tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post1101039582493856952..comments2023-12-02T14:56:14.755+05:30Comments on नारी , NAARI: ब्लॉग जगत के मेरे पाठक और मेरे आलोचक और मेरे दोस्त बस थोड़ा इंतज़ार औररेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-70613545208729675372011-08-13T19:30:29.564+05:302011-08-13T19:30:29.564+05:30मैं हूँ ५०० वा समर्थक इस ब्लॉग का
:)मैं हूँ ५०० वा समर्थक इस ब्लॉग का <br />:)Darshan Lal Bawejahttps://www.blogger.com/profile/10949400799195504029noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-6398379273001643312011-08-12T19:02:08.916+05:302011-08-12T19:02:08.916+05:30रचना,
वो मंच जो बहुत साल पहले ...रचना, <br /><br /> वो मंच जो बहुत साल पहले जिन उद्देश्यों को लेकर तुमने शुरू किया था. उसके लिए जितना कहूं काम है. सब उससे जुड़े और साथ चले. अपने लक्ष्य से कभी भटकी नहीं. कोई है जो जिस एक उद्देश्य के साथ चला आज भी कायम है.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-3103492085260017242011-08-09T09:05:26.599+05:302011-08-09T09:05:26.599+05:30रचना जी ,हम १५ अगस्त की प्रतीक्षा करेंगे . ..कृप...रचना जी ,हम १५ अगस्त की प्रतीक्षा करेंगे . ..कृपया यहाँ भी आयें - http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/2011/08/blog-post_09.html <br />Tuesday, August 9, 2011<br />माहवारी से सम्बंधित आम समस्याएं और समाधान ...(.कृपया यहाँ भी पधारें -)virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-23226656220363934252011-08-01T08:56:18.882+05:302011-08-01T08:56:18.882+05:30नारी ब्लॉग आपका लगाया हुआ पौधा है , अब वृक्ष हो गय...नारी ब्लॉग आपका लगाया हुआ पौधा है , अब वृक्ष हो गया है और आप इसको सिर्फ अपनी संपत्ति बनाना चाहती हैं तो ये आपका अधिकार है ...<br />अपनी सीमाओं के निर्धारण हम साथ रहें ना रहे , नारी से सम्बंधित विषयों पर आपकी बेबाकी , स्पष्टवादिता , साहस और दृढ़ता की मैं हमेशा प्रशंसक थी , हूँ और रहूंगी !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-56867412627023018232011-07-31T23:47:52.573+05:302011-07-31T23:47:52.573+05:30पुराने से मोहभंग होकर ही नए का स्वागत संभव है। शुभ...पुराने से मोहभंग होकर ही नए का स्वागत संभव है। शुभकामनाएं।कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-75223396142328820342011-07-30T12:59:54.830+05:302011-07-30T12:59:54.830+05:30किसी भी तरह से हो सार्थक सकारात्मक दिशा में क्रिया...किसी भी तरह से हो सार्थक सकारात्मक दिशा में क्रियाशील रहना चाहिए...<br /><br />बस और क्या....<br /><br />आपने जो निर्णय लिया सोच समझ कर ही लिया होगा...इसलिए उसपर कुछ कहना कदाचित उपयुक्त न होगा....रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-17789175899628242572011-07-30T09:45:56.077+05:302011-07-30T09:45:56.077+05:30नारी ब्लॉग ने नारी सशक्तिकरण की दिशा में जो योगदान...नारी ब्लॉग ने नारी सशक्तिकरण की दिशा में जो योगदान किया है उसे नकारा नहीं जा सकता ! इस ब्लॉग के माध्यम से नारी हित में उठे बुलंद स्वर को जो आकाश और विस्तार मिल गया है उसे अब कोई दबा नहीं सकेगा यही इस ब्लॉग की सबसे बड़ी उपलब्धि रही है ! रचना जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-15515643002470037102011-07-28T12:07:49.415+05:302011-07-28T12:07:49.415+05:30@ १५ अगस्त २०११ से ये ब्लॉग साझा मंच नहीं रहा .
