaha dard sabke saamne rakha hai aap...ek aurat ka ankaha dard sabke saamne rakha hai aapne.....har nursing home mein har roz aise na jaane kitne case aatey hain....bade dukh ki baat hai....shivanihttps://www.blogger.com/profile/12442995596648165021noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-51547335656137805812008-08-07T17:15:00.000+05:302008-08-07T17:15:00.000+05:30bilkul sahmat hoon aapse.....dinsh ji ne bhi sahi ...bilkul sahmat hoon aapse.....dinsh ji ne bhi sahi kaha !pallavi trivedihttps://www.blogger.com/profile/13303235514780334791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-67071384552524919392008-08-07T17:07:00.000+05:302008-08-07T17:07:00.000+05:30आप ने सही सवाल उठाया। बार-बार गर्भपात पर पाबंदी लग...आप ने सही सवाल उठाया। बार-बार गर्भपात पर पाबंदी लगनी चाहिए। अपितु इसे अपराधिक बनाया जाना चाहिए। चिकित्सक को भी अपराधिक दायित्व का भागी बनाया जाना चाहिए। साथ ही इन बातों को विभिन्न मंचों से उठा कर जन चेतना भी जगाना चाहिए।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-28947103988226590972008-08-07T17:03:00.000+05:302008-08-07T17:03:00.000+05:30आपकी इस बात से सहमति बनती है। विषय गंभीर है।आपकी इस बात से सहमति बनती है। विषय गंभीर है।11111https://www.blogger.com/profile/11021483645544858479noreply@blogger.com