(...@ १५ अगस्त २०११ से ये ब्लॉग साझा मंच नहीं रहा . <br />(रहेगा)<br /><br />ओह! तो ये बात है।<br /><br />जिन्हें बड़े संग्राम जीतने हों उन्हें छोटी-मोटी लड़ाईयों से विचलित नहीं होना चाहिए।<br /><br />एकला चलो रे .. तो ठीक है पर सब मिल के चलो रे ज़्यादा ठीक है .. मेरे अनुसार।<br /><br />... बाक़ी आप हमसे सीनियर ब्लॉगर हैं, और इस मंच की गतिविधियों को क़रीब से देखा है। आपने जो निर्णय लिया है वह ठीक ही ही होगा, लेकिन तब यह एक मंच नहीं आपका ब्लॉग भर रह जाएगा। आपको ऐसा नहीं लगता?मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-15315925362364154432011-07-27T09:56:34.763+05:302011-07-27T09:56:34.763+05:30मेरे पाठक , यानी जो मेरी ब्लॉग पोस्ट को पढते तो है...मेरे पाठक , यानी जो मेरी ब्लॉग पोस्ट को पढते तो हैं पर प्रिंट मीडिया की तरह यानी केवल पढना नो कमेन्ट नो आलोचना , नो तारीफ़ , सिर्फ पढना<br /><br />मेरे आलोचक जो मेरी पोस्ट से केवल रुष्ट रहते हैं और आलोचना करते समय मेरी लिखी बातो की नहीं मेरी जीवन शैली की आलोचना करते हैं , जो व्यक्तिगत कमेन्ट देते हैं , जो मेरे घर का पता खोज कर नेट पर डालते हैं और जो मेरे नारी हो कर बोलने को गलत मानते हैं या वो जो खुद अनाम कमेन्ट देते हैं लेकिन मेरे अनाम कमेन्ट देने पर मेरा आई पी एड्रेस उजागर करने की धमकी देते हैं ।<br /><br />मेरे दोस्त , जो मेरा ब्लॉग पढते हैं , मेरी सोच की आलोचना करते हैं , मेरे लिखे पर मुझ से तर्क करते हैं पर कभी कहीं भी मेरे नारी होने की वजह से , मेरे नारी ब्लॉग बनाने की वजह से , मेरे नारी सशक्तिकरण अभियान की वजह से मुझ पर क़ोई भी व्यक्तिगत कमेन्ट नहीं करते ।रचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-36371694184348859582011-07-26T23:14:16.922+05:302011-07-26T23:14:16.922+05:30स्वागत हैस्वागत हैराजीव तनेजाhttps://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-5504378229802588232011-07-26T21:19:16.095+05:302011-07-26T21:19:16.095+05:30रचना जी !
शीर्षक से ऐसा लग रहा है कि जो आलोचक है
...रचना जी !<br />शीर्षक से ऐसा लग रहा है कि जो आलोचक है <br />वो दोस्त नहीं || <br />या यह ऐसा है कि जो दोस्त हैं वो आलोचक नहीं ||<br />भाई थोड़ी गुंजाइश रखिये ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-15870123193813050362011-07-26T21:00:48.920+05:302011-07-26T21:00:48.920+05:30ok jaldiok jaldividhyahttps://www.blogger.com/profile/04419215415611575274noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-49209379418314542502011-07-26T19:13:58.127+05:302011-07-26T19:13:58.127+05:30okk रचना जी.लेकिन पाठक ही तो आलोचक और दोस्त होते ह...okk रचना जी.लेकिन पाठक ही तो आलोचक और दोस्त होते है.राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-82633680883948507192011-07-26T16:03:18.841+05:302011-07-26T16:03:18.841+05:30aapki chhutti mangalmayee ho ||aapki chhutti mangalmayee ho ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5725786189329623646.post-17277583594778418812011-07-26T14:28:16.331+05:302011-07-26T14:28:16.331+05:30रचना जी ..... एक नई तरोताजा शुरुवात के लिए शुभकामन...रचना जी ..... एक नई तरोताजा शुरुवात के लिए शुभकामनायेsonalhttps://www.blogger.com/profile/03825288197884855464noreply@blogger.com